नई दिल्ली : झारखंड के कद्दावर नेता के रूप में अपनी पहचान रखने वाले सरयू राय पिछले पांच साल में बीजेपी सरकार में मंत्री थे, लेकिन राज्य सरकार के कामकाज पर लगातार सवाल उठाते रहते थे और मुख्यमंत्री रघुवर दास पर भी निशाना साधते रहते थे. भ्रष्टाचार के खिलाफ लंबी लड़ाई उन्होंने लड़ी है. इस बार झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उनको टिकट नहीं दिया, जिसके बाद वह मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़े और जीत भी गए. सरयू राय ने झारखंड से जडुे कई मुद्दों पर ईटीवी भारत से बातचीत की.
जेवीएम के विलय पर बोले सरयू राय
सरयू राय ने इशारा किया कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) प्रमुख बाबूलाल मरांडी की पार्टी का बीजेपी में विलय होने जा रहा है. राय ने कहा कि बाबूलाल भी पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए है. इसका मतलब है कि उनकी पार्टी का बीजेपी में विलय हो रहा है.
बीजेपी में जाने का कोई इरादा नहीं
बीजेपी में खुद की वापसी के सवाल पर सरयू राय ने कहा, 'ईश्वर ने मुझ पर स्वतंत्र रहने की कृपा की है. मैं निर्दलीय चुनाव जीता हूं, इसलिए अभी जनता के बीच में रहूंगा, बीजेपी में वापस जाने का मेरा कोई इरादा नहीं है.'
महागठबंधन में नैतिक समर्थन है
सरयू राय ने कहा, 'महागठबंधन की सरकार को मैंने नैतिक समर्थन दिया है. सरकार अच्छे से कामकाज करेगी तो उसका समर्थन करता रहूंगा. जहां सरकार कामकाज नहीं करेगी तो उसको मैं घेरूंगा. हेमंत सोरेन पहले भी मुख्यमंत्री रहे हैं, इस बार फिर मुख्यमंत्री बने हैं, वह परिपक्व हो गए हैं. मुझे उम्मीद है कि बेहतर तरीके से पांच साल सरकार चलाएंगे. अगर कांग्रेस पेंच नहीं फंसाएगी तो महागठबंधन की सरकार मजबूती से पांच साल चलेगी.'
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बदले की भावना से न हो रघुवर दास पर कार्रवाई
वहीं, पूर्व सीएम रघुवर दास के खिलाफ एसीबी में शिकायत दर्ज हुई है. मोमेंटम झारखंड में भ्रष्टाचार का आरोप है. इस पर सरयू राय ने कहा, 'उचित करवाई तो होनी चाहिए, एसीबी का क्या स्टैंड रहता है, हमें इसका इंतजार है. यह नहीं दिखना चाहिए कि उनके खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई हो रही है.'