मुंबई : महाराष्ट्र के एक मंत्री को पड़ोसी कर्नाटक के बेलगावी में गिरफ्तार किये जाने के एक दिन बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने शनिवार को कहा कि दोनों राज्यों के बीच विवाद पर उच्चतम न्यायालय का फैसला सभी को स्वीकार्य होगा.
महाराष्ट्र का दावा है कि बेलगावी तत्कालीन बंबई रियासत का हिस्सा था, लेकिन भाषाई आधार पर अभी कर्नाटक का एक जिला है. यह मामला फिलहाल उच्चतम न्यायालय में है.
यहां से करीब 490 किलोमीटर दूर बेलगावी में संवाददाताओं से बातचीत में राउत ने कहा, 'हमारा देश कानून के मुताबिक चलता है. संविधान सर्वोच्च है. उच्चतम न्यायालय मामले की सुनवाई कर रहा है और अदालत का जो भी फैसला होगा, सभी को स्वीकार्य होगा.'
स्थानीय संगठन कर्नाटक नवनिर्माण सेना द्वारा क्षेत्र के उनके दौरे का विरोध किए जाने के बारे में पूछने पर राउत ने कहा कि पुलिस ने उचित इंतजाम (उनकी सुरक्षा के लिए) किए हैं.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के राज्य मंत्री राजेंद्र पाटिल यद्रावकर शुक्रवार को एक कार्यक्रम के सिलसिले में बेलगावी गए थे.
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कोल्हापुर के शिरोल से विधायक यद्रावकर मराठी भाषी गांवों को महाराष्ट्र में शामिल किये जाने के दौरान हुए आंदोलन में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने गए थे.
हर साल पहले ‘संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन के दौरान 17 जनवरी 1956 को मारे गए लोगों की याद में एक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है.