नई दिल्ली: भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेस वार्ता कर कांग्रेस पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जीत गए है, लेकिन कांग्रेस सबक नहीं सीख रही है. हार के बाद कांग्रेस शासित राज्यों का कोई भी मुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं दे रहा है और कांग्रेस पीएम मोदी और बीजेपी पर हार का ठीकरा फोड़ रही है.
संबित पात्रा ने कहा, 'जबरदस्त हार के बावजूद यह कांग्रेस की 'बेशर्मी' है कि यह अपने नेतृत्व और अपनी नीतियों पर आत्ममंथन नहीं कर सकी और पार्टी अब 'बहाना' तलाश रही है .
उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस के किसी मुख्यमंत्री ने अथवा महासचिव ने आम चुनाव के बाद पार्टी की शर्मनाक हार के बाद इस्तीफा नहीं दिया तो इसमें भाजपा की कोई गलती नहीं है. कांग्रेस पर हमला करते हुए पात्रा ने आरोप लगाया कि यह विडंबना है कि जब भी कांग्रेस को मौका मिला, वह 'टुकड़े टुकड़े गिरोह' के साथ खड़ी रही.
संबित पात्रा ने कहा कि राष्ट्रवाद के लिए भाजपा हमेशा से खड़ी थी और आगे भी खड़ी रहेगी जबकि कांग्रेस भारत की बजाए 'टुकड़े टुकड़े' गिरोह के साथ है. उन्होंने कहा 'कट्टर राष्ट्रवाद क्या है ? लक्षित हमला करना, बालाकोट अभियान अथवा आतंकवादियों पर कार्रवाई करना क्या कट्टर राष्ट्रवाद है ? जिस बारे में आप बात कर रहे हैं क्या वह कट्टर राष्ट्रवाद है ?
पढ़ें- बेटे के समर्थन में आए कैलाश विजयवर्गीय, कहा- आकाश और अधिकारी हैं कच्चे खिलाड़ी
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि अगर हम लोग कट्टर राष्ट्रवाद को बढ़ावा दे रहे हैं तो कांग्रेस को राष्ट्रवाद को बढावा देने से किसने रोका है.
दरअसल, अशोक गहलोत ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि 2019 का चुनाव कांग्रेस की कार्यक्रम, नीति और विचारधारा की हार नहीं थी, कई मोर्चों पर मोदी सरकार विफल साबित हुई है, लेकिन कट्टर राष्ट्रवाद के पीछे मोदी सरकार ने अपनी असफलताओं को छिपा लिया.
इससे पहले गहलोत ने राहुल गांधी के साथ बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, 'हमने राहुल जी से आग्रह किया कि वह अध्यक्ष पद पर बने रहें' उन्होंने हमें धैर्यपूर्वक सुना' हम आशा करते हैं कि वह हमारे आग्रह को स्वीकार करेंगे.'
बैठक में गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी शामिल हुए'