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जम्मू-कश्मीर : 360 दिन बाद सज्जाद लोन रिहा, कहा- काफी कुछ बदल गया - फारूक अब्दुल्ला

पिछले साल पांच अगस्त को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 और आर्टिकल 35 ए में हुए बदलाव के बाद कई नेताओं को नजरबंद रखा गया था. इनमें जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन भी शामिल हैं. लोन को पांच अगस्त, 2020 को एक साल पूरा होने के ठीक पांच दिन पहले नजरबंदी से रिहा कर दिया गया है.

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जेकेपीसी प्रमुख सज्जाद लोन
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Published : Jul 31, 2020, 4:35 PM IST

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर पीपल्स कॉन्फ्रेंस (जेकेपीसी) के प्रमुख सज्जाद लोन को शुक्रवार को श्रीनगर में नजरबंदी से रिहा कर दिया गया. लोन मुख्य धारा के उन 50 नेताओं में शामिल हैं, जिन्हें पिछले साल पांच अगस्त को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 और आर्टिकल 35 ए को समाप्त करने के समय गिरफ्तार किया गया था.

कश्मीरी नेता ने ट्वीट किया, 'साल भर की अवधि से पंच दिन पहले अंतत: मुझे आधिकारिक तौर पर सूचित किया गया है कि मैं एक आजाद व्यक्ति हूं. काफी कुछ बदल गया है. मैं भी बदल गया हूं. जेल कोई नया अनुभव नहीं था. पहले के जेल के अनुभव कठोर थे, शारीरिक यातना के साथ, लेकिन यह मानसिक यातना थी. आशा करता हूं जल्द ही और भी बातें साझा करूंगा.'

Sajad Lone released five days short of a year in JK-
सज्जाद लोन का ट्वीट.

उनकी पार्टी ने भी ट्वीट किया, 'जम्मू एंड कश्मीर पीपल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन 360 दिनों की हिरासत के बाद आधिकारिक तौर पर रिहा कर दिए गए हैं.'

हंदवारा से पूर्व विधायक लोन को प्रारंभ में श्रीनगर के एसकेआईसीसी में हिरासत में रखा गया था, उसके बाद उन्हें अन्य गिरफ्तार नेताओं के साथ एमएलए हास्टल में रखा गया, और उसके बाद उनके घर में हिरासत में रखा गया.

यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर : पीपुल्स कॉन्फ्रेंस नेता सज्जाद लोन और पीडीपी नेता वाहीद पारा छह महीने बाद रिहा

गौरतलब है कि पिछले साल हिरासत में लिए गए मुख्य धारा के कई नेताओं को रिहा किया जा चुका है, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला शामिल हैं. हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती सहित कई अन्य नेता अभी भी नजरबंद हैं.

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर पीपल्स कॉन्फ्रेंस (जेकेपीसी) के प्रमुख सज्जाद लोन को शुक्रवार को श्रीनगर में नजरबंदी से रिहा कर दिया गया. लोन मुख्य धारा के उन 50 नेताओं में शामिल हैं, जिन्हें पिछले साल पांच अगस्त को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 और आर्टिकल 35 ए को समाप्त करने के समय गिरफ्तार किया गया था.

कश्मीरी नेता ने ट्वीट किया, 'साल भर की अवधि से पंच दिन पहले अंतत: मुझे आधिकारिक तौर पर सूचित किया गया है कि मैं एक आजाद व्यक्ति हूं. काफी कुछ बदल गया है. मैं भी बदल गया हूं. जेल कोई नया अनुभव नहीं था. पहले के जेल के अनुभव कठोर थे, शारीरिक यातना के साथ, लेकिन यह मानसिक यातना थी. आशा करता हूं जल्द ही और भी बातें साझा करूंगा.'

Sajad Lone released five days short of a year in JK-
सज्जाद लोन का ट्वीट.

उनकी पार्टी ने भी ट्वीट किया, 'जम्मू एंड कश्मीर पीपल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन 360 दिनों की हिरासत के बाद आधिकारिक तौर पर रिहा कर दिए गए हैं.'

हंदवारा से पूर्व विधायक लोन को प्रारंभ में श्रीनगर के एसकेआईसीसी में हिरासत में रखा गया था, उसके बाद उन्हें अन्य गिरफ्तार नेताओं के साथ एमएलए हास्टल में रखा गया, और उसके बाद उनके घर में हिरासत में रखा गया.

यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर : पीपुल्स कॉन्फ्रेंस नेता सज्जाद लोन और पीडीपी नेता वाहीद पारा छह महीने बाद रिहा

गौरतलब है कि पिछले साल हिरासत में लिए गए मुख्य धारा के कई नेताओं को रिहा किया जा चुका है, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला शामिल हैं. हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती सहित कई अन्य नेता अभी भी नजरबंद हैं.

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