बेंगलुरु : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (एबीपीएस) की वार्षिक बैठक बेंगलुरु में 15 मार्च से 17 मार्च तक आयोजित होगी. इस समागम में आरएसएस और इसके सहयोगी संगठनों के करीब 1,500 निर्वाचित प्रतिनिधि शिरकत करेंगे.
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख ने कहा कि अगले दो तीन वर्षों में हमारी योजना है कि उन्हें कर्तव्यनिष्ठ नागरिकों के तौर पर कार्य करने के लिए प्रेरित किया जाए और पड़ोस में सामाजिक कार्यों के माध्यम से समाज के प्रति जिम्मेदार बनाया जाए.
आरएसएस के पदाधिकारियों के अनुसार, सरसंघचालक मोहन भागवत की उपस्थिति में तीन दिनों तक सरकार्यवाह सुरेश जोशी द्वारा बैठकें आयोजित की जाएंगी.
जनसेवा विद्या केंद्र में आयोजित यह बैठक कर्नाटक में होने वाली प्रतिनिधि सभा की सातवीं बैठक होगी.
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अरूण कुमार ने कहा कि 14 मार्च को अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल में एबीपीएस का एजेंडा और प्रस्ताव पेश और पारित किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि बैठक 15 मार्च को सुबह शुरू होगी. तीन दिनी बैठक के दौरान पिछले साल की योजना के कार्यान्वयन और उपलब्धियों की समीक्षा की जाएगी.