कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार से कहा कि नई शिक्षा नीति को नहीं लागू करने संबंधी अपने रुख पर फिर से विचार करना चाहिए.
धनखड़ ने नई शिक्षा नीति को 'शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर बताया. राज्यपाल ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सभी के द्वारा पूरे मन से नई शिक्षा नीति को लागू किया जाना चाहिए.
गौरतलब है कि राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कल ही नई शिक्षा नीति पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि वह देश की संघीय व्यवस्था को कमजोर करती है और राज्य में उसे निकट भविष्य में लागू नहीं किया जाएगा.
चटर्जी सोमवार को 'उच्च शिक्षा को बदलने में नयी शिक्षा नीति की भूमिका' पर राज्यपालों के सम्मेलन में शामिल हुए थे. इस सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया था. सम्मेलन में भाग लेने के बाद कहा कि उन्होंने इस सम्मेलन में शास्त्रीय भाषाओं की सूची में बांग्ला को शामिल नहीं करने के केंद्र के फैसले पर विरोध जताया.
शिक्षा मंत्री ने संवाददाताओं से कहा था कि फिलहाल राज्य में एनईपी लागू करने का कोई सवाल नहीं है. इस विषय पर सभी पक्षों के साथ और विचार-विमर्श की जरूरत है. हमने एनईपी के कुछ पहलुओं पर अपनी आपत्ति जताई है जिन्हें पश्चिम बंगाल को विश्वास में लिये बिना तैयार किया गया है.
उन्होंने कहा कि ये पहलू देश के संघीय ढांचे और राज्यों की भूमिका को कमजोर करते हैं. पार्थ चटर्जी ने कहा था कि इस समय हमारा ध्यान महामारी से लड़ने पर होना चाहिए. एनईपी को लागू करने की कोई हड़बड़ी नहीं है.