नई दिल्ली : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि कश्मीर में उनका पुनर्वास नरेंद्र मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और आपको ससम्मान कश्मीर में फिर से बसाया जाएगा.
शाह ने कहा कि जम्मू और कश्मीर के कम से कम 10 जिलों में अलग से कस्बे बनाए जाएंगे और घाटी में मंदिरों का पुनर्निर्माण किया जाएगा.
गृहमंत्री अमित शाह ने यह आश्वासन सात सदस्यीय कश्मीरी पंडितों के एक प्रतिनिधिमंडल को मंगलवार शाम नॉर्थ ब्लॉक में दिया.
लगभग आधे घंटे तक चली बैठक में प्रतिनिधिमंडल ने गृहमंत्री शाह से प्राथमिकता के आधार पर विस्थापित पंडितों के मुद्दे का समाधान करने की अपील की.
उन्होंने शाह से समुदाय की कश्मीर वापसी के लिए कदम उठाने की भी अपील की है.
गौरतलब है, 1989 के अंत में और 90 के दशक की शुरुआत में कश्मीरी पंडितों को इस्लामिक आतंकवादियों के खतरे के वजह से अपने घरों को छोड़ना पड़ा था.
कयास लगाए जा रहे हैं कि गृहमंत्री शाह ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया था कि केंद्र सरकार कश्मीरी पंडित समुदाय के लिए सरकारी नौकरियों में आयु में छूट के विशेष प्रावधान लेकर आएगी.
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घाटी के पंडितों के प्रतिनिधिमंडल में कर्नल ताज टिकू, उत्पल कौल, डॉ सुरेंद्र कौल, संजय गंझू और परीक्षित कौल जैसे प्रमुख लोग शामिल थे. प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A को निरस्त करने के लिए अपनी खुशी भी व्यक्त की.