नई दिल्ली : राजधानी में रह रहे पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों को सरकार की तरफ से लॉकडाउन के दौरान मदद नहीं मिल रही है. यह लोग निजी प्रयासों से राशन का इंतजाम कर रहे हैं. वहीं सरकार अन्य इलाकों में लॉकडाउन से प्रभावित लोगों की मदद कर रही है.
दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र में स्थित पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी शिविरों में 110 परिवार रहते हैं और इनकी कुल संख्या 700 से अधिक है. जीवनयापन के लिए यह शरणार्थी या तो दिहाड़ी पर मजदूरी करते हैं या फिर फेरी लगाकर छोटे-मोटे सामन बेचते हैं.
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू है. शिविर में रहने वाले इन लोगों के पास राशन कार्ड भी नहीं है. इस वजह से इन्हें केजरीवाल सरकार की तरफ से वितरित किया जा रहा राशन भी नहीं मिल पा रहा है और न ही किसी अन्य योजना का लाभ मिल पा रहा है.
ऐसे में इनकी मदद के लिए कुछ गैर सरकारी संगठन आगे आए और इनके लिए राशन का इंतजाम किए. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने भी इनकी मदद की. गुरुवार के दिन रोहिणी सेक्टर 11और 25 के 45 हिंदू शरणार्थियों परिवारों को निजी प्रयासों से एक महीने का राशन मिला.
स्थानीय विहिप कार्यकर्ता ज्योति शर्मा, राहुल सिंह और समाजसेवी ओपी मल्होत्रा के प्रयासों से कुछ लोग मदद के लिए सामने आए और कहा कि किसी भी परिवार को खाने पीने की कोई दिक्कत नहीं होगी.
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गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून पास होने के बाद इन परिवारों के भारतीय नागरिक बनने का रास्ता साफ हो गया है.