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निर्भया केस : फांसी पर रविशंकर प्रसाद ने जताया संतोष, कहा- यह आत्मावलोकन का समय

निर्भया रेप और हत्या मामले में चारों दोषियों को शुक्रवार की सुबह फांसी देदी गई. 2012 से यह मामला चल रहा था. दोषियों की फांसी पर केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संतोष व्यक्त किया. इसके साथ उन्होंने कहा कि यह आत्मावलोकन का समय है. पढ़ें पूरी खबर...

ravi shankar prasad on nirbhaya
फाइल फोटो (रविशंकर प्रसाद)
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Published : Mar 20, 2020, 1:40 PM IST

नई दिल्ली : केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को निर्भया मामले के दोषियों को फांसी दिए जाने पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने यह भी कहा कि यह आत्मावलोकन का समय है कि क्या फांसी के दोषियों द्वारा मामले को खींचने के लिए इस तरह प्रणाली को तोड़ने-मरोड़ने की अनुमति दी जा सकती है.

प्रसाद ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, 'आज एक संतुष्टि भरा दिन है कि वह बेटी जिसे इतने दर्द से गुजरना पड़ा उसे आज न्याय मिल गया.' विधि एवं न्याय मंत्री ने कहा कि न्यायपालिका, सरकार, नागरिक समाज के लिए यह आत्मावलोकन का समय है कि क्या फांसी के दोषियों द्वारा मामले को खींचने के लिए इस तरह सिस्टम को तोड़ने-मरोड़ने दिया जा सकता है.

गौरतलब है कि दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को एक पैरामेडिकल छात्रा के साथ हुए सामूहिक बलात्कार एवं हत्या के मामले के चारों दोषियों को शुक्रवार की सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दी गई. इस जघन्य मामले के चारों दोषियों, मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को सुबह साढ़े पांच बजे तिहाड़ जेल में फांसी दी गई.

पढ़ें-तिहाड़ में फांसी के बाद निर्भया को इंसाफ, मां ने सरकार और न्यायपालिका का आभार जताया

नई दिल्ली : केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को निर्भया मामले के दोषियों को फांसी दिए जाने पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने यह भी कहा कि यह आत्मावलोकन का समय है कि क्या फांसी के दोषियों द्वारा मामले को खींचने के लिए इस तरह प्रणाली को तोड़ने-मरोड़ने की अनुमति दी जा सकती है.

प्रसाद ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, 'आज एक संतुष्टि भरा दिन है कि वह बेटी जिसे इतने दर्द से गुजरना पड़ा उसे आज न्याय मिल गया.' विधि एवं न्याय मंत्री ने कहा कि न्यायपालिका, सरकार, नागरिक समाज के लिए यह आत्मावलोकन का समय है कि क्या फांसी के दोषियों द्वारा मामले को खींचने के लिए इस तरह सिस्टम को तोड़ने-मरोड़ने दिया जा सकता है.

गौरतलब है कि दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को एक पैरामेडिकल छात्रा के साथ हुए सामूहिक बलात्कार एवं हत्या के मामले के चारों दोषियों को शुक्रवार की सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दी गई. इस जघन्य मामले के चारों दोषियों, मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को सुबह साढ़े पांच बजे तिहाड़ जेल में फांसी दी गई.

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