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'आदित्य के पास अनुभव नहीं, अभी सीएम पद नहीं संभाल सकते हैं'

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि भाजपा शिवसेना को 50:50 फार्मूले के आधार पर मंत्रालय देना चाहती है और आदित्य ठाकरे को डिप्टी सीएम बनाना चाहती है. अठावले ने आदित्य के सीएम पद को लेकर बड़ा बयान दिया है. जानें और क्या कहा अठावले ने...

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Published : Nov 6, 2019, 2:08 PM IST

Updated : Nov 6, 2019, 3:09 PM IST

रामदास अठावले

नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के अध्यक्ष रामदास अठावले ने कहा कि शिवसेना को मैंडेट का सम्मान करना चाहिए. आदित्य ठाकरे के सीएम बनाए जाने की मांग पर अठावले ने कहा कि आदित्य के पास अभी सीएम पद का अनुभव नहीं है, वह नए चुनकर आए हैं, पहले उन्हें डिप्टी सीएम बनकर अनुभव लेना चाहिए. इसके बाद शिवसेना को सीएम की कुर्सी संभालने की मांग करनी चाहिए.

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा, 'उन्हें उम्मीद नहीं है कि शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) और कांग्रेस की सरकार बनेगी. क्योंकि यह बाला साहब ठाकरे के विचारधारा के बिल्कुल विपरीत होगी, जिन सिद्धांतों और विचारों के खिलाफ बाला साहब लड़ाई लड़ते रहे हैं, शिवसेना अब उन्हीं पार्टी के साथ जाकर सरकार बनाएगी. मुझे नहीं लगता है कि ऐसा होगा. अंततः शिवसेना और भाजपा की सरकार ही महाराष्ट्र में बनेगी.'

अठावले ने कहा कि शिवसेना को भाजपा बड़ी पार्टी होकर भी 50:50 मंत्रालय देने को तैयार है, यहां तक कि पीडब्ल्यूडी, अर्बन डेवलपमेंट और अगर वह मांग करें तो मुझे लगता है कि कुछ और महत्वपूर्ण मंत्रालय भी शायद बीजेपी दे देगी. इसलिए 50:50 मंत्रालय पर सहमति की बात होनी चाहिए ना की सीएम पद की कुर्सी के लिए ढाई-ढाई साल का कार्यकाल होना चाहिए.

उन्होंने कहा कि शिवसेना को डिप्टी सीएम का पद भी भाजपा देने के लिए तैयार है और एक गठबंधन पार्टी के नाते वह भी इस बात से सहमत है कि डिप्टी सीएम का पद आदित्य ठाकरे को दिया जाना चाहिए. ताकि वह पांच साल में डिप्टी सीएम के पद का अनुभव कर सकें. इससे आगे उनकी पार्टी को जनाधार मिलेगा. तभी वह आगे भविष्य में सीएम की कुर्सी संभाल पाएंगे, लेकिन शिवसेना इस मामले में जल्दबाजी कर रही है.

पढ़े : संजय राउत बोले - चुनाव से पहले BJP-शिवसेना के बीच CM पद पर सहमति थी

उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं है कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार में बनाएगी, यह शिवसेना मात्र राजनीतिक दबाव के तहत बोल रही है.

उन्होंने यह भी कहा कि वह केंद्रीयमंत्री और महाराष्ट्र के नेता नितिन गडकरी से मुलाकात कर उद्धव ठाकरे से बात करने की मांग करेंगे क्योंकि नितिन गडकरी और उद्धव ठाकरे के बीच अच्छे संबंध है . उम्मीद है कि अगर नितिन गडकरी उद्धव ठाकरे के साथ भी मध्यस्थता करते हैं तो शायद इस मामले का कुछ हल निकल सकता है.

नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के अध्यक्ष रामदास अठावले ने कहा कि शिवसेना को मैंडेट का सम्मान करना चाहिए. आदित्य ठाकरे के सीएम बनाए जाने की मांग पर अठावले ने कहा कि आदित्य के पास अभी सीएम पद का अनुभव नहीं है, वह नए चुनकर आए हैं, पहले उन्हें डिप्टी सीएम बनकर अनुभव लेना चाहिए. इसके बाद शिवसेना को सीएम की कुर्सी संभालने की मांग करनी चाहिए.

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा, 'उन्हें उम्मीद नहीं है कि शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) और कांग्रेस की सरकार बनेगी. क्योंकि यह बाला साहब ठाकरे के विचारधारा के बिल्कुल विपरीत होगी, जिन सिद्धांतों और विचारों के खिलाफ बाला साहब लड़ाई लड़ते रहे हैं, शिवसेना अब उन्हीं पार्टी के साथ जाकर सरकार बनाएगी. मुझे नहीं लगता है कि ऐसा होगा. अंततः शिवसेना और भाजपा की सरकार ही महाराष्ट्र में बनेगी.'

अठावले ने कहा कि शिवसेना को भाजपा बड़ी पार्टी होकर भी 50:50 मंत्रालय देने को तैयार है, यहां तक कि पीडब्ल्यूडी, अर्बन डेवलपमेंट और अगर वह मांग करें तो मुझे लगता है कि कुछ और महत्वपूर्ण मंत्रालय भी शायद बीजेपी दे देगी. इसलिए 50:50 मंत्रालय पर सहमति की बात होनी चाहिए ना की सीएम पद की कुर्सी के लिए ढाई-ढाई साल का कार्यकाल होना चाहिए.

उन्होंने कहा कि शिवसेना को डिप्टी सीएम का पद भी भाजपा देने के लिए तैयार है और एक गठबंधन पार्टी के नाते वह भी इस बात से सहमत है कि डिप्टी सीएम का पद आदित्य ठाकरे को दिया जाना चाहिए. ताकि वह पांच साल में डिप्टी सीएम के पद का अनुभव कर सकें. इससे आगे उनकी पार्टी को जनाधार मिलेगा. तभी वह आगे भविष्य में सीएम की कुर्सी संभाल पाएंगे, लेकिन शिवसेना इस मामले में जल्दबाजी कर रही है.

पढ़े : संजय राउत बोले - चुनाव से पहले BJP-शिवसेना के बीच CM पद पर सहमति थी

उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं है कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार में बनाएगी, यह शिवसेना मात्र राजनीतिक दबाव के तहत बोल रही है.

उन्होंने यह भी कहा कि वह केंद्रीयमंत्री और महाराष्ट्र के नेता नितिन गडकरी से मुलाकात कर उद्धव ठाकरे से बात करने की मांग करेंगे क्योंकि नितिन गडकरी और उद्धव ठाकरे के बीच अच्छे संबंध है . उम्मीद है कि अगर नितिन गडकरी उद्धव ठाकरे के साथ भी मध्यस्थता करते हैं तो शायद इस मामले का कुछ हल निकल सकता है.

Intro: केंद्रीय मंत्री और Republican party of India के अध्यक्ष रामदास अठावले ईटीवी से खास बातचीत में यह कहा कि शिवसेना को मैंडेट का सम्मान करना चाहिए और आदित्य ठाकरे में अभी सीएम के पद का अनुभव नहीं है वह नए चुनकर आए हैं पहले उन्हें डिप्टी सीएम बनकर अनुभव लेना चाहिए उसके बाद ही सीएम की कुर्सी संभालने की मांग शिवसेना को करनी चाहिए केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं है कि शिवसेना और एनसीपी और कांग्रेस की सरकार बनेगी क्योंकि यह बाला साहब ठाकरे के विचारधारा के बिल्कुल उलट होगी जो बाला साहब ठाकरे इन्हीं सिद्धांतों और विचारों के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे या शिवसेना अब उन्हीं पार्टी के साथ जाकर सरकार बनाएगी उन्हें लगता नहीं कि ऐसा होगा अंततः शिवसेना और भाजपा की ही सरकार महाराष्ट्र में बनेगी


Body: ईटीवी से खास बातचीत में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा शिवसेना को भाजपा बड़ी पार्टी होकर 5050 मंत्रालय देने को तैयार है यहां तक कि फ्रांस पीडब्ल्यूडी अर्बन डेवलपमेंट और अगर वह मांग करें तो मुझे लगता है कि कुछ और महत्वपूर्ण मंत्रालय भी शायद बीजेपी दे दे इसलिए 5050 मंत्रालय पर बात सहमति की होनी चाहिए ना की सीएम पद की कुर्सी के लिए ढाई ढाई साल का कार्यकाल होना चाहिए उन्होंने कहा कि शिवसेना को डिप्टी सीएम का पद भाजपा देने को तैयार है और एक गठबंधन पार्टी के नाते वह भी इस बात से सहमत है कि डिप्टी सीएम का पद आदित्य ठाकरे को दिया जाना चाहिए ताकि वह 5 साल में डिप्टी सीएम के पद का अनुभव करने आगे उनकी पार्टी को जनाधार मिलता है तो फिर वह कभी आगे भविष्य में सीएम की कुर्सी भी संभाल पाएंगे लेकिन शिवसेना इस मामले में जल्दबाजी कर रही है उन्होंने कहा कि यह बाला साहब ठाकरे की पार्टी है जो कांग्रेस और एनसीपी के सिद्धांतों के खिलाफ लड़ते रहे थे और अब शिवसेना उनसे हाथ मिलाने की बात कर रही है उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं है कि शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार में जाएगी यह शिवसेना मात्र राजनीतिक दबाव के तहत बोल रही है


Conclusion:ईटीवी के सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अगर शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस का गठबंधन होता भी है तो वह एनडीए गठबंधन की पार्टी का धर्म निभाते हुए विपक्ष में बैठना पसंद करेंगे मगर ऐसी सरकार अगर बनती भी है तो वह कुछ दिनों के लिए ही बन पाएगी और थोड़े दिनों में ही तो गिर जाएगी उस सरकार का भविष्य कुछ भी नहीं होगा साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आज वह केंद्रीय मंत्री और महाराष्ट्र के नेता नितिन गडकरी से मुलाकात कर उधव ठाकरे से बात करने की मांग करेंगे क्योंकि नितिन गडकरी और उद्धव ठाकरे के बीच अच्छे संबंध है और उन्हें यह उम्मीद है कि अगर नितिन गडकरी उधव ठाकरे के साथ भी मध्यस्थता करते हैं तो शायद इस मामले का कुछ हल निकल सकता है
Last Updated : Nov 6, 2019, 3:09 PM IST
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