नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के अध्यक्ष रामदास अठावले ने कहा कि शिवसेना को मैंडेट का सम्मान करना चाहिए. आदित्य ठाकरे के सीएम बनाए जाने की मांग पर अठावले ने कहा कि आदित्य के पास अभी सीएम पद का अनुभव नहीं है, वह नए चुनकर आए हैं, पहले उन्हें डिप्टी सीएम बनकर अनुभव लेना चाहिए. इसके बाद शिवसेना को सीएम की कुर्सी संभालने की मांग करनी चाहिए.
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा, 'उन्हें उम्मीद नहीं है कि शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) और कांग्रेस की सरकार बनेगी. क्योंकि यह बाला साहब ठाकरे के विचारधारा के बिल्कुल विपरीत होगी, जिन सिद्धांतों और विचारों के खिलाफ बाला साहब लड़ाई लड़ते रहे हैं, शिवसेना अब उन्हीं पार्टी के साथ जाकर सरकार बनाएगी. मुझे नहीं लगता है कि ऐसा होगा. अंततः शिवसेना और भाजपा की सरकार ही महाराष्ट्र में बनेगी.'
अठावले ने कहा कि शिवसेना को भाजपा बड़ी पार्टी होकर भी 50:50 मंत्रालय देने को तैयार है, यहां तक कि पीडब्ल्यूडी, अर्बन डेवलपमेंट और अगर वह मांग करें तो मुझे लगता है कि कुछ और महत्वपूर्ण मंत्रालय भी शायद बीजेपी दे देगी. इसलिए 50:50 मंत्रालय पर सहमति की बात होनी चाहिए ना की सीएम पद की कुर्सी के लिए ढाई-ढाई साल का कार्यकाल होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि शिवसेना को डिप्टी सीएम का पद भी भाजपा देने के लिए तैयार है और एक गठबंधन पार्टी के नाते वह भी इस बात से सहमत है कि डिप्टी सीएम का पद आदित्य ठाकरे को दिया जाना चाहिए. ताकि वह पांच साल में डिप्टी सीएम के पद का अनुभव कर सकें. इससे आगे उनकी पार्टी को जनाधार मिलेगा. तभी वह आगे भविष्य में सीएम की कुर्सी संभाल पाएंगे, लेकिन शिवसेना इस मामले में जल्दबाजी कर रही है.
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उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं है कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार में बनाएगी, यह शिवसेना मात्र राजनीतिक दबाव के तहत बोल रही है.
उन्होंने यह भी कहा कि वह केंद्रीयमंत्री और महाराष्ट्र के नेता नितिन गडकरी से मुलाकात कर उद्धव ठाकरे से बात करने की मांग करेंगे क्योंकि नितिन गडकरी और उद्धव ठाकरे के बीच अच्छे संबंध है . उम्मीद है कि अगर नितिन गडकरी उद्धव ठाकरे के साथ भी मध्यस्थता करते हैं तो शायद इस मामले का कुछ हल निकल सकता है.