अयोध्या : राम जन्मभूमि के पुजारी प्रदीप दास कोरोना पॉजिटिव पाये गए हैं. इनके अलावा 16 पुलिसकर्मी भी संक्रमित पाए गए हैं. राम जन्मभूमि मंदिर का भूमि पूजन कार्यक्रम पांच अगस्त को होना है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दो सौ लोग शिरकत करने वाले हैं.
कोरोना के कारण भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए अधिक लोगों को निमंत्रण नहीं दिया जा रहा है. सिर्फ चुनिंदा लोगों को ही शिलान्यास कार्यक्रम में आमंत्रित किया जा रहा है.
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के शिष्य कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इसके साथ 6 नए सुरक्षाकर्मी संक्रमित मिले हैं. सुरक्षाकर्मियों में संक्रमण की संख्या कुल 16 हो गई है. पूरे राम जन्मभूमि परिसर को सेनिटाइज कराया जा रहा है.
आपको बता दें कि राम जन्मभूमि मंदिर का भूमि पूजन कार्यक्रम पांच अगस्त को होने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का भूमि पूजन और शिलान्यास करने अयोध्या आ रहे हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा भाजपा के कई शीर्ष नेता जिनमें लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और आरएसएस के कई अन्य नेताओं के भी कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है. इस अवसर पर देश के शीर्ष उद्योगपति और नौकरशाहों की उपस्थिति भी दर्ज हो सकती है.
इस भूमि पूजन कार्यक्रम की भव्यता और प्रचार में राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट दिनरात लगा हुआ है.
कोरोना के कारण भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए अधिक लोगों को निमंत्रण नहीं जा रहा है. सिर्फ चुनिंदा लोगों को ही शिलान्यास कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है.
साकेत महाविद्यालय का क्षेत्र, जहां प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरेगा और जहां से वह राम जन्मभूमि स्थल तक पहुंचेंगे, उसकी घेराबंदी कर दी गई है, साथ ही पास के रामकोट इलाके के निवासियों को आवागमन के लिए पास जारी कर दिए गए हैं.
वहीं नियमित सुरक्षा जांच की जा रही है और डोर-टू-डोर चेकिंग भी की जा रही है. अयोध्या में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा कर्मियों को छतों पर तैनात किया जाएगा और ड्रोन कैमरे से इस क्षेत्र की निगरानी की जाएगी.
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आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, भूमिपूजन' समारोह के लिए सुरक्षा-व्यवस्था उच्चस्तर पर होगी. संयोगवश इसी दिन कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की पहली वर्षगांठ भी है. सुरक्षा अलर्ट 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस तक रहेगा.
सभी होटल, लॉज, गेस्टहाउस का सत्यापन चल रहा है और धार्मिक शहर में प्रवेश द्वारों को सील किया जा रहा है.
वीएचपी ने अपने कैडरों को हर शहर और गांव में ऐसी व्यवस्था करने को कहा है, जहां लोग कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इकट्ठा हो सकें और इस ऐतिहासिक समारोह को टीवी पर लाइव देख सकें.
उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का उपयोग करने के लिए भी कहा गया है ताकि यह समारोह हर घर में देखा जा सके.