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सारदा चिटफंड मामला: CBI समन पर पेश नहीं हुए राजीव कुमार - ponzi scheme scam

कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के समक्ष पेश नहीं हुए. उन्होंने CBI समन के जवाब में एक पत्र लिख कर और समय मांगा है. राजीव के खिलाफ सारदा चिटफंड घोटाले में CBI जांच कर रही है. जानें क्या है पूरा मामला

राजीव कुमार की फाइल फोटो
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Published : May 27, 2019, 4:30 PM IST

Updated : May 27, 2019, 5:01 PM IST

कोलकाता: केंद्रीय जांच ब्यूरो के अधिकारियों को एक बार फिर निराशा हाथ लगी है. कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार ने उनके समन की अनदेखी की है. राजीव ने सीबीआई से उनके समक्ष पेश होने के लिए और समय मांगा है.

दरअसल, सीबीआई ने राजीव कुमार को शारदा चिटफंड मामले में समन जारी कर सोमवार को पेश होने का निर्देश दिया था. अधिकारियों ने बताया कि राजीव ने खुद पेश न होकर एक पत्र भेजा है. पत्र में राजीव ने शारदा चिटफंड घोटाला मामले में पेश होने के लिए और समय की मांग की है.

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राजीव कुमार की पेशी से जुड़ी सूचना

सीआईडी के एक अधिकारी ने सॉल्ट लेक स्थित सीबीआई कार्यालय में राजीव कुमार का पत्र पहुंचाया. पत्र में राजीव ने लिखा है कि वे तीन दिनों के अवकाश पर हैं, ऐसे में वे पेश होने में असमर्थ हैं.

सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि सीबीआई अधिकारी बारासात कोर्ट में थे. इसका मकसद राजीव कुमार को पेशी से बचने का उपाय करने से रोका जाना था.

घर से भी गायब मिले राजीव कुमार
इससे पहले रविवार शाम कुछ सीबीआई अधिकारी राजीव कुमार के घर भी पहुंचे. राजीव के घर से नदारद होने के कारण सीबीआई ने उन्हें सॉल्ट लेक कार्यालय में पेश होने का समन जारी किया था.

राज्य सरकार ने CID में बहाल किया
गौरतलब है कि रविवार रात लोकसभा चुनाव-2019 के लिए लागू आदर्श आचार संहिता खत्म हो गई. इसके बाद पश्चिम बंगाल की राज्य सरकार ने राजीव कुमार को सीआईडी के महानिदेशक के पद पर दोबारा बहाल कर दिया.

ये भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल सरकार ने 11 आईपीएस अधिकारियों को फिर से किया बहाल

लुकआउट सर्कुलर
इससे पहले शनिवार को राजीव कुमार के खिलाफ सीबीआई ने लुकआउट नोटिस भी जारी किया था. इसका मकसद उन्हें देश छोड़कर जाने से रोकना था.

क्या चाहती है सीबीआई
सीबीआई राजीव कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ करना चाहती है. इसका कारण है कि राजीव कुमार ने सारदा चिटफंड मामले की शुरुआती जांच की है. राजीव कुमार इस घोटाले की जांच के लिए गठित स्पेशल इन्वेसिटिगेशन टीम (SIT) के प्रमुख थे. बाद में इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया.

ये भी पढ़ें: कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के घर पहुंची सीबीआई

शिलांग में हो चुकी है पूछताछ
सीबीआई इससे पहले राजीव कुमार से शिलांग कार्यालय में पूछताछ कर चुकी है. सीबीआई ने राजीव कुमार पर सहयोग न करने का भी आरोप लगाया है. सारदा चिटफंड केस में पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार पर सबूत नष्ट करने का आरोप है. राजीव कुमार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी माने जाते हैं. उनके खिलाफ हुई कार्रवाई को ममता ने असंवैधानिक करार देते हुए धरना भी दिया था.

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राजीव कुमार और ममता बनर्जी (फाइल फोटो)

ये भी पढ़ें: सारदा घोटाला: ममता के 'चहेते' पुलिस अधिकारी को झटका, गिरफ्तारी से रोक हटी

बता दें कि इससे पहले भी राजीव कुमार सुप्रीम कोर्ट से राहत की अपील कर चुके हैं. हालांकि, पिछले दिनों एक आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें सात दिनों की मोहलत देते हुए सीबीआई के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया था. प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुआई वाली तीन सदस्यीय पीठ ने 17 मई को राजीव कुमार को गिरफ्तारी से संरक्षण प्रदान करने वाला पांच फरवरी का आदेश वापस ले लिया था.

ये भी पढ़ें: सारदा चिटफंड घोटाला: प्रगति रिपोर्ट में CBI ने किये गंभीर खुलासे

क्या है सारदा चिटफंड घोटाला
सारदा चिटफंड पॉन्जी स्कीम घोटाला 2500 करोड़ रुपये से ज्यादा का बताया जाता है. जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल की सारदा ग्रुप ऑफ कंपनीज ने निवेशकों को ऊंची दरों पर पैसे वापस मिलने का प्रलोभन दिया था. बाद में लाखों लोगों के पैसे डूब गए.

कोलकाता: केंद्रीय जांच ब्यूरो के अधिकारियों को एक बार फिर निराशा हाथ लगी है. कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार ने उनके समन की अनदेखी की है. राजीव ने सीबीआई से उनके समक्ष पेश होने के लिए और समय मांगा है.

दरअसल, सीबीआई ने राजीव कुमार को शारदा चिटफंड मामले में समन जारी कर सोमवार को पेश होने का निर्देश दिया था. अधिकारियों ने बताया कि राजीव ने खुद पेश न होकर एक पत्र भेजा है. पत्र में राजीव ने शारदा चिटफंड घोटाला मामले में पेश होने के लिए और समय की मांग की है.

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राजीव कुमार की पेशी से जुड़ी सूचना

सीआईडी के एक अधिकारी ने सॉल्ट लेक स्थित सीबीआई कार्यालय में राजीव कुमार का पत्र पहुंचाया. पत्र में राजीव ने लिखा है कि वे तीन दिनों के अवकाश पर हैं, ऐसे में वे पेश होने में असमर्थ हैं.

सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि सीबीआई अधिकारी बारासात कोर्ट में थे. इसका मकसद राजीव कुमार को पेशी से बचने का उपाय करने से रोका जाना था.

घर से भी गायब मिले राजीव कुमार
इससे पहले रविवार शाम कुछ सीबीआई अधिकारी राजीव कुमार के घर भी पहुंचे. राजीव के घर से नदारद होने के कारण सीबीआई ने उन्हें सॉल्ट लेक कार्यालय में पेश होने का समन जारी किया था.

राज्य सरकार ने CID में बहाल किया
गौरतलब है कि रविवार रात लोकसभा चुनाव-2019 के लिए लागू आदर्श आचार संहिता खत्म हो गई. इसके बाद पश्चिम बंगाल की राज्य सरकार ने राजीव कुमार को सीआईडी के महानिदेशक के पद पर दोबारा बहाल कर दिया.

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लुकआउट सर्कुलर
इससे पहले शनिवार को राजीव कुमार के खिलाफ सीबीआई ने लुकआउट नोटिस भी जारी किया था. इसका मकसद उन्हें देश छोड़कर जाने से रोकना था.

क्या चाहती है सीबीआई
सीबीआई राजीव कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ करना चाहती है. इसका कारण है कि राजीव कुमार ने सारदा चिटफंड मामले की शुरुआती जांच की है. राजीव कुमार इस घोटाले की जांच के लिए गठित स्पेशल इन्वेसिटिगेशन टीम (SIT) के प्रमुख थे. बाद में इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया.

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शिलांग में हो चुकी है पूछताछ
सीबीआई इससे पहले राजीव कुमार से शिलांग कार्यालय में पूछताछ कर चुकी है. सीबीआई ने राजीव कुमार पर सहयोग न करने का भी आरोप लगाया है. सारदा चिटफंड केस में पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार पर सबूत नष्ट करने का आरोप है. राजीव कुमार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी माने जाते हैं. उनके खिलाफ हुई कार्रवाई को ममता ने असंवैधानिक करार देते हुए धरना भी दिया था.

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राजीव कुमार और ममता बनर्जी (फाइल फोटो)

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बता दें कि इससे पहले भी राजीव कुमार सुप्रीम कोर्ट से राहत की अपील कर चुके हैं. हालांकि, पिछले दिनों एक आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें सात दिनों की मोहलत देते हुए सीबीआई के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया था. प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुआई वाली तीन सदस्यीय पीठ ने 17 मई को राजीव कुमार को गिरफ्तारी से संरक्षण प्रदान करने वाला पांच फरवरी का आदेश वापस ले लिया था.

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क्या है सारदा चिटफंड घोटाला
सारदा चिटफंड पॉन्जी स्कीम घोटाला 2500 करोड़ रुपये से ज्यादा का बताया जाता है. जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल की सारदा ग्रुप ऑफ कंपनीज ने निवेशकों को ऊंची दरों पर पैसे वापस मिलने का प्रलोभन दिया था. बाद में लाखों लोगों के पैसे डूब गए.

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CBI-KUMAR
Rajeev skips CBI summons, sends letter seeking more time
          Kolkata, May 27 (PTI) Former Kolkata police commissioner Rajeev Kumar skipped a meeting with the CBI officials on Monday despite being summoned by the agency for questioning in connection with the Saradha chit fund scam, officials said.
          Kumar, however, sent a letter to the Central Bureau of Investigation (CBI), seeking some more time to appear before its officers in connection with the case.
          A CID official visited the CBI office in Salt Lake and submitted the letter, in which Kumar said he is on a three-day off and, therefore, unable to attend the summon.
          CBI sources said officials were at the Barasat court to prevent Kumar from taking any legal step to stop the agency from interrogating him.
          The CBI had on Sunday summoned the IPS officer to the agency's Salt Lake office on Monday after a team failed to meet him at his residence in connection with the Saradha probe.
          Kumar has been reinstated as the additional director general of the CID on Sunday night by the West Bengal government after the model code of conduct ceased to exist.
          On Saturday, the CBI had also issued a lookout notice against Kumar to prevent him from leaving the country.
          The agency wants custodial interrogation of Kumar in connection with the chit fund scam as he was heading the police's special investigation team to probe the case before the CBI took over.
          The ponzi scheme scam was over Rs 2,500 crore by the Saradha group of companies, which had duped lakhs of customers promising higher rates of returns on their investment, the CBI had said. PTI SCH
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Last Updated : May 27, 2019, 5:01 PM IST
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