नई दिल्ली : रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ विनोद कुमार यादव ने गुरुवार को कहा कि नेशनल रेल प्लान 2030 का ड्राफ्ट पहले ही तैयार किया जा चुका है और अंतिम रिपोर्ट दिसंबर 2020 में जारी की जाएगी.
रेलवे नेटर्वक के विस्तार का चल रहा काम
मीडिया को संबोधित करते हुए विनोद कुमार यादव ने कहा कि नेशनल रेल प्लान 2030 का प्राथमिक लक्ष्य यह है कि आने वाले वर्षों में हमने देश के विभिन्न हिस्सों के लिए एक यातायात प्रक्षेपण किया है. उन्होंने कहा कि उन सभी औद्यौगिक परियोजनाओं पर विचार किया जा रहा है, जिनका काम चल रहा है या निकट भविष्य के लिए योजना बनाई जा रही है. इसके साथ-साथ उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे नेटवर्क के विस्तार के लिए हम काम कर रहे हैं, ताकि 2030 में आवश्यकता के अनुसार रेलवे ट्रैफिक को संभाल सकें.
2024 के लिए एक ब्लू प्रिंट भी तैयार
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ विनोद कुमार यादव ने आगे बताया कि हमने साल 2024 के लिए एक ब्लू प्रिंट भी तैयार कर लिया है. यह पहली बार हुआ है कि हमने 2024 तक चलने वाली योजनाओं के लिए सलाना बजट निर्धारित किया है. उन्होंने कहा कि रेलवे अगले 2 सप्ताह में जोनल रेलवे को मार्च 2024 तक चलने वाली योजनाओं की एक बुकलेट भी सौंपेगी. उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं में रेल पटरियों का दोहरीकरण, रेलवे का विद्युतिकरण, डेडिकेटेड फ्रंट कॉरिडोर को पूरा करना, कोयला आंदोलन की 51 परियोजनाएं समेत कई अन्य योजनाएं शामिल हैं.
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राजस्व में 11 फीसदी की वृद्धि
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ ने जानकारी दी कि 13 अक्टूबर तक माल परिचालन से राजस्व में पिछले साल की तुलना में करीब 11 फीसदी की वृद्धि हुई है. वहीं उन्होंने कहा कि 126 ऑटोमोबाइल रेक लोडिंग में विशेष रूप से उछाल देखी गई है, जो 68 फीसदी से भी अधिक है. पंजाब में किसानों के रेल रोको प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि हालात सामान्य होने पर रेल सेवा फिर से शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा कि हम लगातार स्थिति के सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं और इसके लिए राज्य सरकार और गृह मंत्रालय से संपर्क में हैं.