ETV Bharat / bharat

मुंबई : कोरोना के संदिग्ध रोगियों को अस्पताल पहुंचाने में मदद करेंगे रेलकर्मी

कोरोना वायरस को लेकर केंद्र सरकार कई एहतियाती कदम उठा रही है. इस क्रम में जांच केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है और बाहर से आने वाले व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है ताकि इस वायरस को फैलने से रोका जा सके. वहीं दूसरी तरफ मुंबई में रेल अधिकारी अपने कर्मचारियों को कोरोना वायरस के लक्षण वाले रोगियों की पहचान करने और उन्हें अस्पताल पहुंचाने में मदद करने के लिए प्रशिक्षित कर रहे हैं.

etvbharat
प्रतीकात्मक चित्र
author img

By

Published : Mar 12, 2020, 10:23 PM IST

मुंबई : मुंबई के रेल अधिकारियों ने अपने कर्मचारियों को कोरोना वायरस के लक्षण वाले रोगियों की पहचान करने और उन्हें अस्पताल पहुंचाने में मदद करने के लिए प्रशिक्षित किया है. एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी.

मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे की लोकल ट्रेनों में रोजाना करीब 80 लाख लोग यात्रा करते हैं, जो देश में रोजाना ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों की लगभग आधी संख्या है.

औसतन 5,000 से अधिक लोग व्यस्त घंटे के दौरान मुंबई में किसी लोकल ट्रेन से यात्रा करते हैं.

मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने कहा, 'स्टेशन मास्टरों को कोरोना वायरस के लक्षणों की पहचान करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है. उन्हें कोरोना वायरस जैसे लक्षण वाले यात्रियों से संपर्क करने और नजदीकी अस्पताल में पहुंचने के लिए मदद करने का निर्देश दिया गया है.'

उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर आपात चिकित्सा कक्ष कर्मियों को वायरस के बारे में जानकारी दी गई है.

सुतार ने कहा, 'यात्री खुद भी स्टेशन मास्टर से संपर्क कर सकते हैं या इस तरह के संदिग्ध रोगियों की सूचना देने के लिए रेलवे हेल्पलाइन को फोन कर सकते हैं.'

उन्होंने कहा, 'इस उद्देश्य के लिए विशेष हेल्पलाइनें गठित की गई हैं.'

अधिकारी यात्रियों में पोस्टरों और ऑडियो एवं वीडियो संदेश से भी जागरूकता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें- भारत में कोरोना : राष्ट्रपति भवन कल से आम जनता के लिए बंद रहेगा

पश्चिम रेलवे ने कोरोना वायरस के संदिग्ध मामलों के लिए मुंबई सेंट्रल में जगजीवन राम अस्पताल में 30 बिस्तरों वाला एक वार्ड बनाया है.

पश्चिम रेलवे की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि पृथक वार्ड और अत्यधिक संपर्क वाले स्थानों पर नियमित रूप से रोगाणुनाशकों का इस्तेमाल किया जा रहा है.

मुंबई : मुंबई के रेल अधिकारियों ने अपने कर्मचारियों को कोरोना वायरस के लक्षण वाले रोगियों की पहचान करने और उन्हें अस्पताल पहुंचाने में मदद करने के लिए प्रशिक्षित किया है. एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी.

मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे की लोकल ट्रेनों में रोजाना करीब 80 लाख लोग यात्रा करते हैं, जो देश में रोजाना ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों की लगभग आधी संख्या है.

औसतन 5,000 से अधिक लोग व्यस्त घंटे के दौरान मुंबई में किसी लोकल ट्रेन से यात्रा करते हैं.

मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने कहा, 'स्टेशन मास्टरों को कोरोना वायरस के लक्षणों की पहचान करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है. उन्हें कोरोना वायरस जैसे लक्षण वाले यात्रियों से संपर्क करने और नजदीकी अस्पताल में पहुंचने के लिए मदद करने का निर्देश दिया गया है.'

उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर आपात चिकित्सा कक्ष कर्मियों को वायरस के बारे में जानकारी दी गई है.

सुतार ने कहा, 'यात्री खुद भी स्टेशन मास्टर से संपर्क कर सकते हैं या इस तरह के संदिग्ध रोगियों की सूचना देने के लिए रेलवे हेल्पलाइन को फोन कर सकते हैं.'

उन्होंने कहा, 'इस उद्देश्य के लिए विशेष हेल्पलाइनें गठित की गई हैं.'

अधिकारी यात्रियों में पोस्टरों और ऑडियो एवं वीडियो संदेश से भी जागरूकता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें- भारत में कोरोना : राष्ट्रपति भवन कल से आम जनता के लिए बंद रहेगा

पश्चिम रेलवे ने कोरोना वायरस के संदिग्ध मामलों के लिए मुंबई सेंट्रल में जगजीवन राम अस्पताल में 30 बिस्तरों वाला एक वार्ड बनाया है.

पश्चिम रेलवे की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि पृथक वार्ड और अत्यधिक संपर्क वाले स्थानों पर नियमित रूप से रोगाणुनाशकों का इस्तेमाल किया जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.