नई दिल्ली/भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के पूर्व ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के एक सहयोगी अश्विनी शर्मा के ठिकानों पर आयकर विभाग के छापे की कार्रवाई की. इस दौरान अंदर जाने की बात को लेकर सीआरपीएफ और मध्यप्रदेश पुलिस के अधिकारियों के बीच तीखी तकरार हो गयी.
छापे के दौरान शाम को मध्यप्रदेश पुलिस के कुछ अधिकारियो ने कॉम्प्लेक्स के अंदर जाने की कोशिश की लेकिन सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के जवानों ने उन्हें रोक दिया. इस बात को लेकर सीआरपीएफ के अधिकारी और पुलिस के अधिकारियों के बीच तीखी तकरार हो गई.
कांग्रेस बोली- राजनीतिक बदला
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से जुड़े लोगों के दिल्ली और मध्य प्रदेश स्थित 50 ठिकानों पर रविवार सुबह आयकर विभाग की छापेमारी को कांग्रेस ने राजनीतिक बदला बताया है.
हार के डर से बीजेपी की कार्रवाई
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में अपनी हार सामने नजर आ रही है इसलिये चुनाव में लाभ लेने के लिये इस तरह की कार्रवाई की जा रही है.
भाजपा बोली- काली कमाई बरामद हुई
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, 'मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के निजी सचिव के घर से आयकर विभाग के छापे में करोड़ों रुपये की काली कमाई बरामद हुई. इससे एक बात तो साफ हो गई कि जो चोर है, उसे ही चौकीदार से शिकायत है.'
शिवराज सिंह की प्रतिक्रिया
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आयकर विभाग अपना काम कर रहा है, यह उनका संवैधानिक अधिकार है. सीआरपीएफ के जवान ड्यूटी पर थे, उन्हें रोका जा रहा है. MP पुलिस CRPF से भिड़ गई ममता जी ने बंगाल में जो किया, वही खेल मप्र में भी खेला जा रहा है. यह भ्रष्टों को बचाने की कोशिश है. मुझे आश्चर्य है कि एम पी के सीएम कमलनाथ सहयोग करने के जगह आयकर विभाग की कार्रवाई रोकने की कोशिश कर रहे हैं.
क्या है मामला
कमलनाथ के पूर्व ओएसडी कक्कड़ और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर रविवार सुबह से सीआरपीएफ की सुरक्षा में आयकर विभाग द्वारा छापे की कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. इसके तहत सुबह से भोपाल शहर के न्यू मार्केट इलाके में प्लेटिनम प्लाजा स्थित बहुमंजिला भवन में शर्मा के ठिकाने पर भी छापे की कार्रवाई जारी है. आयकर विभाग द्वारा मध्यप्रदेश पुलिस को अलग रख सेन्ट्रल रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की सुरक्षा में यह कार्रवाई की जा रही है.
राज्य पुलिस का बयान
पुलिस के नगर पुलिस अधीक्षक भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि कॉम्प्लेक्स में रह रहे लोगों की शिकायत पर पुलिस यहां आई है. सीआरपीएफ के अधिकारी से कहासुनी होने बाद उन्होंने कहा, 'हमें आयकर छापे से कोई लेना देना नहीं है. पूरे कॉम्प्लेक्स को सील कर दिया है. लोग परेशान हो रहे हैं और बीमार लोग भी अंदर हैं, उन्हें बाहर निकलने नहीं दे रहे हैं. लोग स्थानीय पुलिस के एसएचओ को फोन कर रहे हैं और वहां से निकल नहीं पा रहे हैं. केवल अश्विनी शर्मा का घर सील करें जबकि पूरे कॉम्प्लेक्स को सील कर रखा है.'
सीआरपीएफ का बयान
वहीं दूसरी ओर सीआरपीएफ दल का नेतृत्व कर रहे अधिकारी प्रदीप कुमार ने आरोप लगाया कि पुलिस के अधिकारी हमारे काम में रुकावट डाल रहे हैं. उन्होने कहा, 'यहां वही लोग हैं जिनके यहां छापा पड़ा है. मप्र पुलिस काम नहीं करने दे रही है. काम से रोक रहे हैं. हम केवल अपनी ड्यूटी कर रहे हैं. सीआरपीएफ देश के लोगों की रक्षा करती है. आयकर छापे की कार्रवाई चल रही है इसलिये अधिकारियों के आदेश पर किसी को अंदर जाने नहीं दे रहे हैं. जैसे ही छापे की कार्रवाई समाप्त होगी खबर कर देंगे. हम केवल गेट के अंदर जाने की परमिशन नहीं दे रहे हैं और आदेश हैं कि किसी को अंदर नहीं आने दिया जाये.'
स्थिति नियंत्रण में
हालांकि, इस तकरार के कुछ देर बाद सीआरपीएफ के एक अन्य अधिकारी ने मीडिया से ज्यादा कुछ नहीं कहते हुए कहा कि स्थिति नियंत्रण में है.
बड़ी संख्या में पहुंचा पुलिस बल
मीडियाकर्मियों के कैमरों के सामने हुए अधिकारियों के इस तीखी तकरार के बाद प्रदेश पुलिस के जवान बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गये और करीब आधा घंटा वहां रहने के बाद वहां से रवाना हो गये. इसके बाद कॉम्पलेक्स के बाहर एक एम्बुलेंस भी दिखाई दी.
शर्मा बोले- BJP से हूं
कक्कड़ के सहयोगी बताये जा रहे शर्मा ने इससे पहले छापे के दौरान कक्कड़ या कमलनाथ से संबंध होने के सवाल पर मीडिया से कहा कि वह भाजपा का आदमी है. उसने दावा किया है उसके यहां से जो भी रकम बरामद हो रही है वह उसकी है. सूत्रों के मुताबिक शर्मा एक एनजीओ चलाता है.
अन्य ठिकानों पर भी रेड
आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया छापामार मुहिम को आयकर विभाग की दिल्ली इकाई की अगुवाई में बेहद गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया. कक्कड़ के घर के अलावा कम से कम पांच अन्य ठिकानों पर भी आयकर विभाग ने छापे मारे. इनमें मुख्यमंत्री के पूर्व ओएसडी का दफ्तर और अश्विनी शर्मा सहित उनके करीबी लोगों के परिसर शामिल हैं.
बंगाल में भिड़े थे सीबीआई और राज्य पुलिस
बता दें कि इससे पहले पश्चिम बंगाल में सीबीआई कार्रवाई के दौरान केंद्र और राज्य आमने-सामने आ गए थे. कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर छापेमारी करने पहुंची सीबीआई की टीम को कोलकाता पुलिस ने बंधक बना लिया था.
ममता का धरना
बाद में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत राज्य के कई अन्य शीर्ष अधिकारियों ने लगभग 60 घंटों तक धरना भी दिया था. सभी ने केंद्र सरकार पर दमन जैसे आरोप लगाए थे. रविवार तीन फरवरी, 2019 से लेकर पांच फरवरी की शाम तक ममता धरने पर रही थीं. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में हस्तक्षेप किया था.
बड़ी मात्रा में नकदी बरामद
लोकसभा चुनावों की बढ़ती सरगर्मियों के बीच मारे गये आयकर छापों में संदिग्ध निवेश के दस्तावेजों के साथ बड़ी मात्रा में नकदी बरामद होने की भी खबरें हैं. हालांकि, आयकर विभाग के स्थानीय अधिकारी यह कहते हुए इस बारे में कुछ भी बताने में फिलहाल असमर्थता जता रहे हैं कि छापों की मुहिम की अगुवाई आयकर विभाग की दिल्ली इकाई कर रही है और यही इकाई बरामदगी के बारे में अधिकृत जानकारी दे सकेगी.
कौन है कक्कड़
सरकारी और प्रशासनिक गलियारों में पैठ रखने वाले कक्कड़ का परिवार अतिथि सत्कार समेत विभिन्न क्षेत्रों के कारोबार से जुड़ा है. लोकसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले ही कक्कड़ और मिगलानी ने इस्तीफा दे दिया था. कक्कड़, राज्य पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी हैं. उन्हें गत दिसंबर में सूबे में कांग्रेस सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ का ओएसडी नियुक्त किया गया था. वरिष्ठ कांग्रेस नेता और रतलाम के निवर्तमान सांसद कांतिलाल भूरिया जब केंद्र की पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में मंत्री थे, तब कक्कड़ उनके भी ओएसडी रहे थे.
कोलकाता में आयकर की कार्रवाई
सूत्रों ने कहा कि कोलकाता के कारोबारी पारस लाल लोढ़ा के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई. आयकर विभाग के करीब 200 अधिकारियों की टीम ने रविवार तड़के तीन बजे इन परिसरों पर छापेमारी शुरू की और अभी तक कुछ बेहिसाबी नकदी बरामद हुई है. यह छापेमारी मौजूदा चुनावी सीजन में संदिग्ध हवाला धन की आवाजाही और कर चोरी के मामले में की गई है.