नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सिंधिया इकलौते ऐसे नेता थे, जो कभी भी मेरे घर आ सकते थे. मेरे घर तक उनकी पहुंच थी. उन पर कोई रोकटोक नहीं था.
आपको बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दावा किया था वे कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने गए थे, लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया.
कांग्रेस के 'वास्तविकता से दूर' होने का दावा करते हुए सिंधिया भाजपा में बुधवार को शामिल हो गए. भाजपा मुख्यालय में सिंधिया ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश-दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है और वह भविष्य की चुनौतियों को परखते हुए उसका क्रियान्वयन कर रहे हैं. मोदी के नेतृत्व में भारत का भविष्य सुरक्षित है.'
सिंधिया ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वह आहत थे क्योंकि वह अपने पूर्व संगठन (कांग्रेस) में लोगों की सेवा नहीं कर पा रहे थे. उन्होंने कहा, 'अभी जो कांग्रेस पार्टी है, वह पार्टी नहीं है जो पहले थी.'' उन्होंने कांग्रेस छोड़ने के कारणों में 'कांग्रेस पार्टी में वास्तविकता से इंकार' तथा 'नई सोच, विचारधारा एवं नये नेतृत्व को मान्यता नहीं मिलना' बताया.
सिंधिया ने कहा, 'वहां (कांग्रेस) राष्ट्रीय स्तर और राज्य स्तर पर अलग अलग विडंबना है. ऐसे में मैंने यह निर्णय (भाजपा में शामिल होने) किया.'
सिंधिया ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में 'एक सपना हमने पिरोया था, जब वहां सरकार बनी. लेकिन 18 महीने में वो सारे सपने बिखर गए. चाहे वो किसानों के ऋण माफ करने की बात हो, पिछले फसल का बोनस न मिलना हो... ओलावृष्टि से नष्ट फसल आदि का भी मुआवजा अब तक नहीं मिल पाया है.' मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार पर वचनपत्र पालन करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में किसान त्रस्त है, नौजवान परेशान है और रोजगार के अवसर नहीं है.