पटना : बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने बृहस्पतिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. रघुवंश प्रसाद के इस्तीफे पर लालू प्रसाद यादव ने भी पत्र लिखकर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि रघुवंश प्रसाद आप कहीं नहीं जा रहे हैं.
कोविड-19 संक्रमण के बाद की कुछ दिक्कतों को लेकर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली में भर्ती रघुवंश प्रसाद सिंह द्वारा लालू प्रसाद को लिखा पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
रघुवंश प्रसाद के पत्र के बाद लालू यादव ने भी पत्र लिखा है. लालू यादव ने पत्र में लिखा, 'प्रिय रघुवंश बाबू, आपके द्वारा कथित तौर पर लिखी एक चिट्ठी मीडिया में चलाई जा रही है. मुझे तो विश्वास ही नहीं होता. अभी मेरे, मेरे परिवार और मेरे साथ मिलकर सिंचित राजद परिवार आपको शीघ्र स्वस्थ होकर अपने बीच देखना चाहता है. चार दशकों में हमने हर राजनीतिक, सामाजिक और यहां तक कि पारिवारिक मामलों में मिल बैठकर ही विचार किया है. आप जल्द स्वस्थ हो, फिर बैठकर बात करेंगे. आप कहीं नहीं जा रहे हैं. समझ लीजिए.'
राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को हाथ से लिखे एक पत्र में रघुवंश प्रसाद सिंह ने लिखा है, मैं जननायक कर्पूरी ठाकुर की मृत्यु के बाद 32 वर्षों तक आपके पीछे खड़ा रहा लेकिन अब नहीं.
उन्होंने पत्र में लिखा है, पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं और आमजन ने बड़ा स्नेह दिया. मुझे क्षमा करें. रघुवंश प्रसाद सिंह के नजदीकी केदार यादव ने राजधानी दिल्ली से फोन पर बताया कि उन्हें मनाने का प्रयास किया जा रहा है.
रघुवंश प्रसाद सिंह पूर्व सांसद रामा सिंह को राजद में शामिल किए जाने की चर्चा से कथित तौर पर नाखुश हैं औ उन्होंने 23 जून को तब राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था जब वह कारोना वायरस संक्रमण से पीड़ित होने के कारण पटना एम्स में भर्ती थे.
2014 के लोकसभा चुनाव में रामा सिंह ने रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा के उम्मीदवार के तौर पर रघुवंश प्रसाद सिंह को वैशाली लोकसभा सीट पर हराया था .
राजद बिहार इकाई के अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है.
रघुवंश प्रसाद सिंह के इस्तीफे का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, मैं इसकी पुष्टि करने की भी कोशिश कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि उन्हें त्यागपत्र की कोई प्रति नहीं मिली है और न ही अभी तक सूचित किया गया है.
बिहार में सत्ताधारी राजग में शामिल भाजपा, जदयू और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने रघुवंश प्रसाद सिंह के राजद छोड़ने के फैसले का स्वागत किया है.