नई दिल्ली: चुनाव परिणाम आने से पहले ही ईवीएम को लेकर विपक्षी पार्टियों ने बड़ा मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है. कोर्ट से लेकर जिला मुख्यालय तक अलग-अलग तरीकों से सवाल उठाए जा रहे हैं. यूपी के गाजीपुर, चंदौली, डुमरियागंज, झांसी में विपक्षी दलों ने ईवीएम की सुरक्षा को मुद्दा बनाने की कोशिश की है. हालांकि, चुनाव आयोग ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है.
चुनाव आयोग ने कहा कि सारे आरोप बेबुनियाद हैं. ईवीएम की सुरक्षा पुख्ता है. कहीं पर किसी किस्म की चुनौती नहीं है. आयोग ने कहा कि जहां भी ईवीएम रखे गए हैं. वहां पर सीसीटीवी लगा हुआ है. सुरक्षा बलों की संख्या पर्याप्त है. राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता भी मौजूद हैं. कैंडिडेट को स्ट्रॉंग रूम देखने की इजाजत भी है. चुनाव आयोग ने घटना पर कहा कि गाजीपुर, झांसी, डुमरियागंज और चंदौली से आ रही ईवीएम के साथ छेड़-छाड़ की खबरें गलत हैं. इन सभी जगहों पर स्ट्रॉग रूम को लेकर प्रत्याशियों द्वारा जो सवाल खड़े किए जा रहे हैं, उनका हल निकाल लिया गया है, मामला सुलझ गया है.
दरअसल गाजीपुर से महागठबंधन उम्मीदवार अफजाल अंसारी ने ईवीएम बदलने का आरोप लगाया था. साथ ही धरने पर बैठ गए थे. रात भर मतगणना केंद्रों के बाहर लोगों ने धरना और हंगामा किया. गाजीपुर में बीजेपी की ओर से मनोज सिन्हा मैदान में हैं.
चुनाव आयोग ने गाजीपुर के अलावा चंदौली, डुमरियागंज और झांसी की घटनाओं पर भी कहा कि विपक्ष की ओर से, जो भी आरोप लगाए जा रहे थे, उसे जिलाधिकारी और एसपी ने मिलकर सुलझा लिया है.
चुनाव आयोग ने आगे कहा कि सभी मतगणन केंद्र और बनाए गए स्ट्रांग रूमों को एकदम सुरक्षित रखा गया है. सभी जगह ईवीएम और वीवीपेट को राजनीतिक दलों के सामने ही वीडियोग्राफी कर के सुरक्षित रखा गया है. ये जहां रखे गए हैं, वहां सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. सुरक्षा के मद्दे नजर सीपीएएफ तैनात है. उम्मीदवारों को भी स्ट्रॉग रूम में प्रवेश की अनुमति नहीं है. ऐसे में किसी तरह का कोई आरोप निराधार है.
इस मामले पर आरजेडी नेता राबड़ी देवी की भी प्रतीक्रिया आ गई है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि देशभर के स्ट्रॉंग रूम्स के आसपास ईवीएम की बरामदगी हो रही है. ट्रकों और निजी वाहनों में ईवीएम पकड़े जा रहे हैं. ये कहां से आ रहे हैं, कहां जा रहे है? कब,क्यों,कौन और किसलिए इन्हें ले जा रहा है? क्या यह पूर्व निर्धारित प्रक्रिया का हिस्सा है?चुनाव आयोग को अतिशीघ्र स्पष्ट करना चाहिए.
बता दें, आखिरी चरण के मतदान 19 मई को पूरे हुए. इसके बाद से ही विपक्ष ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रहा है. चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई में 22 विपक्षी दल आज चुनाव आयोग से मिलेंगे और इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे. विपक्ष की मांग है कि वीवीपैट की 50 प्रतिशत पर्चियों का मिलान किया जाए.