नई दिल्ली : प्रियंका गांधी ने भारत रत्न मदर टेरेसा को याद किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'मेरे पिता के मारे जाने के फौरन बाद मदर टेरेसा हमें देखने आई थीं. मुझे बुख़ार था. वह मेरे बिस्तर के पास बैठीं, मेरे हाथ पकड़े और कहा आओ और मेरे साथ काम करो.'
प्रियंका ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि मैंने कई सालों तक ऐसा किया और मिशनरीज ऑफ चैरिटीज की सभी सिस्टर्स की दोस्ती के प्रति वह आभारी हैं.'
बकौल प्रियंका, 'मिशनरीज की सिस्टर्स मुझे निस्वार्थ सेवा और प्रेम का मार्ग दिखाती रहती हैं.'
नोबेल पुरस्कार देने वाली संस्था ने भी मदर टेरेसा को याद किया. बता दें कि 1979 में मदर टेरेसा को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.
यहां मदर टेरेसा के संबंध में यह कहना गलत नहीं होगा कि बीसवीं सदी में जन्म लेने वाले लोगों को सदा इस बात का गुरूर रहेगा कि उन्होंने उस दौर में सांस ली है, जिस दौर में मदर टेरेसा जैसी महान विभूति इस दुनिया में थीं. 26 अगस्त, 1910 की तारीख इतिहास में भारत रत्न मदर टेरेसा के जन्मदिन के तौर पर दर्ज है.