दुबे की ओर पेश ‘संविधान (संशोधन) विधेयक-2019’ के अलावा सदन में कुल 29 गैर सरकारी विधेयक पेश किए गए.
50 दिनों तक होती है कार्यवाही
विधेयक पेश करते हुए दुबे ने कहा कि एक समय हमारे संसद की कार्यवाही साल में 150 दिन तक होती थी, लेकिन अब औसतन 50 दिनों के आसपास कार्यवाही होती है. ऐसे में यह विधेयक महत्वपूर्ण है जिसमें यह सुनिश्चित करने का प्रावधान है कि कार्यवाही साल में कम से कम 100 दिन चलनी चाहिए.
कांग्रेस के गौरव गोगोई ने धार्मिक सौहार्द के लिए एक राष्ट्रीय आयोग की स्थापना के प्रावधान वाला एक निजी विधेयक पेश किया.
फर्जी खबरों को रोकने के लिए विधेयक
सपा के तेजप्रताप यादव ने फर्जी खबरों को रोकने के प्रावधान वाला निजी विधेयक पेश किया. कांग्रेस के आर ध्रुव नारायण ने देश में महिला किसानों के लिये राष्ट्रीय आयोग की स्थापना के प्रस्ताव वाला गैर सरकरी विधेयक पेश किया.
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13 फरवरी तक चलेगा अंतिम सत्र
कई अन्य सदस्यों ने भी अलग-अलग विषयों पर गैरसरकारी विधेयक पेश किए. उल्लेखनीय है कि ये सभी निजी विधेयक तीन जून को वर्तमान लोकसभा के भंग होने के साथ निष्प्रभावी हो जायेंगे. 16वीं लोकसभा का यह अंतिम सत्र है जो 13 फरवरी तक चलेगा.