नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज मोदी सरकार के कार्यकाल का पहला बजट पेश किया. इसमें उन्होंने कई अहम घोषणाएं की. कर के प्रस्ताव से कुछ सामानों की कीमतों पर असर पड़ेगा. जानें आम जनता पर क्या होगा असर
बैट्री से चलने वाले वाहनों के कल-पुर्जे, कैमरा मॉडयूल, मोबाइल फोन के चार्जर और सेटअप बॉक्स पर कर में राहत दी गयी है.
बजट से महंगे होने वाले प्रमुख उत्पादों पर एक नजर:
- पेट्रोल और डीजल
- सिगरेट, हुक्का और तंबाकू
- सोना और चांदी
- पूरी तरह आयातित कार (इंपोर्टेड कार)
- स्पिल्ट एसी
- लाउडस्पीकर
- डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर
- आयातित किताबें
- सीसीटीवी कैमरे
- काजू गिरी
- आयातित प्लास्टिक
- साबुन के निर्माण में काम आने वाला कच्चा माल
- विनाइल फ्लोरिंग
- ऑप्टिकल फाइबर
- सेरामिक टाइल और वाल टाइल्स
- वाहनों के आयातित कल-पुर्जे
- न्यूजप्रिंट और अखबारों एवं मैगजीनों के प्रकाशन के लिए इस्तेमाल में लाये जाने वाले कागज
- संगमरमर की पट्टियां
बजट से सस्ते होने वाले उत्पाद:
- बैट्री से चलने वाले वाहनों के कल-पुर्जे
- कैमरा मॉड्यूल और मोबाइल फोन के चार्जर
- सेटअप बॉक्स
- आयातित रक्षा उपकरण, जिनका निर्माण भारत में नहीं किया गया हो.
देश का आम बजट पेश होने के बाद लोगों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई है. कोई इस बजट से खुश है तो कोई नाराज. गौरतलब है कि लोगों को आम बजट से काफी आशाएं थी. देश के सभी वर्ग के लोगों को सरकार से उम्मीद थी कि इस बार बजट में कुछ अच्छा देखने को मिलेगा. लेकिन लोगों ने सरकार द्वारा पेश किए गए बजट पर नाराजगी दिखाई.
बजट पर लोगों ने दी प्रतिक्रिया
अधिकतर लोग बजट से नाखुश नजर आए और लोगों का कहना है कि इस महंगाई के युग में उन्हें पेट्रोल-डीजल से लेकर दूसरी चीजें सस्ती होने की उम्मीद थी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसके विपरीत डीजल-पेट्रोल महंगे हुए. जिससे हर चीज महंगी होगी क्योंकि घरेलू चीजों का ट्रांसपोर्टेशन डीजल की गाड़ियों से होता है.
टैक्स को लेकर व्यापारी वर्ग का कहना है कि अपने कारोबार के लिए अकाउंट से पैसे भी निकालने होते हैं जिस पर अलग से सरचार्ज लगेगा. साथ ही जिनका कारोबार मध्यम वर्ग का है. उन्हें पैसों के लेन-देन में जो टैक्स लगाया गया है वह दोहरी मार के बराबर है.
स्टूडेंट्स का कहना है कि उनका ट्रांसपोर्ट महंगा होगा साथ ही किताब महंगी होंगी. स्टूडेंट्स ने कहा कि उन्हें अभी तक कोई फ्री लाइब्रेरी जैसी सुविधा की योजना इस बजट में नजर नहीं आई. जिसका छात्र सालों से इंतजार कर रहे हैं.