नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी की ये प्रेस वार्ता काफी अहम मानी जा रही थी. हालांकि, उन्होंने इससे पहले कई साक्षात्कार दिए हैं. पीएम मोदी ने अपनी सरकार की नीतियों पर विस्तार से चर्चाएं भी की हैं, लेकिन विपक्ष पीएम मोदी पर मीडिया के सवालों से भागने का आरोप लगाता रहा है. इसी बीच आज की प्रेस वार्ता में पीएम मोदी और शाह ने पूरे चुनाव अभियान का विवरण दिया. पढ़ें प्रेस वार्ता का बिंदुवार विवरण
मीडिया के सवाल और जवाब
- एक मीडियाकर्मी के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि वे पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता हैं, पार्टी अध्यक्ष सवाल का जवाब देंगे.
- चुनावी विमर्श का स्तर गिरने के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि बीजेपी ने इसकी शुरुआत नहीं की. भ्रष्टाचार की बात करना हमारा दायित्व है.
- सरकार गठन के सवाल पर शाह ने कहा कि बीजेपी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी. 2014 में हमारे पास 2.5 करोड़ कार्यकर्ता थे, अभी हमारे पास 11 करोड़ कार्यकर्ता हैं.
- अब वो जमाना नहीं रहा कि दिल्ली में दो नेता तय करेंगे और सरकार बनेगी. अब जनता खुद सरकार बनाने का फैसला करती है.
- हम कभी भी बैकफुट पर नहीं गए, जनता के बीच जाकर हर सवाल का जवाब दिया. हमारे पक्ष में मजबूत हुआ है माहौल.
- ममता बनर्जी और बंगाल में हुई हिंसा के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि बीजेपी के 80 कार्यकर्ता मारे गए हैं. ममता जी के पास क्या जवाब है? अमित शाह ने कहा कि सवाल ममता बनर्जी से किया जाना चाहिए.
- प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर एक सवाल पर अमित शाह ने कहा कि उनसे जवाब मांगा गया है, पार्टी के संविधान के मुताबिक बीजेपी की अनुशासनात्मक समिति कार्रवाई करेगी. प्रज्ञा को 10 दिनों का समय दिया गया है.
- गांधी-गोडसे पर अन्य बीजेपी नेताओं के बयान पर शाह ने कहा कि पार्टी ने सभी लोगों को नोटिस दिया है, कार्रवाई की जाएगी. उनके विचार पार्टी के नहीं हैं.
- शाह ने कहा कि गांधी का दर्शन पूरे देश के हैं, स्वच्छता और खादी के क्षेत्र में सरकार ने काफी काम किए हैं.
- विश्वास के आधार का सवाल पूछे जाने पर अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार का कार्यकाल और जनता से मिल रहे समर्थन के आधार पर उन्हें 300 से ज्यादा सीटें जीतने का भरोसा है.
- एक अन्य सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि वोट बैंक के लिए भगवा आतंक का फर्जी केस बनाया गया. प्रज्ञा को उम्मीदवार बनाना फर्जी केस के खिलाफ हमारा सत्याग्रह है.
- समझौता एक्सप्रेस केस का हवाला देते हुए शाह ने कहा कि कुछ लोगों को पकड़ा गया. बाद में भगवा आतंक का फर्जी केस बनाया गया. वोटबैंक पॉलिटिक्स के लिए कांग्रेस पार्टी जिम्मेदार है.
- शाह ने कहा कि इससे पूरी दुनिया में हिंदू संस्कृति बदनाम हुई है, कांग्रेस ने देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को माफी मांगनी चाहिए. टीआरपी के चक्कर में छोटी बातों को सुर्खियां बनाया जाता है.
- नीतियों के तहत हुआ है राफेल सौदा, कोई फेवरेटिज्म नहीं हुआ है. रक्षा मंत्री ने देश की संसद में हर सवाल का जवाब दिया है. राहुल गांधी सुनने के लिए नहीं बैठे. हर सवाल का जवाब प्रधानमंत्री ही दें ऐसा जरूरी नहीं है.
- नॉर्थ इस्ट, बंगाल समेत दक्षिण भारत में भी बेहतर स्थिति में उभरेगी बीजेपी.
पीएम मोदी का संबोधन
- पहले दिन से चेहरे पर जो उत्साह और उमंग था, उसी तरह से आपके सामने आया हूं.
- मेरे लिए चुनाव अभियान जनता को धन्यवाद ज्ञापन था.
- इतने बड़े अभियान में मेरा एक भी कार्यक्रम रद्द नहीं हुआ. मौसम ने भी अधिकांश मौकों पर साथ दिया.
- मेरठ में 1857 की क्रांति शुरू हुई और इसका नेतृत्व मध्य प्रदेश के भीमा नायक ने किया था.
- मेरठ में जनसभा शुरू और मध्यप्रदेश में खत्म हुई, दोनों में बड़ा संबंध है. ये कोई संयोग नहीं है.
- सरकार बनाना जनता ने तय कर लिया है.
- देश की नई पीढ़ी को जानना चाहिए कि बड़ा संगठन और संस्थाएं कैसे चलती हैं.
- नतीजे आने के बाद जल्द ही हमारी सरकार अपना कामकाज शुरु करेगी.
- संगठन के आधार पर चुनाव लड़ा जाना, लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है.
- मेरी निजी राय में पूर्ण बहुमत की सरकार बेहतर है.
- पूर्ण बहुमत की सरकार कार्यकाल पूरा करने के बाद लौटकर आए, ये लंबे अरसे के बाद हो रहा है.
- चुनाव सकारात्मक भाव से हुआ और शानदार रहा.
- चुनाव के दौरान धूल फांकना पड़ता है, सोशल मीडिया आने के बाद जिम्मेदारियां दोहरी हो गई हैं.
- पत्रकारिता जगत में प्राकृतिक आपदा के दौरान हालत खराब होती है.
- ये भारत के गौरव और ताकत की बात है, ये सरकार की अमानत नहीं.
- सरकार सक्षम होती है तो रमजान, आईपीएल ईस्टर, नवरात्र, परीक्षाएं और चुनाव भी होते हैं.
- हमारे लोकतंत्र कि विविधता से हमें विश्व को प्रभावित करना चाहिए.1
- 2009 और 2014 में दो बार आईपीएल बाहर कराया गया.
- दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को आगे ले जाना सबकी जिम्मेदारी है, ये केवल किसी पार्टी या सरकार का काम नहीं.
- मैं मानता हूं कि कुछ बातें दुनिया के लिए हम गर्व के साथ कह सकते हैं.
- अध्यक्ष जी ने मेरे लिए कोई काम नहीं छोड़ा है.
- पीएम मोदी ने कहा कि पहले पार्टी दफ्तर में मीडियाकर्मियों के साथ चायपीना ही मेरा काम होता था.
अमित शाह का संबोधन
- मोदी सरकार ने दुनिया भर में भारत का मान बढ़ाया.
- 23 मई को चुनावी नतीजे आने पर बीजेपी 300 से ज्यादा सीटें जीतेगी.
- दोबारा NDA की सरकार के मुखिया बनेंगे पीएम मोदी.
- नरेंद्र मोदी की सरकार के दौरान अर्थव्यवस्था सबसे आगे रही.
- 480 लोकसभा क्षेत्रों में युवा सम्मेलन.
- 'मोदी है तो मुमकिन है', 'फिर एक बार मोदी सरकार' जैसे नारे जनता और कार्यकर्ताओं के बीच से आया. पार्टी ने इसे आगे बढ़ाया.
- देश की आजादी के बाद पीएम मोदी सबसे ज्यादा परिश्रमी और जनसंपर्क करने वाले प्रधानमंत्री.
- फरवरी से मई तक चलने वाले चुनाव अभियान में मोदी जी ने 142 जनसभाओं को संबोधित किया. 4 रोड शो भी किए.
- इस दौरान 1.40 करोड़ से पीएम मोदी ने लोगों ने सीधा संपर्क किया.
- 18 से 46 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच पीएम मोदी ने चुनावी रैलियां की.
- पीएम मोदी ने लगभग 1.55 लाख किलोमीटर की यात्रा की.
- 'मेरा परिवार बीजेपी परिवार' के तहत युवाओं की सक्रिय भागीदारी रही.
- जनता के बीच से निकला 'मैं भी चौकीदार हूं' अभियान देशभर में चला.
- 161 कॉल सेंटर बनाए, छह महीने तक काम किया गया.15682 लोगों ने करोड़ों लोगों की मदद की.
- विपक्ष की ओर से महंगाई और भ्रष्टाचार का मुद्दा नहीं उठा, ऐसा लंबे समय के बाद देखा गया.
- देश की इकॉनमी छठे नंबर पर है, ऐसा पांच साल के कामकाज के कारण हुआ है.
- 435 वरिष्ठ नेताओं के साथ चुनाव का कामकाज बांटा गया.
- ये चुनाव आजादी के बाद के चुनाव में भाजपा की दृष्टि से सबसे ज्यादा मेहनत करने वाला, सबसे विस्तृत चुनाव अभियान रहा है.
- इस चुनाव में हमारा अनुभव के अनुसार जनता हमसे आगे आगे रही है.
- मोदी सरकार फिर से बनाने के लिए जनता का उत्साह भाजपा से आगे रहा है.
- संगठन हमारे काम का अहम अंग रहा है.
- पहली बार बीजेपी ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई.
- बीजेपी कार्यकर्ता नरेंद्र मोदी एक्सपेरिमेंट के नाम से 2014 की सरकार को याद करते हैं.
- नरेंद्र मोदी प्रयोग को जनता ने स्वीकार किया है.
- दोबारा बनेगी सरकार, इसका पूरा भरोसा है.
- 1.60 लाख से ज्यादा शक्ति केंद्र बनाए.
- संगठन के आधार पर नरेंद्र मोदी की सरकार के काम को नीचे तक पहुंचाया.
- हर 15 दिन में एक नई योजना, पूरे कार्यकाल में लगभग 133 योजनाएं.
- योजनाओं के क्रियान्व्यन पर सीधे PMO की नजर.
- 2014 में 6 सरकारें, आज हमारे पास 16 सरकारें.