नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. शुक्रवार को दिल्ली के नजफगढ़ में जनसभा को संबोधित करती हुई आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह को खतरनाक बताया और आम आदमी पार्टी के चुनाव चिन्ह झाड़ू को घर की लक्ष्मी बताया. अरविंद केजरीवाल की इस बयान के बाद राजनीतिक सियासत तेज हो गई है. भाजपा नेताओं ने इसका विरोध करते हुए अरविंद केजरीवाल पर तीखा पलटवार किया है.
नजफगढ़ में दे रहे थे भाषण
दिल्ली की नजफगढ़ विधानसभा में जनता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक सर्वे आया है जिसमें पता चला है कि दिल्ली की 70% महिलाएं आम आदमी पार्टी के चुनाव चिन्ह झाड़ू को वोट दे रही हैं. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पुरुष हमारी बात से नाराज ना हो लेकिन महिलाएं पुरुषों से ज्यादा समझदार होती हैं. दिल्ली की सारी महिलाएं झाड़ू पर वोट दे रही है क्यों घर और बच्चों को तो औरतों ने संभालना है.
औरतों को लगता है कि केजरीवाल काम आएगा हमारे बच्चों के लिए स्कूल बना रहा है, फ्री शिक्षा दे रहा है, 20 से 22 हजार रुपए महीने का हमारे को फायदा पहुंचा रहा है. थोड़े बहुत मर्द बीजेपी के पीछे पड़े रहते हैं इनको घर में बिठाकर समझना. एक बार औरत कह देगी तो हिम्मत नहीं है कि मर्द टस से मस हो जाए. अरविंद केजरीवाल ने औरतों से कहा कि सारे मर्दों को बैठकर समझाना बीजेपी को वोट देने की जगह हमारे भाई को वोट देकर आओ. यानी कि झाड़ू को वोट देकर आओ,कमल अच्छा नहीं है.
लोगों से केजरीवाल ने ये की अपील
नजफगढ़ में जनसभा को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने लोगों से अपील की है. यदि वह कमल को वोट देते हैं तो उनको मिलने वाली सभी फ्री की सुविधाएं बंद हो जाएगी. अरविंद केजरीवाल ने कमल को खतरनाक बताया और कहा कि झाड़ू घर की लक्ष्मी होती है. उनके इस बयान के बाद सियासी विवाद बढ़ गया है.
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि, "एक पढ़े-लिखे मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि भारत का राष्ट्रीय फूल कमल है. मां लक्ष्मी कमल पर विराजमान हैं. जितना कमल खिला रहेगा देश का विकास होगा."
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