नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की कथित हेराफेरी की खबरों पर चिंता प्रकट की. साथ ही कहा कि निर्वाचन आयोग के साथ यह दायित्व जुड़ा है कि वह अपनी सांस्थानिक गरिमा सुनिश्चित करे.
उन्होंने एक बयान में कहा, 'वे ऐसा करें और सभी अटकलबाजियों को विराम दें.'
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मुखर्जी ने कहा कि ईवीएम, जो इस समय भारत निर्वाचन आयोग के कब्जे में हैं, उनकी सलामती और सुरक्षा आयोग की जवाबदेही है. इसमें हमारे लोकतंत्र की बुनियाद को चुनौती देने वाली अटकलबाजियों के लिए कोई जगह नहीं है.
उनके बयान में आगे कहा गया है, 'जनादेश अटल है और इसे विश्वसनीयता के मामले में संदेह से ऊपर रखना होगा. मैं हमारे संस्थानों में दृढ़ विश्वास रखता हूं और मेरा सुविचारित अभिमत है कि वह एक 'कर्मकार' है, जो फैसला लेता है कि सांस्थानिक 'साधनों' को कैसे काम करना है.'