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हृदयघात रोकने की संभवित दवा विकसित

टोरंटो के अनुसंधानकर्ताओं दिल के दौरे का इलाज खोज निकाला है. एक ऐसा दवा की खोज की है, जिससे अब हृदयघात से लोगों को बचाने में मदद मिलेगी.

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Published : Oct 5, 2019, 11:29 AM IST

Updated : Oct 7, 2019, 1:22 PM IST

टोरंटो: अनुसंधानकर्ताओं ने एक ऐसी संभावित दवा विकसित की है, जो दिल के दौरे का इलाज करने और हृदयघात से बचाने में कारगर है. इन दोनों ही स्थितियों के लिए फिलहाल कोई उपचार मौजूद नहीं है.

एक अध्ययन में पाया गया कि दिल का दौरा पड़ने से हृदय में सूजन बढ़ जाती है और दिल में एक जख्म बन जाता है, जिससे आगे चलकर हृदयघात होने की आशंका बढ़ जाती है. यह एक लाइलाज स्थिति है.

इस दवा को विकसित करने वालों में कनाडा के गुलेफ विश्वविद्यालय के शोधकर्ता भी शामिल हैं. उनका कहना है कि दवा दिल में जख्म बनने से रोकती है और मरीजों के लिए जीवन भर हृदय संबंधी दवाएं लेने की जरूरत को खत्म करेगी.

पढ़ें: पर्यावरण बचाने के लिए लड़ रही हैं स्वीडन की ग्रेटा थुनबर्ग, भारत में भी समर्थन

उन्होंने कहा कि यह दवा सर्कैडीअन रिदम कहे जाने वाले हमारे शरीर के प्राकृतिक समय-चक्र के आधार पर काम करती है.

यह अध्ययन ‘नेचर कम्युनिकेशन्स बायोलॉजी’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.

टोरंटो: अनुसंधानकर्ताओं ने एक ऐसी संभावित दवा विकसित की है, जो दिल के दौरे का इलाज करने और हृदयघात से बचाने में कारगर है. इन दोनों ही स्थितियों के लिए फिलहाल कोई उपचार मौजूद नहीं है.

एक अध्ययन में पाया गया कि दिल का दौरा पड़ने से हृदय में सूजन बढ़ जाती है और दिल में एक जख्म बन जाता है, जिससे आगे चलकर हृदयघात होने की आशंका बढ़ जाती है. यह एक लाइलाज स्थिति है.

इस दवा को विकसित करने वालों में कनाडा के गुलेफ विश्वविद्यालय के शोधकर्ता भी शामिल हैं. उनका कहना है कि दवा दिल में जख्म बनने से रोकती है और मरीजों के लिए जीवन भर हृदय संबंधी दवाएं लेने की जरूरत को खत्म करेगी.

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उन्होंने कहा कि यह दवा सर्कैडीअन रिदम कहे जाने वाले हमारे शरीर के प्राकृतिक समय-चक्र के आधार पर काम करती है.

यह अध्ययन ‘नेचर कम्युनिकेशन्स बायोलॉजी’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.

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पीटीआई-भाषा संवाददाता 11:10 HRS IST




             
  • हृदयघात रोकने की संभवित दवा विकसित



टोरंटो, पांच अक्टूबर (भाषा) अनुसंधानकर्ताओं ने एक ऐसी संभावित दवा विकसित की है, जो दिल के दौरे का इलाज करने और हृदयघात से बचाने में कारगर है। इन दोनों ही स्थितियों के लिए फिलहाल कोई उपचार मौजूद नहीं है।



एक अध्ययन में पाया गया कि दिल का दौरा पड़ने से हृदय में सूजन बढ़ जाती है और दिल में एक जख्म बन जाता है, जिससे आगे चलकर हृदयघात होने की आशंका बढ़ जाती है। यह एक लाइलाज स्थिति है।



इस दवा को विकसित करने वालों में कनाडा के गुलेफ विश्वविद्यालय के शोधकर्ता भी शामिल हैं। उनका कहना है कि दवा दिल में जख्म बनने से रोकती है और मरीजों के लिए जीवन भर हृदय संबंधी दवाएं लेने की जरूरत को खत्म करेगी।



उन्होंने कहा कि यह दवा सर्कैडीअन रिदम कहे जाने वाले हमारे शरीर के प्राकृतिक समय-चक्र के आधार पर काम करती है।



यह अध्ययन ‘नेचर कम्युनिकेशन्स बायोलॉजी’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।


Conclusion:
Last Updated : Oct 7, 2019, 1:22 PM IST
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