टोरंटो: अनुसंधानकर्ताओं ने एक ऐसी संभावित दवा विकसित की है, जो दिल के दौरे का इलाज करने और हृदयघात से बचाने में कारगर है. इन दोनों ही स्थितियों के लिए फिलहाल कोई उपचार मौजूद नहीं है.
एक अध्ययन में पाया गया कि दिल का दौरा पड़ने से हृदय में सूजन बढ़ जाती है और दिल में एक जख्म बन जाता है, जिससे आगे चलकर हृदयघात होने की आशंका बढ़ जाती है. यह एक लाइलाज स्थिति है.
इस दवा को विकसित करने वालों में कनाडा के गुलेफ विश्वविद्यालय के शोधकर्ता भी शामिल हैं. उनका कहना है कि दवा दिल में जख्म बनने से रोकती है और मरीजों के लिए जीवन भर हृदय संबंधी दवाएं लेने की जरूरत को खत्म करेगी.
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उन्होंने कहा कि यह दवा सर्कैडीअन रिदम कहे जाने वाले हमारे शरीर के प्राकृतिक समय-चक्र के आधार पर काम करती है.
यह अध्ययन ‘नेचर कम्युनिकेशन्स बायोलॉजी’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.