त्रिवेंद्रम: केरल के त्रिशूर की सिस्टर मरियम थ्रेसिया रविवार को वेटिकन सिटी में कैथोलिक चर्च के पोप फ्रांसिस द्वारा संत घोषित की जाएंगी. सिस्टर मरियम केरल से आने वाली चौथी महिला हैं, जिन्हे ये दर्जा प्राप्त होगा. सिस्टर के निधन के 93 बरस बाद उन्हे संत घोषित किया जा रहा है.
रोम के सेंट पीटर्स स्क्वॉयर पर होने वाले समारोह में भारत का एक प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे. इसका नेतृत्व विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन करेंगे. पोप फ्रांसिस रविवार, 13 अक्टूबर को रोम के सेंट पीटर स्क्वायर में एकल यूचरिस्टिक सेलिब्रेशन के दौरान वेदी की महिमा के लिए कैथोलिक चर्च के 5 नए संतों की घोषणा करेंगे.
ब्रिटेन के कार्डिनल जॉन हेनरी न्यूमेन, स्विस लेवूमन मार्ग्यूरिट बेस, ब्राजील की सिस्टर डुलस लोप्स और इटली की सिस्टर ग्यूसेपिना वन्नीनी को भी आज संत घोषित किया जाएगा. इन पांच संतों में सिस्टर मरियम थ्रेसिया शामिल हैं.
पीएम मोदी ने किया था सिस्टर मरियम का जिक्र
पीएम मोदी ने 29 सितंबर को मन की बात मासिक कार्यक्रम में सिस्टर को याद किया था. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देश को सिस्टर मरियम पर गर्व है. उन्होंने 50 साल के छोटे से अपने जीवनकाल में मानवता की भलाई के लिए, जो काम किए वे पूरी दुनिया के समक्ष मिसाल है.
जाने कौन हैं सिस्टर मरियम थ्रेसिया
सिस्टर मरियम थ्रेसिया का जन्म 26 अप्रैल, 1876 को त्रिशूर जिले के पुथेवचिरा में हुआ था. साल 1014 में सिस्टर थ्रेसिया ने होली फैमिली की स्थापना की. होली फैमिली में अब 2000 नन हैं. 8 जून, 1926 को सिस्टर थ्रेसिया का निधन हो गया. इससे पहले 9 अप्रैल 2000 को पोप जॉन पॉल द्वितीय ने पवित्र आत्मा घोषित किया था.
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50 साल के छोटे से जीवनकाल में सिस्टर ने समाज के लिए काई कल्याणकारी कार्य किए. इस दौरान सिस्टर ने कई कॉन्वेंट, अनाथाल्य, हॉस्टल, बनवाए. समाज में शोषित लोग और महिलाओं को शिक्षित और सशक्त करने पर जोर दिया.
इससे पहले भी केरल से मिले कई संत
पोप द्वारा सिस्टर को संत घोषित किया जाना केरल के लिए ऐतिहासिक क्षण है. इससे पहले संत अल्फोंसा, संत कुआराकोज़ एलियास चावारा, संत यूप्रसिया को भी संत घोषित किया गया था.