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लॉकडाउन की वजह से पकड़े जा रहे कुख्यात अपराधी

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Published : Jun 6, 2020, 7:37 PM IST

वैसे तो देशभर में लॉकडाउन कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू किया गया था, लेकिन इससे कई अन्य फायदे हो रहे हैं. जैसे लॉकडाउन के दौरान कई राज्यों से कुख्यात अपराधी गिरफ्तार हुए हैं. पुलिस को इस समय इन्हें पकड़ने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ रही है. पढ़ें विस्तार से...

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सांकेतिक चित्र

हैदराबाद : वैसे तो देश में कोरोना वायरस पर रोकने लगाने के लिए लॉकडाउन लागू किया गया, लेकिन इससे कई अन्य फायदे हो रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने देश के कई राज्यों से कुख्यात अपराधियों को पकड़ा है.

निरंतर लॉकडाउन न केवल कोरोना वायरस प्रसार पर अंकुश लगाने में सहायता कर रहा है, बल्कि वांछित अपराधियों और अन्य भागने वाले अपराधियों को पकड़ने में पुलिस की मदद कर रहा है. अन्य लोगों की तरह आजकल अपराधी भी घर में रहते हैं, जिससे पुलिस के लिए उन्हें गिरफ्तार करना आसान हो जाता है. साथ ही आज कल अपराध की संख्या न के बराबर हो गई है, जिससे अपराधियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए और उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस के पास समय और संसाधन हैं.

लॉकडाउन की शुरुआत के बाद से पुलिस द्वारा शुरू किए गए एक बड़े अभियानों में बड़ी संख्या में वांछित अपराधी, गैंगस्टर और जुआरी सलाखों के पीछे डाल दिए गए हैं. इनमें से कुछ अपराधी जघन्य अपराधों में शामिल थे और लंबे समय से पुलिस से भागते फिर रहे थे.

बिहार : 13 अप्रैल को रविंद्र मिश्रा उर्फ कुबेर नाम का कुख्यात अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ा. कुबेर लॉकडाउन में पैसों और राशन की कमी से जूझ रहा था. एक दिन जब वो पैसे के लिए बाहर निकला तो पुलिस ने उसे सूचना के आधार पर गिरफ्तार कर लिया. रविंद्र 50,000 रुपये का इनाम था और यह चार साल से फरार था.

दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने कई अपराधों के सिलसिले में वांछित गैंगस्टर बिजेंद्र को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने लॉकडाउन का लाभ उठाने के लिए एक जाल बिछाया. उसके सिर पर एक लाख रुपये का इनाम था. वह एक खूंखार अपराधी और काला गैंग का सक्रिय सदस्य है.

हरियाणा : दो जून को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वांछित एक अपराधी को हरियाणा के नूंह जिले में गिरफ्तार किया गया. उसकी पहचान नूंह के गंगवानी निवासी जाकिर हुसैन के रूप में हुई है. उसे हरियाणा पुलिस की अपराध जांच टीम ने एक गुप्त सूचना के बाद दबोचा था. हुसैन 2002 में आगरा में लूट और डकैती की घटनाओं में शामिल था. आगरा पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 15,000 रुपये के इनाम की घोषणा की थी.

चंडीगढ़ : 17 मई को लॉकडाउन के दौरान हरियाणा पुलिस ने तीन सबसे वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया. 21 अन्य जघन्य अपराधों में शामिल अपराधियों को, 61 घोषित अपराधियों, 40 फरार जमानतकर्ताओं, गिरफ्तार किया. दिल्ली में चोरी के लिए 15 अधिक वारदातों के अलावा इस गिरोह पर दिल्ली, एनसीआर और उत्तर प्रदेश में एटीएम तोड़ने के कई केस दर्ज थे. यह पलवल, नूंह और फरीदाबाद का पुलिस कमिश्नरेट से थे. वह हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती के मामलों और यूपी राज्य की सबसे वांछित सूची में शामिल थे. यूपी पुलिस ने दो के सिर पर 25,000 रुपये और एक अपराधी पर 15,000 रुपये का इनाम घोषित किया था. वहीं 13 मई को हरियाणा से 53 मोस्ट वांटेड अपराधियों की लॉकडाउन के दौरान गरिफ्तारी की गई, जिसमें से 48 अपराधियों पर जघन्य अपराध में दोषी थे और पुलिस से फरार चल रहे थे.

पंजाब : दो जून को पंजाब के संगठित अपराध नियंत्रण इकाई (OCCU) ने खालिस्तान समर्थक आतंकवादी को पकड़ा और मोहाली के सबसे वांछित गैंगस्टर तेजिंदर सिंह उर्फ ​​तेजा को कथित तौर पर खालिस्तान आंदोलन के लिए धन जुटाने की कोशिश कर रहा था. तेजा ने हाल ही में लुधियाना में एक डकैती को अंजाम दिया था, जहाँ उसने दो किलो सोना लूटा था.

वहीं सात मई को एक बड़ी सफलता में पंजाब पुलिस ने सात बदमाशों को गिरफ्तार किया, जिनमें 'मोस्ट वांटेड' बलजिंदर सिंह उर्फ ​​बिल्ला शामिल है, जबकि पाकिस्तान से कथित रूप से तस्करी कर लाई गई भारी मात्रा में अत्याधुनिक हथियार और गोला-बारूद जब्त किया. एक अन्य कुख्यात गैंगस्टर सुखजिंदर और बिल्ला गिरोह के पांच अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया. बिल्ला को हत्या, हत्या के प्रयास और हथियारों और ड्रग्स की तस्करी सहित 18 से अधिक आपराधिक मामलों में वांछित था.

मध्य प्रदेश : 29 मई को क्राइम ब्रांच ने इंदौर के छत्रीपुरा थाना क्षेत्र से सूचीबद्ध गैंगस्टर मौसिम मराठा उर्फ ​​लखन को गिरफ्तार किया है. वहीं, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ इंदौर में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि अन्य घटनाओं का पता चल सके.

राजस्थान : सात अप्रैल को तीन राज्यों राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में आपराधिक मामलों का सामना करने वाले कुख्यात डकैत पप्पू गुर्जर को धौलपुर जिले में पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया. उसके सर पर राजस्थान पुलिस और आगरा पुलिस द्वारा घोषित 50,000 रुपये के तीन नकद पुरस्कार था. पप्पू राजस्थान के शीर्ष 10 वांछित अपराधियों में से एक हैं और उसके खिलाफ मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी कई मामले दर्ज हैं.

उत्तर प्रदेश : बीस अप्रैल को धूमनगंज पुलिस ने अतीक गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया. क्राइम ब्रांच ने हाल ही में पूर्व सांसद अतीक अहमद के गुर्गे खालिद जफर और नीलू को गिरफ्तार किया, जो प्रयागराज के एक बिल्डर जैद खालिद का अपहरण करने में शामिल थे. जैद को देवरिया जेल ले जाया गया, जहां उसे एक संपत्ति के हस्तांतरण पर अतीक और अन्य लोगों द्वारा प्रताड़ित किया गया. एक जून को नोएडा में वांटेड क्रिमिनल गिरफ्तार. तालाबंदी के दौरान पुलिस के साथ मुठभेड़ में, मोनू नाम के एक अपराधी को गिरफ्तार किया गया था. इसपर 25,000 रुपये का इनाम था और इसपर 12 मामले दर्ज थे और पुलिस को इसकी काफी दिनों से तलाश थी.
30 मई को यूपी एटीएस और पंजाब पुलिस ने मेरठ से गिरफ्तार किया वांछित आतंकवादी. सूत्रों ने कहा कि तीरथ सिंह एक वांछित आतंकवादी है और इसके खालिस्तान से संबंध हैं. पुलिस ने एक वांछित आतंकवादी, तीरथ सिंह को उत्तर प्रदेश के मेरठ से गिरफ्तार किया.

23 मई को कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया गया है. इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ सहित आस-पास के जिलों में आतंक का पर्याय बन चुके 50 हजार के इनामी बदमाश जावेद उर्फ ​​पप्पू को पुलिस मुठभेड़ (एनकाउंटर) में गिरफ्तार कर लिया गया. डकैती के दो दर्जन से अधिक मामलों में और राजधानी लखनऊ सहित आसपास के कई जिलों में वांछित था.

पश्चिम बंगाल : केरल से लौटने के बाद धरा गया जमात-उल-मुजाहिदीन का सदस्य. बांग्लादेश स्थित आतंकी मॉड्यूल जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) में तीसरे शीर्ष व्यक्ति माने जाने वाले अब्दुल करीम उर्फ ​​बोरो करीम को मुर्शीदाबाद के सुति में कोलकाता पुलिस के विशेष कार्य बल द्वारा गिरफ्तार किया गया. शमसेरगंज के चंदनिदा गांव का करीम, 2017 से बांग्लादेश और भारत में दर्ज कई आतंकी मामलों में वांछित था और नव जेएमबी गुट का हिस्सा है. जो वैचारिक रूप से आईएस के करीब है. सुरक्षा एजेंसियों का मानना ​​है कि 2013 के बोधगया विस्फोट में उनकी भूमिका हो सकती है. वह कुछ दिनों पहले अन्य प्रवासी मजदूरों के साथ केरल से लौटा था.

हैदराबाद : वैसे तो देश में कोरोना वायरस पर रोकने लगाने के लिए लॉकडाउन लागू किया गया, लेकिन इससे कई अन्य फायदे हो रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने देश के कई राज्यों से कुख्यात अपराधियों को पकड़ा है.

निरंतर लॉकडाउन न केवल कोरोना वायरस प्रसार पर अंकुश लगाने में सहायता कर रहा है, बल्कि वांछित अपराधियों और अन्य भागने वाले अपराधियों को पकड़ने में पुलिस की मदद कर रहा है. अन्य लोगों की तरह आजकल अपराधी भी घर में रहते हैं, जिससे पुलिस के लिए उन्हें गिरफ्तार करना आसान हो जाता है. साथ ही आज कल अपराध की संख्या न के बराबर हो गई है, जिससे अपराधियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए और उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस के पास समय और संसाधन हैं.

लॉकडाउन की शुरुआत के बाद से पुलिस द्वारा शुरू किए गए एक बड़े अभियानों में बड़ी संख्या में वांछित अपराधी, गैंगस्टर और जुआरी सलाखों के पीछे डाल दिए गए हैं. इनमें से कुछ अपराधी जघन्य अपराधों में शामिल थे और लंबे समय से पुलिस से भागते फिर रहे थे.

बिहार : 13 अप्रैल को रविंद्र मिश्रा उर्फ कुबेर नाम का कुख्यात अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ा. कुबेर लॉकडाउन में पैसों और राशन की कमी से जूझ रहा था. एक दिन जब वो पैसे के लिए बाहर निकला तो पुलिस ने उसे सूचना के आधार पर गिरफ्तार कर लिया. रविंद्र 50,000 रुपये का इनाम था और यह चार साल से फरार था.

दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने कई अपराधों के सिलसिले में वांछित गैंगस्टर बिजेंद्र को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने लॉकडाउन का लाभ उठाने के लिए एक जाल बिछाया. उसके सिर पर एक लाख रुपये का इनाम था. वह एक खूंखार अपराधी और काला गैंग का सक्रिय सदस्य है.

हरियाणा : दो जून को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वांछित एक अपराधी को हरियाणा के नूंह जिले में गिरफ्तार किया गया. उसकी पहचान नूंह के गंगवानी निवासी जाकिर हुसैन के रूप में हुई है. उसे हरियाणा पुलिस की अपराध जांच टीम ने एक गुप्त सूचना के बाद दबोचा था. हुसैन 2002 में आगरा में लूट और डकैती की घटनाओं में शामिल था. आगरा पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 15,000 रुपये के इनाम की घोषणा की थी.

चंडीगढ़ : 17 मई को लॉकडाउन के दौरान हरियाणा पुलिस ने तीन सबसे वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया. 21 अन्य जघन्य अपराधों में शामिल अपराधियों को, 61 घोषित अपराधियों, 40 फरार जमानतकर्ताओं, गिरफ्तार किया. दिल्ली में चोरी के लिए 15 अधिक वारदातों के अलावा इस गिरोह पर दिल्ली, एनसीआर और उत्तर प्रदेश में एटीएम तोड़ने के कई केस दर्ज थे. यह पलवल, नूंह और फरीदाबाद का पुलिस कमिश्नरेट से थे. वह हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती के मामलों और यूपी राज्य की सबसे वांछित सूची में शामिल थे. यूपी पुलिस ने दो के सिर पर 25,000 रुपये और एक अपराधी पर 15,000 रुपये का इनाम घोषित किया था. वहीं 13 मई को हरियाणा से 53 मोस्ट वांटेड अपराधियों की लॉकडाउन के दौरान गरिफ्तारी की गई, जिसमें से 48 अपराधियों पर जघन्य अपराध में दोषी थे और पुलिस से फरार चल रहे थे.

पंजाब : दो जून को पंजाब के संगठित अपराध नियंत्रण इकाई (OCCU) ने खालिस्तान समर्थक आतंकवादी को पकड़ा और मोहाली के सबसे वांछित गैंगस्टर तेजिंदर सिंह उर्फ ​​तेजा को कथित तौर पर खालिस्तान आंदोलन के लिए धन जुटाने की कोशिश कर रहा था. तेजा ने हाल ही में लुधियाना में एक डकैती को अंजाम दिया था, जहाँ उसने दो किलो सोना लूटा था.

वहीं सात मई को एक बड़ी सफलता में पंजाब पुलिस ने सात बदमाशों को गिरफ्तार किया, जिनमें 'मोस्ट वांटेड' बलजिंदर सिंह उर्फ ​​बिल्ला शामिल है, जबकि पाकिस्तान से कथित रूप से तस्करी कर लाई गई भारी मात्रा में अत्याधुनिक हथियार और गोला-बारूद जब्त किया. एक अन्य कुख्यात गैंगस्टर सुखजिंदर और बिल्ला गिरोह के पांच अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया. बिल्ला को हत्या, हत्या के प्रयास और हथियारों और ड्रग्स की तस्करी सहित 18 से अधिक आपराधिक मामलों में वांछित था.

मध्य प्रदेश : 29 मई को क्राइम ब्रांच ने इंदौर के छत्रीपुरा थाना क्षेत्र से सूचीबद्ध गैंगस्टर मौसिम मराठा उर्फ ​​लखन को गिरफ्तार किया है. वहीं, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ इंदौर में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि अन्य घटनाओं का पता चल सके.

राजस्थान : सात अप्रैल को तीन राज्यों राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में आपराधिक मामलों का सामना करने वाले कुख्यात डकैत पप्पू गुर्जर को धौलपुर जिले में पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया. उसके सर पर राजस्थान पुलिस और आगरा पुलिस द्वारा घोषित 50,000 रुपये के तीन नकद पुरस्कार था. पप्पू राजस्थान के शीर्ष 10 वांछित अपराधियों में से एक हैं और उसके खिलाफ मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी कई मामले दर्ज हैं.

उत्तर प्रदेश : बीस अप्रैल को धूमनगंज पुलिस ने अतीक गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया. क्राइम ब्रांच ने हाल ही में पूर्व सांसद अतीक अहमद के गुर्गे खालिद जफर और नीलू को गिरफ्तार किया, जो प्रयागराज के एक बिल्डर जैद खालिद का अपहरण करने में शामिल थे. जैद को देवरिया जेल ले जाया गया, जहां उसे एक संपत्ति के हस्तांतरण पर अतीक और अन्य लोगों द्वारा प्रताड़ित किया गया. एक जून को नोएडा में वांटेड क्रिमिनल गिरफ्तार. तालाबंदी के दौरान पुलिस के साथ मुठभेड़ में, मोनू नाम के एक अपराधी को गिरफ्तार किया गया था. इसपर 25,000 रुपये का इनाम था और इसपर 12 मामले दर्ज थे और पुलिस को इसकी काफी दिनों से तलाश थी.
30 मई को यूपी एटीएस और पंजाब पुलिस ने मेरठ से गिरफ्तार किया वांछित आतंकवादी. सूत्रों ने कहा कि तीरथ सिंह एक वांछित आतंकवादी है और इसके खालिस्तान से संबंध हैं. पुलिस ने एक वांछित आतंकवादी, तीरथ सिंह को उत्तर प्रदेश के मेरठ से गिरफ्तार किया.

23 मई को कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया गया है. इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ सहित आस-पास के जिलों में आतंक का पर्याय बन चुके 50 हजार के इनामी बदमाश जावेद उर्फ ​​पप्पू को पुलिस मुठभेड़ (एनकाउंटर) में गिरफ्तार कर लिया गया. डकैती के दो दर्जन से अधिक मामलों में और राजधानी लखनऊ सहित आसपास के कई जिलों में वांछित था.

पश्चिम बंगाल : केरल से लौटने के बाद धरा गया जमात-उल-मुजाहिदीन का सदस्य. बांग्लादेश स्थित आतंकी मॉड्यूल जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) में तीसरे शीर्ष व्यक्ति माने जाने वाले अब्दुल करीम उर्फ ​​बोरो करीम को मुर्शीदाबाद के सुति में कोलकाता पुलिस के विशेष कार्य बल द्वारा गिरफ्तार किया गया. शमसेरगंज के चंदनिदा गांव का करीम, 2017 से बांग्लादेश और भारत में दर्ज कई आतंकी मामलों में वांछित था और नव जेएमबी गुट का हिस्सा है. जो वैचारिक रूप से आईएस के करीब है. सुरक्षा एजेंसियों का मानना ​​है कि 2013 के बोधगया विस्फोट में उनकी भूमिका हो सकती है. वह कुछ दिनों पहले अन्य प्रवासी मजदूरों के साथ केरल से लौटा था.

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