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अदालत ने भगोड़े विजय माल्या की सम्पत्ति बेचने की अनुमति दी

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Published : Jan 1, 2020, 7:54 PM IST

धनशोधन रोकथाम कानून अदालत ने 9,000 करोड़ रुपये का ऋण लेकर विदेश भागे शराब कारोबारी विजय माल्या की जब्त सम्पत्ति की नीलामी कर बकाया वसूलने की अनुमति दी है. अब संबंधित बैंक जल्द ही माल्या की जब्त की गई सम्पत्ति को नीलाम कर सकेंगे और अपनी बकाया राशि की वसूली कर सकेंगे. इस संबंध में न्यायालय ने विजय माल्या को बॉम्बे उच्च न्यायालय में अपील करने का 18 जनवरी तक समय दिया है. जानें विस्तार से...

pmla court allowed banks to lent money from vijay mallya seized assets
विजय माल्या (फाइल फोटो)

मुंबई : मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम एक्ट (पीएमएलए) न्यायालय ने बैंकों को आर्थिक अपराधी विजय माल्या की जब्त सम्पत्ति को नीलामी कर बकाया वसूलने की अनुमति दी है. इसके बाद बैंक जल्द ही विजय माल्या की जब्त की गई सम्पत्ति को नीलाम कर बकाया राशि वसूली कर सकेंगे.

दरअसल इस मामले में मुंबई स्थित विशेष अदालत ने बैंकों को विजय माल्या की जब्त सम्पत्ति को बेचने और धन की वसूली करने की अनुमति दी है क्योंकि जांच में ईडी ने इसपर कोई आपत्ति नहीं जताई थी. इस संबंध में न्यायालय ने विजय माल्या को बॉम्बे उच्च न्यायालय में अपील करने का 18 जनवरी तक समय दिया है.

बता दें, साल 2016 में उद्योगपति विजय माल्या 9,000 करोड़ रुपये का ऋण लेकर विदेश भाग गया था. इसके बाद PMLA अदालत ने उसे वित्तीय भगोड़ा घोषित कर दिया था.

इसे भी पढ़ें- 51 भगोड़ों ने लगाया ने देश को 17,900 करोड़ रुपये का चूना: सरकार

ज्ञात हो, भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में दूसरे बैंकों ने एक याचिका दायर की थी, जिसमें माल्या की सम्पत्तियों को जब्त कर नीलाम कर बेचने की अनुमति मांगी गई.

इस बीच प्रवर्तन निदेशालय ने बीते सप्ताह की शुरुआत में विशेष अदालत के आदेश पर विजय माल्या की सम्पत्ति जब्त कर ली है.

मुंबई : मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम एक्ट (पीएमएलए) न्यायालय ने बैंकों को आर्थिक अपराधी विजय माल्या की जब्त सम्पत्ति को नीलामी कर बकाया वसूलने की अनुमति दी है. इसके बाद बैंक जल्द ही विजय माल्या की जब्त की गई सम्पत्ति को नीलाम कर बकाया राशि वसूली कर सकेंगे.

दरअसल इस मामले में मुंबई स्थित विशेष अदालत ने बैंकों को विजय माल्या की जब्त सम्पत्ति को बेचने और धन की वसूली करने की अनुमति दी है क्योंकि जांच में ईडी ने इसपर कोई आपत्ति नहीं जताई थी. इस संबंध में न्यायालय ने विजय माल्या को बॉम्बे उच्च न्यायालय में अपील करने का 18 जनवरी तक समय दिया है.

बता दें, साल 2016 में उद्योगपति विजय माल्या 9,000 करोड़ रुपये का ऋण लेकर विदेश भाग गया था. इसके बाद PMLA अदालत ने उसे वित्तीय भगोड़ा घोषित कर दिया था.

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ज्ञात हो, भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में दूसरे बैंकों ने एक याचिका दायर की थी, जिसमें माल्या की सम्पत्तियों को जब्त कर नीलाम कर बेचने की अनुमति मांगी गई.

इस बीच प्रवर्तन निदेशालय ने बीते सप्ताह की शुरुआत में विशेष अदालत के आदेश पर विजय माल्या की सम्पत्ति जब्त कर ली है.

Intro:फरार आर्थिक गुन्हेगार म्हणून घोषित झालेल्या विजय मल्ल्या याची जप्त संपत्ती विकून पैसे वसूल करण्याची परवानगी पीएमएलए कोर्टाने बँकांना दिल्यामुळे आता लवकरच विजय मल्ल्या यांच्या जप्त करण्यात आलेल्या संपत्तीचा लिलाव होऊन बँकांकडून त्यांची थकबाकी वसूल केली जाणार आहे . Body:2016 साली तब्बल नऊ हजार कोटी रुपयांचे कर्ज घेऊन परदेशात पळालेल्या विजय मल्ल्या याला पीएमएलए कोर्टाने फरार आर्थिक गुन्हेगार घोषित केले होते. स्टेट बँक ऑफ इंडिया च्या नेतृत्वाखाली इतर बँकांनी येऊन विशेष न्यायालयात विजय मल्ल्या याची जप्त संपत्ती लिलावद्वारे विकून पैसे वसूल करण्याची परवानगी मिळावी म्हणून याचिका दाखल केली होती. या याचिकेवर तपास यंत्रणा ईडी कडून कुठलीही हरकत न आल्यामुळे बँकांना विजय मल्ल्या ची जप्त संपत्ती विकून पैसे वसूल करण्याचे परवानगी विशेष न्यायालयाने दिली आहे. यासंदर्भात विजय मल्ल्या याला 18 जानेवारीपर्यंत मुंबई उच्च न्यायालयामध्ये दाद मागण्यासाठी न्यायालयाने वेळ दिला आहे.
Conclusion:दरम्यान, या आगोदर विशेष न्यायालयाच्या आदेशानुसार विजय मल्याची संपत्ती ईडी कडून जप्त कर करण्यात आलेली आहे. विजय मल्याचे वकील अमित देसाई यांनी या आगोदर दाखल केलेल्या याचिकेद्वारे विजय मल्ल्या याने म्हटले आहे की , माझी संपत्ती जप्त करून , मला फरार आर्थिक गुन्हेगार घोषित करून विशेष न्यायालयाने आर्थिक मृत्यू दंड दिला आहे. माझ्यावर असलेल कर्ज व त्याचे व्याज मोठे आहे मात्र माझी संपत्ती विकून हे कर्ज मला फेडायचे आहे. त्यासाठी मी पूर्ण तयार असून सुद्धा जाणीवपूर्वक मला फरार आर्थिक गुन्हेगार घोषित करून माझी संपत्ती जप्त करण्यात आली असल्याने मला न्यायालयाने आर्थिक मृत्यू दंड जणू दिला असल्याचे विजय मल्या याने म्हटले आहे.

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