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कश्मीर मसले पर समर्थन करने वाले तीन देशों के दौरे पर जाएंगे मोदी

पीएम मोदी तीन देशों का दौरा करने वाले हैं. इन तीन देशों में फ्रांस, बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं. तीनों देशों ने कश्मीर मामले पर भारत की समर्थन किया था.

पीएम मोदी.
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Published : Aug 20, 2019, 8:47 AM IST

Updated : Sep 27, 2019, 3:03 PM IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सप्ताह फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और बहरीन के दौरे पर जा रहे हैं. खास बात यह है कि इन तीनों देशों ने कश्मीर मसले पर खुलेआम भारत का समर्थन किया है. प्रधानमंत्री के इसे दौरे का पहला पड़ाव फ्रांस होगा, जिसने कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त होने से संबंधित हालिया घटनाक्रम पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत का समर्थन किया है.

दौरा आरंभ करने से पहले मोदी ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की. इससे पहले शुक्रवार को कश्मीर मसले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने क्लोज्ड डोर बैठक (स्थायी सदस्य देशों के बीच गुप्त बैठक) में भारत के कदमों का समर्थन किया. अमेरिका, फ्रांस और रूस ने कश्मीर मसले पर भारत के रुख का समर्थन किया.

मोदी 22 अगस्त से फ्रांस के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर होंगे. इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ उनकी वार्ता के एजेंडा में रक्षा सहयोग, आण्विक ऊर्जा, समुद्री सहयोग और आतंकवाद रोधी उपाय शीर्ष पर होंगे.

भारत द्वारा करीब 60,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 राफेल विमानों की खरीद का सौदा पूरा हो गया है और इस सौदे के तहत जेट विमानों की पहली खेप इस साल भारत आने वाली है.

प्रधानमंत्री फ्रांस से यूएई और बहरीन जाएंगे. वह इन दोनों देशों के द्विपक्षीय दौरे पर जा रहे हैं. इसके बाद 25 अगस्त को प्रधानमंत्री समूह-7 (जी-7) शिखर सम्मेलन के लिए फिर वापस फ्रांस के बियारिट्ज नगर लौटेंगे जहां भारत का साझेदार देश के रूप में आमंत्रित किया गया है.

द्विपक्षीय दौरे के दौरान मोदी फ्रांस के प्रधानमंत्री एडवर्ड चार्ल्स फिलिप से भी मुलाकात करेंगे.

सचिव (आर्थिक संबंध) टी. एस. त्रिमूर्ति ने कहा कि उम्मीद है कि मोदी और मैक्रों दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी को मजबूती प्रदान करेंगे. साथ ही, बातचीत के दौरान भविष्य में रक्षा खरीद, जैतापुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र की स्थापना की प्रगति के साथ-साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उनकी प्राथमिकताएं भी शामिल होंगी.

इसके अलावा, वे आतंकरोधी उपायों में सहयोग, साइबर सुरक्षा, अंतर्राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संधि और संयुक्त विकास परियोजनाओं पर भी बातचीत हो सकती है.

मोदी फ्रांस से यूएई जाएंगे जिसने कश्मीर मसले पर खुलेआम भारत के कदमों का समर्थन किया है. वह बहरीन के भी राजकीय दौरे पर जाएंगे जहां के प्रशासन ने पिछले सप्ताह कश्मीर मसले को लेकर भारत विरोधी पाकिस्तान प्रदर्शन पर रोक लगाई.

पढ़ें: जम्मू-कश्मीर में सामान्य हो रहे हैं हालात, स्कूलों में पहुंचे करीब 50 फीसदी कर्मचारी

यूएई के साथ भारत का करीबी संबंध है. उसने छह अगस्त को कहा था कि भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को हटाने का फैसला भारत का आंतरिक मसला है.

दौरे के दौरान मोदी आबू धावी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान से मुलाकात कर द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और परस्पर हितैषी अंतर्राष्ट्रीय मसलों पर बातचीत करेंगे.

प्रधानमंत्री यूएई का सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ जायद प्राप्त करेंगे. इस साल अप्रैल में ही इस सम्मान के लिए उनको चुना गया था.

प्रधानमंत्री 24-25 अगस्त को बहरीन के राजकीय दौरे पर होंगे जोकि देश के पहले किसी प्रधानमंत्री का दौरा होगा.

इस दौरान मोदी बहरीन के अपने समकक्ष प्रिंस शेख खलीफा बिन सलमान अल खलीफा से मुलाकात कर उनसे द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और परस्पर हितैषी अंतर्राष्ट्रीय मसलों पर बातचीत करेंगे.

दौरे के आखिर में मोदी फिर 25-26 अगस्त को आयोजित होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने फ्रांस के बियारिट्ज शहर लौटेंगे.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सप्ताह फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और बहरीन के दौरे पर जा रहे हैं. खास बात यह है कि इन तीनों देशों ने कश्मीर मसले पर खुलेआम भारत का समर्थन किया है. प्रधानमंत्री के इसे दौरे का पहला पड़ाव फ्रांस होगा, जिसने कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त होने से संबंधित हालिया घटनाक्रम पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत का समर्थन किया है.

दौरा आरंभ करने से पहले मोदी ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की. इससे पहले शुक्रवार को कश्मीर मसले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने क्लोज्ड डोर बैठक (स्थायी सदस्य देशों के बीच गुप्त बैठक) में भारत के कदमों का समर्थन किया. अमेरिका, फ्रांस और रूस ने कश्मीर मसले पर भारत के रुख का समर्थन किया.

मोदी 22 अगस्त से फ्रांस के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर होंगे. इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ उनकी वार्ता के एजेंडा में रक्षा सहयोग, आण्विक ऊर्जा, समुद्री सहयोग और आतंकवाद रोधी उपाय शीर्ष पर होंगे.

भारत द्वारा करीब 60,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 राफेल विमानों की खरीद का सौदा पूरा हो गया है और इस सौदे के तहत जेट विमानों की पहली खेप इस साल भारत आने वाली है.

प्रधानमंत्री फ्रांस से यूएई और बहरीन जाएंगे. वह इन दोनों देशों के द्विपक्षीय दौरे पर जा रहे हैं. इसके बाद 25 अगस्त को प्रधानमंत्री समूह-7 (जी-7) शिखर सम्मेलन के लिए फिर वापस फ्रांस के बियारिट्ज नगर लौटेंगे जहां भारत का साझेदार देश के रूप में आमंत्रित किया गया है.

द्विपक्षीय दौरे के दौरान मोदी फ्रांस के प्रधानमंत्री एडवर्ड चार्ल्स फिलिप से भी मुलाकात करेंगे.

सचिव (आर्थिक संबंध) टी. एस. त्रिमूर्ति ने कहा कि उम्मीद है कि मोदी और मैक्रों दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी को मजबूती प्रदान करेंगे. साथ ही, बातचीत के दौरान भविष्य में रक्षा खरीद, जैतापुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र की स्थापना की प्रगति के साथ-साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उनकी प्राथमिकताएं भी शामिल होंगी.

इसके अलावा, वे आतंकरोधी उपायों में सहयोग, साइबर सुरक्षा, अंतर्राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संधि और संयुक्त विकास परियोजनाओं पर भी बातचीत हो सकती है.

मोदी फ्रांस से यूएई जाएंगे जिसने कश्मीर मसले पर खुलेआम भारत के कदमों का समर्थन किया है. वह बहरीन के भी राजकीय दौरे पर जाएंगे जहां के प्रशासन ने पिछले सप्ताह कश्मीर मसले को लेकर भारत विरोधी पाकिस्तान प्रदर्शन पर रोक लगाई.

पढ़ें: जम्मू-कश्मीर में सामान्य हो रहे हैं हालात, स्कूलों में पहुंचे करीब 50 फीसदी कर्मचारी

यूएई के साथ भारत का करीबी संबंध है. उसने छह अगस्त को कहा था कि भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को हटाने का फैसला भारत का आंतरिक मसला है.

दौरे के दौरान मोदी आबू धावी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान से मुलाकात कर द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और परस्पर हितैषी अंतर्राष्ट्रीय मसलों पर बातचीत करेंगे.

प्रधानमंत्री यूएई का सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ जायद प्राप्त करेंगे. इस साल अप्रैल में ही इस सम्मान के लिए उनको चुना गया था.

प्रधानमंत्री 24-25 अगस्त को बहरीन के राजकीय दौरे पर होंगे जोकि देश के पहले किसी प्रधानमंत्री का दौरा होगा.

इस दौरान मोदी बहरीन के अपने समकक्ष प्रिंस शेख खलीफा बिन सलमान अल खलीफा से मुलाकात कर उनसे द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और परस्पर हितैषी अंतर्राष्ट्रीय मसलों पर बातचीत करेंगे.

दौरे के आखिर में मोदी फिर 25-26 अगस्त को आयोजित होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने फ्रांस के बियारिट्ज शहर लौटेंगे.

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कश्मीर मसले पर समर्थन करने वाले तीन देशों के दौरे पर जाएंगे मोदी



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नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सप्ताह फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और बहरीन के दौरे पर जा रहे हैं। खास बात यह है कि इन तीनों देशों ने कश्मीर मसले पर खुलेआम भारत का समर्थन किया है। प्रधानमंत्री के इसे दौरे का पहला पड़ाव फ्रांस होगा, जिसने कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त होने से संबंधित हालिया घटनाक्रम पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत का समर्थन किया है।



दौरा आरंभ करने से पहले मोदी ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की। इससे पहले शुक्रवार को कश्मीर मसले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने क्लोज्ड डोर बैठक (स्थायी सदस्य देशों के बीच गुप्त बैठक) में भारत के कदमों का समर्थन किया। अमेरिका, फ्रांस और रूस ने कश्मीर मसले पर भारत के रुख का समर्थन किया।



मोदी 22 अगस्त से फ्रांस के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर होंगे। इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ उनकी वार्ता के एजेंडा में रक्षा सहयोग, आण्विक ऊर्जा, समुद्री सहयोग और आतंकवाद रोधी उपाय शीर्ष पर होंगे।



भारत द्वारा करीब 60,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 राफेल विमानों की खरीद का सौदा पूरा हो गया है और इस सौदे के तहत जेट विमानों की पहली खेप इस साल भारत आने वाली है।



प्रधानमंत्री फ्रांस से यूएई और बहरीन जाएंगे। वह इन दोनों देशों के द्विपक्षीय दौरे पर जा रहे हैं। इसके बाद 25 अगस्त को प्रधानमंत्री समूह-7 (जी-7) शिखर सम्मेलन के लिए फिर वापस फ्रांस के बियारिट्ज नगर लौटेंगे जहां भारत का साझेदार देश के रूप में आमंत्रित किया गया है।



द्विपक्षीय दौरे के दौरान मोदी फ्रांस के प्रधानमंत्री एडवर्ड चार्ल्स फिलिप से भी मुलाकात करेंगे।



सचिव (आर्थिक संबंध) टी. एस. त्रिमूर्ति ने कहा कि उम्मीद है कि मोदी और मैक्रों दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी को मजबूती प्रदान करेंगे। साथ ही, बातचीत के दौरान भविष्य में रक्षा खरीद, जैतापुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र की स्थापना की प्रगति के साथ-साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उनकी प्राथमिकताएं भी शामिल होंगी।



इसके अलावा, वे आतंकरोधी उपायों में सहयोग, साइबर सुरक्षा, अंतर्राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संधि और संयुक्त विकास परियोजनाओं पर भी बातचीत हो सकती है।



मोदी फ्रांस से यूएई जाएंगे जिसने कश्मीर मसले पर खुलेआम भारत के कदमों का समर्थन किया है। वह बहरीन के भी राजकीय दौरे पर जाएंगे जहां के प्रशासन ने पिछले सप्ताह कश्मीर मसले को लेकर भारत विरोधी पाकिस्तान प्रदर्शन पर रोक लगाई।



यूएई के साथ भारत का करीबी संबंध है। उसने छह अगस्त को कहा था कि भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को हटाने का फैसला भारत का आंतरिक मसला है।



दौरे के दौरान मोदी आबू धावी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान से मुलाकात कर द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और परस्पर हितैषी अंतर्राष्ट्रीय मसलों पर बातचीत करेंगे।



प्रधानमंत्री यूएई का सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ जायद प्राप्त करेंगे। इस साल अप्रैल में ही इस सम्मान के लिए उनको चुना गया था।



प्रधानमंत्री 24-25 अगस्त को बहरीन के राजकीय दौरे पर होंगे जोकि देश के पहले किसी प्रधानमंत्री का दौरा होगा।



इस दौरान मोदी बहरीन के अपने समकक्ष प्रिंस शेख खलीफा बिन सलमान अल खलीफा से मुलाकात कर उनसे द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और परस्पर हितैषी अंतर्राष्ट्रीय मसलों पर बातचीत करेंगे।



दौरे के आखिर में मोदी फिर 25-26 अगस्त को आयोजित होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने फ्रांस के बियारिट्ज शहर लौटेंगे।



--आईएएनएस


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Last Updated : Sep 27, 2019, 3:03 PM IST
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