- अफगानिस्तान हो या फिलिस्तीन, सऊदी अरब हो या UAE, मालदीव हो या बहरीन - इन सब देशों ने भारत को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया है.
- कांग्रेस और उसके सहयोगी आज इस बात से भी तिलमिलाए हुए हैं कि आखिर क्यों मोदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और खासकर मुसलिम बहुल देशों में इतना समर्थन मिलता है.
- मुझे पूरा विश्वास है कि हाथ में थमा यह तिरंगा इन लोगों को हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ हथियार उठाने वालों के ख़िलाफ़, आतंकवादी हमले करने वालों के खिलाफ भी आवाज उठाने के लिये प्रेरित करेगा.
- आज जो पार्टियां यहां शोर मचा रही हैं, वो 2004 में कहां थीं जब वहां की सरकार ने कहा कि राज्य से बाहर के निवासी से शादी करने पर जम्मू-कश्मीर की बेटियों की वहां की नागरिकता खत्म हो जाएगी.
- ये ऐसे लोग हैं जिन्हें जम्मू कश्मीर की विधानसभा में महिला और पुरुष के आधार पर बने स्थाई निवासी कानून से कोई दिक्कत नहीं थी, लेकिन यहां धार्मिक अल्पसंख्यकों का रास्ता आसान हो, इससे इन्हें दिक्कत हो रही है.
- CAA का विरोध करने वालों के हाथ में जब ईंट-पत्थर देखता हूं तो मुझे होती है. लेकिन मेरी सोच अलग है. जब उनके हाथ में हिंसा के साधन देखता हूं तो मुझे तकलीफ होती है. परन्तु जब उन्हीं में से कुछ के हाथ में तिरंगा देखता हूं, तो सुकून भी होता है.
- दीदी, अब आपको क्या हो गया ? आप क्यों बदल गयी? अब आप क्यों अफवाह फैला रही हों ?चुनाव आते हैं, जाते हैं, सत्ता मिलती है चली जाती है, मगर आप इतना क्यों डरी हो. बंगाल की जनता पर भरोसा करो, बंगाल के नागरिकों को आपने दुश्मन क्यों मान लिया है?
- कुछ साल पहले तक यही ममता दीदी संसद में खड़े होकर गुहार लगा रहीं थीं कि बांग्लादेश से आने वाले घुसपैठियों को रोका जाए, वहां से आए पीड़ित शरणार्थियों की मदद की जाए. संसद में स्पीकर के सामने कागज फेंकती थी.
- महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू और सिख साथियों को जब लगे कि उन्हें भारत आना चाहिए तो उनका स्वागत है. ये रियायत तब की भारत की सरकार के वादे के मुताबिक है.
- रिफ्यूजी का जीवन क्या होता है, बिना कसूर के अपने घरों से निकाल देने का दर्द क्या होता है, ये दिल्ली से बेहतर कौन समझ सकता है. यहां का कोई कोना ऐसा नहीं है, जहां बंटवारे के बाद किसी ऱिफ्यूजी का और बंटवारे से अल्पसंख्यक बने भारतीय का आंसू ना गिरा हो.
- आज जब इन दलितों के जीवन की सबसे बड़ी चिंता दूर करने का काम मोदी सरकार कर रही है तो आपके पेट में चूहे क्यों दौड़ रहे हैं.
- मैं दलित राजनीति करने का दावा करने वालों से भी पूछना चाहता हूं कि आप इतने वर्षों से चुप क्यों थे, आपको इन दलितों की तकलीफ कभी क्यों नहीं दिखाई दी.
- ये इसलिए किया जाता है कि उनकी आस्था, पूजा पद्धति अलग है। ऐसे शोषण के कारण ही वो भारत आए और देश के अलग अलग कौनो में रह रहे हैं.
- पाकिस्तान से जो शरणार्थी आए हैं उसमें से अधिकतर दलित परिवार से हैं. वहां आज भी दलितों के साथ दुर्व्यवहार होता है. वहां बेटियों के साथ अत्याचार होता है, जबरन शादी करके उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जाता है.
- ये एक्ट उन लोगों पर लागू होगा जो बरसों से भारत में ही रह रहे हैं. किसी नए शरणार्थी को इस कानून का फायदा नहीं मिलेगा. पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक प्रताड़ना की वजह से आए लोगों को सुरक्षा देने के लिए ये क़ानून है.
- कुछ लोग CAA को गरीबों के खिलाफ ही बता रहे हैं, कह रहे हैं कि जो लोग आएंगे वो यहां के गरीबों का हक़ छीन लेंगे. अरे झूठ फ़ैलाने से पहले कम से कम गरीबों पर तो दया करो भाई.
- अब भी जो भ्रम में हैं, मैं उन्हें कहूंगा कि कांग्रेस और अर्बन नक्सलियों द्वारा उड़ाई गई डिटेन्शन सेंटर की अफवाह सरासर झूठ हैं. जो हिंदुस्तान की मिट्टी के मुसलमान हैं, उनसे नागरिकता कानून और NRC दोनों का ही कोई लेना-देना नहीं है.
- कांग्रेस और उसके साथी, शहरों में रहने वाले कुछ पढ़े लिखे नक्सली -अर्बन नक्सल, ये अफवाह फैला रहे हैं कि सारे मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में भेज दिया जाएगा. कुछ तो अपनी शिक्षा की कद्र करिए। एक बार पढ़ तो लीजिए नागरिकता संशोधन एक्ट है क्या?
- नागरिकता संशोधन कानून भारत के किसी नागरिक के लिए, चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान, के लिए है ही नहीं. ये संसद में बोला गया है. ये कानून का इस देश के अंदर रह रहे 130 करोड़ लोगों से कोई वास्ता नहीं है.
- वोट बैंक की राजनीति करने वाले और खुद को भारत का भाग्य विधाता मानने वाले, आज जब देश की जनता द्वारा नकार दिए गए हैं, तो इन्होंने अपना पुराना हथियार निकाल लिया है- बांटों, भेद करो और राजनीति का उल्लू सीधा करो.
- झूठ बेचने वाले, अफवाह फैलाने वाले इन लोगों को पहचानने की ज़रूरत है. ये 2 तरह के लोग हैं. एक वो लोग जिनकी राजनीति दशकों तक वोटबैंक पर ही टिकी रही है. दूसरे वो लोग जिनको इस राजनीति का लाभ मिला है.
- ये लोग उपदेश दे रहे हैं, लेकिन शांति के लिए एक शब्द बोलने के लिए तैयार नहीं हैं, हिंसा रोकने के लिए एक शब्द बोलने के लिए तैयार नहीं है.इसका मतलब है कि हिंसा को, पुलिस पर हो रहे हमलों को आपकी मौन सहमति है. ये देश देख रहा है.
- जब कोई संकट या मुश्किल आती है तो ये पुलिस न धर्म पूछता है न जाति पूछता है, न ठण्ड देखता है न बारिश देखता है और आपकी मदद के लिए आकर खड़ा हो जाता है.
- पुलिस वालों को अपनी ड्यूटी करते समय हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है. जिन पुलिसवालों पर ये लोग पत्थर बरसा रहें हैं, उन्हें जख्मी करके आपको क्या मिलेगा? आजादी के बाद 33 हजार से ज्यादा पुलिसवालों ने, शांति के लिए, आपकी सुरक्षा के लिए शहादत दी है.
- मैं इन लोगों को कहना चाहता हूं कि मोदी को देश की जनता ने बैठाया, ये अगर आपको पसंद नहीं है, तो आप मोदी को गाली दो, विरोध करो, मोदी का पुतला जलाओ. लेकिन देश की संपत्ति मत जलाओं, गरीब की रिक्शा मत जलाओं, गरीब की झोपडी मत जलाओं.
- स्कूल बसों पर हमले हुए, ट्रेनों पर हमले हुए, मोटर साइकिलों, गाड़ियों, साइकिलों, छोटी-छोटी दुकानों को जलाया गया है, भारत के ईमानदार टैक्सपेयर के पैसे से बनी सरकारी संपत्ति को खाक कर दिया गया है. इसके बाद इनके इरादे कैसे हैं, ये देश अब जान चुका है.
- आज जो लोग कागज-कागज, सर्टिफिकेट-सर्टिफिकेट के नाम पर मुस्लिमों को भ्रमित कर रहे हैं, उन्हें ये याद रखना चाहिए कि हमने गरीबों की भलाई के लिए, योजनाओं के लाभार्थी चुनते समय कभी कागजों की बंदिशें नहीं लगाईं.
- हमने उज्ज्वला योजना के तहत जब 8 करोड़ से ज्यादा गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिये, तो क्या किसी का धर्म या जाति पूछी थी?
- मैं कांग्रेस और उसके साथियों से जानना चाहता हूं कि आप क्यों देश की जनता से झूठ बोल रहे हो, क्यों उन्हें भड़का रहे हो. मैं उनसे जानना चाहता हूं. क्या जब हमने दिल्ली की सैकड़ों कॉलोनियों को वैध करने का काम किया, तो किसी से पूछा क्या कि आपका धर्म है, आपकी आस्था क्या है, आप किस पार्टी के समर्थक हैं.
- लेकिन नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद कुछ राजनीतिक दल तरह-तरह की अफवाहें फैलाने में लगे हैं, लोगों को भ्रमित कर रहे हैं, भावनाओं को भड़का रहे हैं.
- ये लोग किस तरह अपने स्वार्थ के लिए, अपनी राजनीति के लिए किस हद तक जा रहे हैं, ये आपने पिछले हफ्ते भी देखा है. जो बयान दिए गए, झूठे वीडियो, उकसाने वाली बातें कहीं, उच्च स्तर पर बैठे लोगों ने सोशल मीडिया में डालकर भ्रम और आग फैलाने का गुनाह किया है.
- शहर में प्रदूषण कम हो, इसके लिए भी हमने निरंतर प्रयास किया है. बीते 5 वर्षों में दिल्ली में सैकड़ों नए CNG स्टेशन बनाए गए हैं. यहां जो उद्योग-धंधे चल रहे हैं, उनमें से आधों को PNG आधारित बनाया जा चुका है.
- दिल्ली के भीतर सड़कों पर ध्यान देने के साथ ही, दिल्ली के चारों ओर पेरिफरल एक्सप्रेस वे का निर्माण किया गया है, ये एक्सप्रेस वे भी बरसो से अटका, भटका, लटका पड़ा था, इसे पूरा करने का काम भी हमारी सरकार ने किया है.
- दिल्ली मेट्रो के फेज-4 को लेकर अगर यहां की राज्य सरकार ने बेवजह के अड़ेंगे न लगाए होते, तो इसका काम भी काफी पहले शुरू हो गया होता. इसलिए मैं कहता हूं कि आप के नाम पर राजनीति करने वाले, आपकी तकलीफों को कभी न समझे हैं और न समझने का इरादा है.
- हमने एक तरफ वीआईपी लोगों से दिल्ली के 2000 से ज्यादा बंगले खाली कराए हैं और 40 लाख से ज्यादा गरीबों और मध्यम वर्ग को उनके घर का हक भी दे दिया है. उनके वीआईपी उनको मुबारक, मेरे वीआईपी तो आप लोग हैं, देश का सामान्य मानवी है.
- पहले जो सरकार चला रहे थे उन्होंने इन बंगलों में रहने वालों को तो पूरी छूट दी, लेकिन आपके घरों को नियमित करने के लिए कुछ किया भी नहीं और जब मैं कर रहा था तो रोड अटकाने का कोई मौका भी नहीं छोड़ा.
- आप सोचिये जिन लोगों पर आप लोगों ने अपने घरों को नियमित कराने के लिए भरोसा किया था, वो खुद क्या कर रहे थे? इन लोगों ने दिल्ली के सबसे आलीशान और सबसे महंगे इलाकों में 2 हजार से ज्यादा बंगले, अवैध तरीके से अपने करीबियों को दे रखे थे.
- इतने कम समय में तकनीक की मदद से दिल्ली की 1700 से ज्यादा कॉलोनियों की बाउंड्री को चिह्नित करने का काम पूरा किया जा चुका है. इतना ही नहीं 1200 से ज्यादा कॉलोनियों के नक्शे भी पोर्टल पर डाले जा चुके हैं.
- विपक्ष के लोगों की इस रफ्तार को देखते हुए हमने कहा कि ऐसा नहीं चलेगा और न मैं चलने दूंगा. इसलिए हमने इस साल मार्च में ये काम अपने हाथ में लिया. लोकसभा और राज्यसभा के बीते सत्र में दिल्ली की कॉलोनियों से जुड़ा बिल पास कराया जा चुका है.
- चुनाव आते थे तो तारीखें आगे बढाई जाती थी, बुलडोजर का पहियां कुछ समय के लिए रुक जाता था, लेकिन समस्या वहीं की वहीं रहती थी.
- आपको इस चिंता से मुक्त करने और इस समस्या के स्थायी समाधान की ईमानदारी और नीयत इन लोगों ने कभी नहीं दिखाई.
- मुझे संतोष है कि दिल्ली के 40 लाख से ज्यादा लोगों के जीवन में नया सवेरा लाने का एक उत्तम अवसर मुझे और भाजपा को मिला है. आपको अपने घर आपनी जमीन, अपने जीवन की सबसे बड़ी पूंजी पर संपूर्ण अधिकार मिला, इसके लिए आप सबको बहुत-बहुत बधाई.
- जीवन से जब अनिश्चितता निकल जाती है, एक बड़ी चिंता हट जाती है तो उसका प्रभाव क्या होता है, ये मैं आज आप सभी के चेहरों पर देख रहा हूं. आपके उत्साह में देख रहा हूं.
विपक्ष का 'टेप रिकॉर्डर' बंद कीजिए और मेरा 'ट्रैक रिकॉर्ड' देखिए : PM मोदी
15:27 December 22
बिंदुवार पढ़ें PM मोदी का संबोधन
15:19 December 22
नागरिकता संशोधन कानून पर मोदी का पलटवार...
14:48 December 22
मुस्लिमों को डरने की जरूरत नहीं है : मोदी
14:34 December 22
देखें : हिंसा पर मोदी ने क्या कहा..
14:26 December 22
देखें : दिल्ली के गंदे पानी पर क्या बोले मोदी...
14:14 December 22
देखें नागरिकता संशोधन कानून पर पीएम मोदी का संबोधन
13:53 December 22
रामलीला मौदान में मोदी जनसभा को संबोधित कर रहे हैं.
13:50 December 22
40 लाख लोगों के जीवन में नया सवेरा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 40 लाख लोगों के जीवन में नया सवेरा आया है. उन्होंने कहा कि ये नया अवसर बीजेपी को मिला है. पीएम ने कहा कि आज दिल्ली के लोगों को संपूर्ण अधिकार मिला है.
उन्होंने कहा कि आजादी के इतने दशकों के बाद इतनी बड़ी आबादी को अनिश्चितता, डर, छल कपट और झूठे चुनावी वादों से गुजरना पड़ा है.
13:38 December 22
रामलीला मैदान में मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलीला मैदान पहुंच चुके हैं. अब से कुछ देर बाद वह जनसभा को संबोधित करेंगे.
13:38 December 22
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का संबोधन
13:14 December 22
जानें कैसा है इस वक्त रामलीला मैदान के आस-पास का वातावरण
13:12 December 22
फार्मूला वन रेस से दिल जीतने वाले बुद्ध इंटरनेश्नल सर्किट और अंतराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट ग्राउंड नीलाम किया जाएगा. यमुना प्राधिकरण ने 864 करोड़ रुपये बकाया न जमा करने पर जेपी एसोसिएट्स के यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 25 में आवंटित स्पोर्ट्स सिटी प्रोजेक्ट रद्द कर दिया गया है.
प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जेपी एसोसिएट्स को साल 2009 में एसडीजेड (स्पेशल डिवेलप्मेंट जोन) के नाम पर सेक्टर 25 के आसपास करीब 1015 हेक्टेयर जमीन आवंटित की गई थी.
जमीन तीन टुकड़ों में आवंटित
ये जमीन तीन टुकड़ों में आवंटित की गई थी. जिसमें जेपी स्पोर्ट्स सिटी, बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट और अंतराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट ग्राउंड बना हुआ है. कंपनी ने साल 2010 में भुगतान किया. उसके बाद से किस्त जमा करनी बंद की दी है. बता दें कि जेपी ग्रुप पर तकरीबन 864 करोड़ रुपये बकाया है.
जेपी पर 30 मार्च तक पहली किस्त और दूसरी किस्त के 125 करोड़ बकाया हैं. तीसरी किस्त 100 करोड़ रुपये 30 सितंबर तो जमा करनी थी. ऐसे में भुगतान नहीं किया गया. ऐसे में बोर्ड बैठक ने प्रोजेक्ट रद्द करने का निर्णय लिया गया है.
13:12 December 22
12:45 December 22
हंसराज हंस रैली को संबोधित करते हुए...
12:23 December 22
गौतम गंभीर का संबोधन
11:56 December 22
मोदी की रैली से पहले जारी तैयारियां
11:55 December 22
इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
11:54 December 22
PM मोदी की रैली से पहले सुरक्षा के कड़े इंतजाम
10:03 December 22
मोदी रैली LIVE
नई दिल्ली के रामलीला मैदान में आज होने जा रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. रामलीला मैदान पुरानी दिल्ली के दरियागंज से करीब एक किमी दूर है, जहां संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी.
दिल्ली पुलिस कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) और भाजपा से करीबी संपर्क बनाए हुए है.
15:27 December 22
बिंदुवार पढ़ें PM मोदी का संबोधन
- अफगानिस्तान हो या फिलिस्तीन, सऊदी अरब हो या UAE, मालदीव हो या बहरीन - इन सब देशों ने भारत को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया है.
- कांग्रेस और उसके सहयोगी आज इस बात से भी तिलमिलाए हुए हैं कि आखिर क्यों मोदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और खासकर मुसलिम बहुल देशों में इतना समर्थन मिलता है.
- मुझे पूरा विश्वास है कि हाथ में थमा यह तिरंगा इन लोगों को हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ हथियार उठाने वालों के ख़िलाफ़, आतंकवादी हमले करने वालों के खिलाफ भी आवाज उठाने के लिये प्रेरित करेगा.
- आज जो पार्टियां यहां शोर मचा रही हैं, वो 2004 में कहां थीं जब वहां की सरकार ने कहा कि राज्य से बाहर के निवासी से शादी करने पर जम्मू-कश्मीर की बेटियों की वहां की नागरिकता खत्म हो जाएगी.
- ये ऐसे लोग हैं जिन्हें जम्मू कश्मीर की विधानसभा में महिला और पुरुष के आधार पर बने स्थाई निवासी कानून से कोई दिक्कत नहीं थी, लेकिन यहां धार्मिक अल्पसंख्यकों का रास्ता आसान हो, इससे इन्हें दिक्कत हो रही है.
- CAA का विरोध करने वालों के हाथ में जब ईंट-पत्थर देखता हूं तो मुझे होती है. लेकिन मेरी सोच अलग है. जब उनके हाथ में हिंसा के साधन देखता हूं तो मुझे तकलीफ होती है. परन्तु जब उन्हीं में से कुछ के हाथ में तिरंगा देखता हूं, तो सुकून भी होता है.
- दीदी, अब आपको क्या हो गया ? आप क्यों बदल गयी? अब आप क्यों अफवाह फैला रही हों ?चुनाव आते हैं, जाते हैं, सत्ता मिलती है चली जाती है, मगर आप इतना क्यों डरी हो. बंगाल की जनता पर भरोसा करो, बंगाल के नागरिकों को आपने दुश्मन क्यों मान लिया है?
- कुछ साल पहले तक यही ममता दीदी संसद में खड़े होकर गुहार लगा रहीं थीं कि बांग्लादेश से आने वाले घुसपैठियों को रोका जाए, वहां से आए पीड़ित शरणार्थियों की मदद की जाए. संसद में स्पीकर के सामने कागज फेंकती थी.
- महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू और सिख साथियों को जब लगे कि उन्हें भारत आना चाहिए तो उनका स्वागत है. ये रियायत तब की भारत की सरकार के वादे के मुताबिक है.
- रिफ्यूजी का जीवन क्या होता है, बिना कसूर के अपने घरों से निकाल देने का दर्द क्या होता है, ये दिल्ली से बेहतर कौन समझ सकता है. यहां का कोई कोना ऐसा नहीं है, जहां बंटवारे के बाद किसी ऱिफ्यूजी का और बंटवारे से अल्पसंख्यक बने भारतीय का आंसू ना गिरा हो.
- आज जब इन दलितों के जीवन की सबसे बड़ी चिंता दूर करने का काम मोदी सरकार कर रही है तो आपके पेट में चूहे क्यों दौड़ रहे हैं.
- मैं दलित राजनीति करने का दावा करने वालों से भी पूछना चाहता हूं कि आप इतने वर्षों से चुप क्यों थे, आपको इन दलितों की तकलीफ कभी क्यों नहीं दिखाई दी.
- ये इसलिए किया जाता है कि उनकी आस्था, पूजा पद्धति अलग है। ऐसे शोषण के कारण ही वो भारत आए और देश के अलग अलग कौनो में रह रहे हैं.
- पाकिस्तान से जो शरणार्थी आए हैं उसमें से अधिकतर दलित परिवार से हैं. वहां आज भी दलितों के साथ दुर्व्यवहार होता है. वहां बेटियों के साथ अत्याचार होता है, जबरन शादी करके उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जाता है.
- ये एक्ट उन लोगों पर लागू होगा जो बरसों से भारत में ही रह रहे हैं. किसी नए शरणार्थी को इस कानून का फायदा नहीं मिलेगा. पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक प्रताड़ना की वजह से आए लोगों को सुरक्षा देने के लिए ये क़ानून है.
- कुछ लोग CAA को गरीबों के खिलाफ ही बता रहे हैं, कह रहे हैं कि जो लोग आएंगे वो यहां के गरीबों का हक़ छीन लेंगे. अरे झूठ फ़ैलाने से पहले कम से कम गरीबों पर तो दया करो भाई.
- अब भी जो भ्रम में हैं, मैं उन्हें कहूंगा कि कांग्रेस और अर्बन नक्सलियों द्वारा उड़ाई गई डिटेन्शन सेंटर की अफवाह सरासर झूठ हैं. जो हिंदुस्तान की मिट्टी के मुसलमान हैं, उनसे नागरिकता कानून और NRC दोनों का ही कोई लेना-देना नहीं है.
- कांग्रेस और उसके साथी, शहरों में रहने वाले कुछ पढ़े लिखे नक्सली -अर्बन नक्सल, ये अफवाह फैला रहे हैं कि सारे मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में भेज दिया जाएगा. कुछ तो अपनी शिक्षा की कद्र करिए। एक बार पढ़ तो लीजिए नागरिकता संशोधन एक्ट है क्या?
- नागरिकता संशोधन कानून भारत के किसी नागरिक के लिए, चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान, के लिए है ही नहीं. ये संसद में बोला गया है. ये कानून का इस देश के अंदर रह रहे 130 करोड़ लोगों से कोई वास्ता नहीं है.
- वोट बैंक की राजनीति करने वाले और खुद को भारत का भाग्य विधाता मानने वाले, आज जब देश की जनता द्वारा नकार दिए गए हैं, तो इन्होंने अपना पुराना हथियार निकाल लिया है- बांटों, भेद करो और राजनीति का उल्लू सीधा करो.
- झूठ बेचने वाले, अफवाह फैलाने वाले इन लोगों को पहचानने की ज़रूरत है. ये 2 तरह के लोग हैं. एक वो लोग जिनकी राजनीति दशकों तक वोटबैंक पर ही टिकी रही है. दूसरे वो लोग जिनको इस राजनीति का लाभ मिला है.
- ये लोग उपदेश दे रहे हैं, लेकिन शांति के लिए एक शब्द बोलने के लिए तैयार नहीं हैं, हिंसा रोकने के लिए एक शब्द बोलने के लिए तैयार नहीं है.इसका मतलब है कि हिंसा को, पुलिस पर हो रहे हमलों को आपकी मौन सहमति है. ये देश देख रहा है.
- जब कोई संकट या मुश्किल आती है तो ये पुलिस न धर्म पूछता है न जाति पूछता है, न ठण्ड देखता है न बारिश देखता है और आपकी मदद के लिए आकर खड़ा हो जाता है.
- पुलिस वालों को अपनी ड्यूटी करते समय हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है. जिन पुलिसवालों पर ये लोग पत्थर बरसा रहें हैं, उन्हें जख्मी करके आपको क्या मिलेगा? आजादी के बाद 33 हजार से ज्यादा पुलिसवालों ने, शांति के लिए, आपकी सुरक्षा के लिए शहादत दी है.
- मैं इन लोगों को कहना चाहता हूं कि मोदी को देश की जनता ने बैठाया, ये अगर आपको पसंद नहीं है, तो आप मोदी को गाली दो, विरोध करो, मोदी का पुतला जलाओ. लेकिन देश की संपत्ति मत जलाओं, गरीब की रिक्शा मत जलाओं, गरीब की झोपडी मत जलाओं.
- स्कूल बसों पर हमले हुए, ट्रेनों पर हमले हुए, मोटर साइकिलों, गाड़ियों, साइकिलों, छोटी-छोटी दुकानों को जलाया गया है, भारत के ईमानदार टैक्सपेयर के पैसे से बनी सरकारी संपत्ति को खाक कर दिया गया है. इसके बाद इनके इरादे कैसे हैं, ये देश अब जान चुका है.
- आज जो लोग कागज-कागज, सर्टिफिकेट-सर्टिफिकेट के नाम पर मुस्लिमों को भ्रमित कर रहे हैं, उन्हें ये याद रखना चाहिए कि हमने गरीबों की भलाई के लिए, योजनाओं के लाभार्थी चुनते समय कभी कागजों की बंदिशें नहीं लगाईं.
- हमने उज्ज्वला योजना के तहत जब 8 करोड़ से ज्यादा गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिये, तो क्या किसी का धर्म या जाति पूछी थी?
- मैं कांग्रेस और उसके साथियों से जानना चाहता हूं कि आप क्यों देश की जनता से झूठ बोल रहे हो, क्यों उन्हें भड़का रहे हो. मैं उनसे जानना चाहता हूं. क्या जब हमने दिल्ली की सैकड़ों कॉलोनियों को वैध करने का काम किया, तो किसी से पूछा क्या कि आपका धर्म है, आपकी आस्था क्या है, आप किस पार्टी के समर्थक हैं.
- लेकिन नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद कुछ राजनीतिक दल तरह-तरह की अफवाहें फैलाने में लगे हैं, लोगों को भ्रमित कर रहे हैं, भावनाओं को भड़का रहे हैं.
- ये लोग किस तरह अपने स्वार्थ के लिए, अपनी राजनीति के लिए किस हद तक जा रहे हैं, ये आपने पिछले हफ्ते भी देखा है. जो बयान दिए गए, झूठे वीडियो, उकसाने वाली बातें कहीं, उच्च स्तर पर बैठे लोगों ने सोशल मीडिया में डालकर भ्रम और आग फैलाने का गुनाह किया है.
- शहर में प्रदूषण कम हो, इसके लिए भी हमने निरंतर प्रयास किया है. बीते 5 वर्षों में दिल्ली में सैकड़ों नए CNG स्टेशन बनाए गए हैं. यहां जो उद्योग-धंधे चल रहे हैं, उनमें से आधों को PNG आधारित बनाया जा चुका है.
- दिल्ली के भीतर सड़कों पर ध्यान देने के साथ ही, दिल्ली के चारों ओर पेरिफरल एक्सप्रेस वे का निर्माण किया गया है, ये एक्सप्रेस वे भी बरसो से अटका, भटका, लटका पड़ा था, इसे पूरा करने का काम भी हमारी सरकार ने किया है.
- दिल्ली मेट्रो के फेज-4 को लेकर अगर यहां की राज्य सरकार ने बेवजह के अड़ेंगे न लगाए होते, तो इसका काम भी काफी पहले शुरू हो गया होता. इसलिए मैं कहता हूं कि आप के नाम पर राजनीति करने वाले, आपकी तकलीफों को कभी न समझे हैं और न समझने का इरादा है.
- हमने एक तरफ वीआईपी लोगों से दिल्ली के 2000 से ज्यादा बंगले खाली कराए हैं और 40 लाख से ज्यादा गरीबों और मध्यम वर्ग को उनके घर का हक भी दे दिया है. उनके वीआईपी उनको मुबारक, मेरे वीआईपी तो आप लोग हैं, देश का सामान्य मानवी है.
- पहले जो सरकार चला रहे थे उन्होंने इन बंगलों में रहने वालों को तो पूरी छूट दी, लेकिन आपके घरों को नियमित करने के लिए कुछ किया भी नहीं और जब मैं कर रहा था तो रोड अटकाने का कोई मौका भी नहीं छोड़ा.
- आप सोचिये जिन लोगों पर आप लोगों ने अपने घरों को नियमित कराने के लिए भरोसा किया था, वो खुद क्या कर रहे थे? इन लोगों ने दिल्ली के सबसे आलीशान और सबसे महंगे इलाकों में 2 हजार से ज्यादा बंगले, अवैध तरीके से अपने करीबियों को दे रखे थे.
- इतने कम समय में तकनीक की मदद से दिल्ली की 1700 से ज्यादा कॉलोनियों की बाउंड्री को चिह्नित करने का काम पूरा किया जा चुका है. इतना ही नहीं 1200 से ज्यादा कॉलोनियों के नक्शे भी पोर्टल पर डाले जा चुके हैं.
- विपक्ष के लोगों की इस रफ्तार को देखते हुए हमने कहा कि ऐसा नहीं चलेगा और न मैं चलने दूंगा. इसलिए हमने इस साल मार्च में ये काम अपने हाथ में लिया. लोकसभा और राज्यसभा के बीते सत्र में दिल्ली की कॉलोनियों से जुड़ा बिल पास कराया जा चुका है.
- चुनाव आते थे तो तारीखें आगे बढाई जाती थी, बुलडोजर का पहियां कुछ समय के लिए रुक जाता था, लेकिन समस्या वहीं की वहीं रहती थी.
- आपको इस चिंता से मुक्त करने और इस समस्या के स्थायी समाधान की ईमानदारी और नीयत इन लोगों ने कभी नहीं दिखाई.
- मुझे संतोष है कि दिल्ली के 40 लाख से ज्यादा लोगों के जीवन में नया सवेरा लाने का एक उत्तम अवसर मुझे और भाजपा को मिला है. आपको अपने घर आपनी जमीन, अपने जीवन की सबसे बड़ी पूंजी पर संपूर्ण अधिकार मिला, इसके लिए आप सबको बहुत-बहुत बधाई.
- जीवन से जब अनिश्चितता निकल जाती है, एक बड़ी चिंता हट जाती है तो उसका प्रभाव क्या होता है, ये मैं आज आप सभी के चेहरों पर देख रहा हूं. आपके उत्साह में देख रहा हूं.
15:19 December 22
नागरिकता संशोधन कानून पर मोदी का पलटवार...
14:48 December 22
मुस्लिमों को डरने की जरूरत नहीं है : मोदी
14:34 December 22
देखें : हिंसा पर मोदी ने क्या कहा..
14:26 December 22
देखें : दिल्ली के गंदे पानी पर क्या बोले मोदी...
14:14 December 22
देखें नागरिकता संशोधन कानून पर पीएम मोदी का संबोधन
13:53 December 22
रामलीला मौदान में मोदी जनसभा को संबोधित कर रहे हैं.
13:50 December 22
40 लाख लोगों के जीवन में नया सवेरा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 40 लाख लोगों के जीवन में नया सवेरा आया है. उन्होंने कहा कि ये नया अवसर बीजेपी को मिला है. पीएम ने कहा कि आज दिल्ली के लोगों को संपूर्ण अधिकार मिला है.
उन्होंने कहा कि आजादी के इतने दशकों के बाद इतनी बड़ी आबादी को अनिश्चितता, डर, छल कपट और झूठे चुनावी वादों से गुजरना पड़ा है.
13:38 December 22
रामलीला मैदान में मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलीला मैदान पहुंच चुके हैं. अब से कुछ देर बाद वह जनसभा को संबोधित करेंगे.
13:38 December 22
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का संबोधन
13:14 December 22
जानें कैसा है इस वक्त रामलीला मैदान के आस-पास का वातावरण
13:12 December 22
फार्मूला वन रेस से दिल जीतने वाले बुद्ध इंटरनेश्नल सर्किट और अंतराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट ग्राउंड नीलाम किया जाएगा. यमुना प्राधिकरण ने 864 करोड़ रुपये बकाया न जमा करने पर जेपी एसोसिएट्स के यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 25 में आवंटित स्पोर्ट्स सिटी प्रोजेक्ट रद्द कर दिया गया है.
प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जेपी एसोसिएट्स को साल 2009 में एसडीजेड (स्पेशल डिवेलप्मेंट जोन) के नाम पर सेक्टर 25 के आसपास करीब 1015 हेक्टेयर जमीन आवंटित की गई थी.
जमीन तीन टुकड़ों में आवंटित
ये जमीन तीन टुकड़ों में आवंटित की गई थी. जिसमें जेपी स्पोर्ट्स सिटी, बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट और अंतराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट ग्राउंड बना हुआ है. कंपनी ने साल 2010 में भुगतान किया. उसके बाद से किस्त जमा करनी बंद की दी है. बता दें कि जेपी ग्रुप पर तकरीबन 864 करोड़ रुपये बकाया है.
जेपी पर 30 मार्च तक पहली किस्त और दूसरी किस्त के 125 करोड़ बकाया हैं. तीसरी किस्त 100 करोड़ रुपये 30 सितंबर तो जमा करनी थी. ऐसे में भुगतान नहीं किया गया. ऐसे में बोर्ड बैठक ने प्रोजेक्ट रद्द करने का निर्णय लिया गया है.
13:12 December 22
12:45 December 22
हंसराज हंस रैली को संबोधित करते हुए...
12:23 December 22
गौतम गंभीर का संबोधन
11:56 December 22
मोदी की रैली से पहले जारी तैयारियां
11:55 December 22
इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
11:54 December 22
PM मोदी की रैली से पहले सुरक्षा के कड़े इंतजाम
10:03 December 22
मोदी रैली LIVE
नई दिल्ली के रामलीला मैदान में आज होने जा रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. रामलीला मैदान पुरानी दिल्ली के दरियागंज से करीब एक किमी दूर है, जहां संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी.
दिल्ली पुलिस कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) और भाजपा से करीबी संपर्क बनाए हुए है.