नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सऊदी अरब की अध्यक्षता में आयोजित 15वें G20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया. बैठक में बोलते हुए पीएम ने कहा कि हमने LED लाइट को लोकप्रिय बनाया, जिससे कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को 38 मिलियन टन प्रतिवर्ष तक कम किया गया है.
पीएम ने कहा कि भारत न केवल पेरिस समझौते के लक्ष्यों को पूरा कर रहा है, बल्कि उन्हें पार भी कर रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन सबसे तेजी से बढ़ते अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक है. यह कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में अहम योगदान देगा. नई और स्थायी टेक्नोलॉजी में रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ाने के लिए यह सबसे अच्छा समय है. हमें सहयोग और सहयोग की भावना के साथ ऐसा करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि हम 2022 से पहले 175 गीगाबाइट रिन्यूएबल एनर्जी का लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे और अब हमने 2030 तक इसे बढ़ाकर 450 गीगाबाइट तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. हमने उज्ज्वला योजना के माध्यम से 8 करोड़ से अधिक घरों को धुआं मुक्त रसोई प्रदान की है.
पीएम ने कहा कि हमने वर्ष 2030 तक 26 मिलियन हेक्टेयर भूमि को डिग्रेड करने का लक्ष्य रखा है और हम सर्कुलर अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित कर रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि पारंपरिक लोकाचार के पर्यावरण से प्रेरित होकर भारत ने कम कार्बन और जलवायु-लचीला विकास प्रथाओं को अपनाया है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लिए जलवायु परिवर्तन से लड़ने पर अपना ध्यान केंद्रित रखना भी महत्वपूर्ण है. जलवायु परिवर्तन को सिलोस (भूमिगत कक्ष) में नहीं, बल्कि एक एकीकृत, व्यापक और समग्र से लड़ा जाना चाहिए.