नई दिल्ली : महाराष्ट्र में लगातार सियासी उठा-पटक तेज होती हुई दिखाई दे रही है. भाजपा और शिवसेना के बीच चल रहे मतभेद के कारण चुनाव के परिणाम आने के बाद भी अभी तक महाराष्ट्र में सरकार नहीं बन पाई है.
इस उठा-पठक के बीच खबरें आ रही है कि खरीद फरोख्त और तोड़फोड़ से बचाने के लिए कांग्रेस ने अपने 44 विधायकों को जयपुर भेज दिया है. शिवसेना ने भी अपने विधायकों को मुंबई के एक होटल में रुकने का आदेश दिया है.
इसी मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए कांग्रेस का यह कहना है कि सत्ता में आने के लिए भारतीय जनता पार्टी किसी भी प्रकार की मर्यादाओं को तोड़ सकती है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कांग्रेस के नेता पीएल पुनिया ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि इस मामले में कांग्रेस की तरफ से कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है. लेकिन उन्हें इस बात की पूरी उम्मीद है कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी दूसरी पार्टी के विधायकों को खरीदने की कोशिश कर सकती है.
पुनिया ने कहा, 'चुनाव के परिणाम के अनुसार महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना की सरकार बननी चाहिए लेकिन ऐसा होते हुए ना देख पाने के कारण भाजपा दूसरे तरीके आजमाने की कोशिश भी कर सकती है. इसी के कारण शिवसेना ने भी अपने विधायकों को एक होटल में रहने के लिए कहा है. भारतीय जनता पार्टी हमेशा अपनी लोकतांत्रिक मर्यादाओं को दरकिनार रखते हुए ऐसी हरकत करती है.'
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल शनिवार को खत्म हो जाएगा लेकिन अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि सरकार किसकी बनेगी. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 105 सीटों पर जीत मिली थी जबकि शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत मिली थी. हालांकि शिवसेना 50-50 फार्मूले के तहत सीएम पद पर आई है और कह रही है ढाई साल महाराष्ट्र में शिवसेना का पीएम बने और बाकी के ढाई साल भाजपा का.
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सूत्रों से मिली खबर के अनुसार कांग्रेस भी इस बात का इंतजार कर रही हैं शिवसेना ने अगर भारतीय जनता पार्टी के साथ अपना गठबंधन खत्म किया तो महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस शिवसेना के साथ हाथ मिला सकती है.
इस मुद्दे पर पीएल पुनिया ने कहा चुनाव के परिणाम के अनुसार जनता ने अपना बहुत स्पष्ट निर्णय दिया है कि कांग्रेस को विपक्षी दल के तौर पर अपना काम करना है.