नई दिल्ली : रिहैब इंडिया फाउंडेशन के ट्रस्टी शाहिद अबोबकर और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) दिल्ली के अध्यक्ष मुहम्मद परवेज अहमद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय पहुंचे हैं. दोनों संस्थाओं को ईडी ने तलब किया था.
पीएफआई के वकील केसी नजीर ने बताया कि वे ईडी कार्यालय से दो महीने का समय लेने के लिए हैं. उन्होंने बताया कि पीएफआई अध्यक्ष कैंसर से पीड़ित हैं, और वह स्वास्थ्य संबंधी समस्या के कारण आने में असमर्थ हैं.
इससे पहले मंगलवार को अधिकारियों ने बताया था कि प्रवर्तन निदेशालय ने पीएफआई और उससे जुड़े एक एनजीओ के सात पदाधिकारियों को धनशोधन से जुड़े एक मामले की जांच के सिलसिले में तलब किया है.
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आधिकारिक सूत्रों के अनुसार धन शोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत जारी समन प्रवर्तन निदेशालय की उस जांच की पृष्ठभूमि में आया है कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ उत्तर प्रदेश में तथा देश के अन्य हिस्सों में हाल में हुए प्रदर्शनों में पीएफआई का कथित तौर पर आर्थिक संबंध है. हालांकि पीएफआई ने इसे निराधार करार दिया है. बता दें कि, ईडी ने 2018 में भी पीएमएलए के तहत पीएफआई पर मामला दर्ज किया था.
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ईडी के अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी रिहैब इंडिया के नौ बैंक खातों को भेजी गई रकम और निकाली गई राशि की भी जांच कर रही है.