श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को हटाने के एक साल बाद भी राजनीतिक नेताओं के बंद किए जाने के विरोध में गुरुवार को पीडीपी के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. श्रीनगर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) मुख्यालय के बाहर पार्टी के नेता रऊफ भट के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया गया है.
इस दौरान पीडीपी कार्यकर्ताओं ने एक रैली निकालने की कोशिश की. लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उनकी कोशिशों को नाकाम कर दिया. साथ ही रऊफ भट और कुछ अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया और कार्यकर्ताओं को तितर-बितर कर दिया गया.
पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के दौरान रऊफ भट ने कहा कि सरकार को तमाम राजनीतिक बंदियों और अन्य नौजवानों को रिहा करना चाहिए और कश्मीर घाटी में बिना किसी देरी के सियासी गतिविधियों की इजाजत देनी चाहिए.
गौरतलब है कि पिछले साल पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर में सियासी गतिविधियों पर रोक जारी है. साथ ही पीएसए नियम के तहत कई नेताओं को हिरातस लिया गया था. जिसमें आज भी कई नेता नजरबंद हैं. जिसमें पीडीपी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी शामिल हैं.
पीडीपी की तरफ से पिछले एक साल में पहली बार कोई राजनीतिक गतिविधि शुरू की गई है. इससे पहले पीडीपी नेता एक बैठक करने वाले थे लेकिन प्रशासन ने बैठक करने की इजाजत नहीं दी थी.