पुणे : राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (रांकांपा) प्रमुख शरद पवार के आवास पर पार्टी की कोर समिति की बैठक हुई. बैठक में निर्णय लिया गया है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन की जगह सरकार बनाये जाने की आवश्यक्ता है. एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने बैठक के बाद मीडिया को यह जानकारी दी.
नवाब मलिक ने कहा कि एनसीपी सरकार बनाने को तैयार है, लेकिन अंतिम फैसला कांग्रेस के साथ चर्चा के बाद लिया जाएगा.
मलिक ने बताया, 'बैठक में महाराष्ट्र की वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति पर गहन चर्चा हुई और यह फैसला किया गया कि राज्य में राष्ट्रपति शासन जल्द से जल्द खत्म हो और कोई वैकल्पिक सरकार का गठन किया जाए.'
एनसीपी नेता ने बताया कि सोमवार को पार्टी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मुलाकात होगी जबकि मंगलवार को दोनों पार्टियों के नेता मिलेंगे. इन्हीं बैठकों में राज्य में किसी वैकल्पिक सरकार के गठन पर अंतिम निर्णय होगा.
शरद पवार की अध्यक्षता में हुई इस अहम बैठक में महाराष्ट्र एनसीपी के अध्यक्ष जयंत पाटिल व एनसीपी विधायक दल के नेता अजित पवार सहित सभी प्रमुख नेता शामिल रहे.
बैठक से पहले राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल ने कहा था कि जो लोग विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को छोड़कर गए थे, उन्हें केवल 'योग्यता' के आधार पर ही फिर से पार्टी में शामिल किया जाएगा. पाटिल ने कहा कि चुनावों से पहले भाजपा में शामिल होने वाले कई विधायक पार्टी के संपर्क में हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या राकांपा में 'मेगा भर्ती' होगी, इस पर उन्होंने कहा, 'कोई मेगा-भर्ती नहीं होगी. नेताओं को योग्यता के आधार पर पार्टी में शामिल किया जाएगा. पार्टी में उन्हें शामिल करते समय हमें हर निर्वाचन क्षेत्र से उन युवा नेताओं द्वारा दिखायी वफादारी पर विचार करना होगा, जो हमारे साथ रहे.'
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पाटिल ने हालांकि इससे इनकार किया कि इस बात को लेकर राकांपा में मतभेद है कि पार्टी को शिवसेना को समर्थन देना चाहिए या भाजपा को.
उन्होंने कहा, 'अंतिम निर्णय शरद पवार लेंगे, लेकिन उस पार्टी (भाजपा) के साथ जाने का सवाल ही नहीं है, जिसके खिलाफ राकांपा ने चुनाव लड़ा, ऐसी पार्टी जो वैचारिक रूप से अलग है.'