जयपुर : राजस्थान के कोटा जिले के नजदीक चंबल नदी में एक नाव पलट गई. नाव में करीब तीन दर्जन लोग सवार थे. इनमें से 12 लोगों की मौत हो चुकी है. नाव में कुछ सामान और वाहन भी रखे हुए थे. नाव पलटने के बाद करीब 20 लोगों को बचा लिया गया है. दो लोग लापता हैं.
यह लोग नाव के जरिए कमलेश्वर धाम बूंदी एरिया में जा रहे थे. अचानक से जब नाव पलट गई तो, इसमें सवार महिलाएं बच्चे और लोग नदी में डूबने लग गए.
घटना सुबह 8:00 बजे की बताई जा रही है. इस संबंध में लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने भी चिंता जताई है. लोकसभा सचिवालय ने जिला प्रशासन से इस संबंध में संपर्क साधा और कोटा से एसडीआरएफ टीम को मौके पर भेजा.
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हालांकि मौके पर किसी भी तरह की कोई सुविधा मौजूद नहीं थी. इसके अलावा महिलाओं और बच्चों को किनारे तक लाने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं थी. इसके लिए प्रशासन ही जिम्मेदार माना जा रहा है. क्योंकि इस तरह से अवैध रूप से नावों का संचालन तो किया जा रहा है, लेकिन किसी भी प्रकार के हादसे से बचाव के लिए कोई उपकरण या टीम वहां पर तैनात नहीं है.
अशोक गहलोत ने जताया शोक
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घटना पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि कोटा में थाना के खतोली क्षेत्र में चंबल ढिबरी के पास नाव के पलटने की घटना बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना.
उन्होंने आगे कहा कि मुद्दे पर अपडेट जानने के लिए मैंने कोटा प्रशासन से बात की है. साथ ही अधिकारियों को तत्काल राहत और बचाव कार्यों के साथ लापता लोगों का पता लगाने के निर्देश दिए हैं. स्थानीय पुलिस और प्रशासन घटनास्थल पर मौजूद हैं. प्रभावित परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से मदद मिलेगी.