नई दिल्लीः लोकसभा में आज विस्तृत चर्चा के बाद जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पारित हो गया. अनुच्छेद 370 के प्रावधानों में बदलाव पर चर्चा के दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करना उसके विकास को सुनिश्चित करने और ऐतिहासिक भूल को सही करने वाला कदम है.
धारा 370 के प्रावधानों को निरस्त करने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने वाले विधेयक पर बहस करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पाकिस्तान की भाषा बोल रही है.
उन्होंने कहा कि, 'हम इस फैसले से ऐतिहासिक भूल को सुधारना चाहते हैं.'
उन्होंने कांग्रेस से कहा कि वह विधेयक का समर्थन करके अपने पूर्वजों की गलती को सुधारने में मदद करें.
जोशी ने आगे कहा कि विवाद भूमि मात्र का नहीं बल्कि मातृभूमि का है. उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस फैसलों का समर्थन नहीं कर रही है.
कांग्रेस पार्टी में लोकतंत्र नहीं है लिहाजा वह अपने पार्टी प्रमुख को नहीं चुन पा रही है. पाक कह रहा है कि यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है और कांग्रेस भी यही कह रही है.
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इतिहास को याद करते हुए जोशी ने कहा, बीआर आंबेडकर अनुच्छेद 370 के खिलाफ थे फिर भी जवाहरलाल नेहरू उसे लेकर आए.
नेहरू ने कहा था कि अनुच्छेद समय के साथ घिस जाएगा पर पिछले 70 साल में कांग्रेस घिस गई और 370 रह गया.
जोशी कहते हैं, कांग्रेस के कृत्यों और वोट बैंक की राजनीति के कारण 1984 से कांग्रेस के समर्थकों की संख्या कम हो रही है.
कांग्रेस के मनीष तिवारी ने इस कदम को त्रासदी बताया है. इसपर जोशी कहते हैं कि, त्रासदी तो इस मसले को संयुक्त राष्ट्र में लेकर जाना था.
बीजेडी के सांसद पिनाकी मिश्रा ने सरकार से कहा कि जम्मू-कश्मीर में जल्द से जल्द चुनाव कराया जाए.
जोशी ने आगे कहा कि देश में सबका एक मत होना चाहिए नहीं तो बाहरी लोग फायदा उठाएंगे.
टीआरएस के नेता नामा नागेश्वर राव ने कहा कि, यह विधेयक ऐतिहासिक भूल को सुधारने के लिए है. यही नहीं उन्होंने यह तक कहा कि सरकार का दूसरा कदम पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारतीय कश्मीर में बदलना का होना चाहिए.
नामा नागेश्वर राव ने आगे कहा कि अगर कांग्रेस विधेयक का समर्थन नहीं करेगा तो देश के लोग उनको छोड़ेंगे नहीं और उनको राष्ट्र विरोधी बुलाएंगे. यह काला दिन नहीं बल्की देश के लिए विकास का दिन है.
सपा के नेता अखिलेश यादव ने कहा कि किसी को नहीं पता कि यह फैसला राज्य के लोगों की खुशी के लिए है या नहीं. उन्होंने पूछा कि नागालैंड, सिक्किम और मिजोरम को ऐसी खुशी कब मिलेगी? अखिलेश ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार देश को भ्रमित करना चाहती है.