नई दिल्लीःकेंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद पाकिस्तान ने भारतीय दूत अजय बिसारिया को पाक से निष्कासित कर दिया है और भारत से व्यापार खत्म कर दिया है.
वहीं पाकिस्तान ने भारत में पाकिस्तानी दूत मोइन-उल-हक को वापस बुला लिया है.
पाकिस्तान के फैसले पर पाकिस्तान में पूर्व भारतीय दूत टीसीए राघवन ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार दुर्भाग्य से कभी भी बड़ी मात्रा में नहीं रहा है. लिहाजा इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा. पाकिस्तान ने यह कदम सिर्फ दिखावे के लिए उठाए हैं.
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जानकारी के लिए बता दें केंद्र सरकार ने 6 अगस्त को कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया था. भारत के इस निर्णय का पाकिस्तान ने विरोध किया था.
पहले भी कर चुका है परेशान
पाकिस्तान ने भारतीय दूत को पहले भी परेशान किया है. जून में इस्लामाबाद मे भारतीय हाई कमीशन ने इफ्तारी का आयोजन किया था. उस दौरान पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने मेहमानों के साथ बदसलूकी की थी. यही नहीं मेहमानों को फोन करके इफ्तार में जाने से धमकाया भी था.
गौरतलब हे कि भारत सरकार के 370 पर फैसले के बाद पाकिस्तान में भारतीय राजदूत ने दूतावास के आसपास अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की मांग की थी. आपको बता दें कि कई संस्थाओं ने भारतीय दूतावास के बाहर प्रदर्शन भी किया था.