कराची: पाकिस्तान ने 28 अगस्त से 31 अगस्त तक कराची हवाई क्षेत्र के तीन विमानन मार्गों को बंद कर दिया है. देश के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने बुधवार को सरकार की घोषणा के बाद कहा कि यह भारतीय उड़ानों द्वारा देश के हवाई क्षेत्र के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रहा है.
विमानन प्राधिकरण द्वारा जारी किए एक नोटिस में एयरमैन (एनओटीएएम) को यह सूचना दी गई है. इसमें कहा गया है कि कराची जाने वाली सभी उड़ानों को 28 अगस्त से 31 अगस्त तक इस संशोधन का पालन करना होगा.
बता दें, पाकिस्तान के विज्ञान एवं तकनीकि मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था कि पाकिस्तान भारत से यातायात के लिए अपने हवाई क्षेत्र को 'पूर्ण रूप से बंद' करेगा.
उनके यह कहने के ठीक एक दिन बाद ही ऐसा हुआ है.
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मंत्री ने मंगलवार को ट्वीट किया, 'अफगानिस्तान में भारतीय व्यापार के लिए पाकिस्तान के भूमि मार्गो के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध का सुझाव कैबिनेट की बैठक में दिया गया था.'
पाकिस्तान के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए तेजतर्रार नेता और भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भारत सरकार को अरब सागर से कराची बंदरगाह जाने वालें जहाजों को बंद करने की सलाह दी है.
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट में कहा, 'नमो सरकार को मेरी सलाह: यदि पाक हमारे वाणिज्यिक और नागरिक विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर देता है, तो भारत को कराची बंदरगाह के लिए अरब सागर (जिसका नाम बदला जाना चाहिए) से जाने वाली जहाजों को अवरुद्ध करके कराची बंदरगाह को बंद कर देना चाहिए.'
हालांकि मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि कैबिनेट बैठक के दौरान खान ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र के उपयोग पर आपत्ति जताई थी.
दरअसल मोदी ने 22 अगस्त को फ्रांस की यात्रा के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उपयोग किया था. मंगलवार को मंत्रिमंडल को बताया गया कि उन्हें पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र के उपयोग की अनुमति दी गई थी क्योंकि उस क्षेत्र में कोई प्रतिबंध नहीं था.
बता दें, यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने इस साल अपने हवाई क्षेत्र बंद किए हैं. 26 फरवरी को भारतीय वायु सेना द्वारा बालाकोट स्ट्राइक के बाद भी इसे पूरी तरह से बंद किया गया था.
फरवरी में हुए पुलवामा आतंकी हमले के पांच महीने बाद 16 जुलाई को हवाई क्षेत्र पूरी तरह से खोल दिया गया था.
गौरतलब है दोनों देशों के बीच हालिया तनाव 5 अगस्त से शुरू हुआ जब भारत ने कश्मीर को प्राप्त विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया.
उल्लेखनीय है 26 अगस्त को राष्ट्र को किए गए अपने संबोधन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार के कश्मीर को दिए गए विशेष दर्जे को खत्म करने के कदम को ऐतिहासिक भूल करार दिया.