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जम्मू-कश्मीर में 4 अगस्त के बाद 5000 से ज्यादा लोग गिरफ्तार, 609 नजरबंद : MHA

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Published : Nov 20, 2019, 11:15 PM IST

राज्यसभा में जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा हुई. इसी बीच जी किशन रेड्डी ने राज्यसभा में सवाल के जवाब में गिरफ्तारियों का विवरण दिया. पढ़ें पूरी खबर...

गृह मंत्रालय ने J & K में 4 अगस्त से हुई गिरफ्तारियों को लेकर दिया बयान

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तार किए गए लोगों पर बयान दिया है. मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि 4 अगस्त के बाद कम से कम 5,161 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. इन लोगों में राजनेता, अलगाववादी और पत्थरबाज भी शामिल हैं.

गृह राज्य मंत्री (एमओएस) जी किशन रेड्डी ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि ब्रीच ऑफ पीस, शांति भंग करने वाले अपराधों को रोकने के लिए 4 अगस्त 2019 से घाटी में 5,161 प्रतिबंधात्मक गिरफ्तारियां की गईं. उन्होंने कहा इनमें से 609 लोग वर्तमान में नजरबंद हैं, जिनमें से लगभग 218 पथराव करने वाले लोग हैं.

इससे पहले आज, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दोहराया कि स्थानीय प्रशासन से इनपुट के बाद जम्मू और कश्मीर में स्थिति सामान्य है और उचित समय पर इंटरनेट सुविधाएं बहाल की जाएंगी.

पढ़ें : कश्मीर के हालात सामान्य, सेब के 22.58 लाख टन उत्पादन की संभावना: शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने आज राज्यसभा को संबोधित करते हुए कहा, दवाओं की उपलब्धता पर्याप्त है और कश्मीर में कोई समस्या नहीं है.

प्रशासन ने स्वास्थ्य सेवाओं और पेट्रोल, डीजल, मिट्टी के तेल, एलपीजी और चावल की उपलब्धता का ध्यान रखा है. 22 लाख मीट्रिक टन सेब के उत्पादन की उम्मीद है. सभी लैंडलाइन खोले गए हैं.

केंद्र सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के अपने फैसले की घोषणा की थी. इसके बाद, विभिन्न मुख्यधारा के राजनीतिक नेताओं और अन्य लोगों को हिरासत में रखा गया.

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तार किए गए लोगों पर बयान दिया है. मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि 4 अगस्त के बाद कम से कम 5,161 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. इन लोगों में राजनेता, अलगाववादी और पत्थरबाज भी शामिल हैं.

गृह राज्य मंत्री (एमओएस) जी किशन रेड्डी ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि ब्रीच ऑफ पीस, शांति भंग करने वाले अपराधों को रोकने के लिए 4 अगस्त 2019 से घाटी में 5,161 प्रतिबंधात्मक गिरफ्तारियां की गईं. उन्होंने कहा इनमें से 609 लोग वर्तमान में नजरबंद हैं, जिनमें से लगभग 218 पथराव करने वाले लोग हैं.

इससे पहले आज, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दोहराया कि स्थानीय प्रशासन से इनपुट के बाद जम्मू और कश्मीर में स्थिति सामान्य है और उचित समय पर इंटरनेट सुविधाएं बहाल की जाएंगी.

पढ़ें : कश्मीर के हालात सामान्य, सेब के 22.58 लाख टन उत्पादन की संभावना: शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने आज राज्यसभा को संबोधित करते हुए कहा, दवाओं की उपलब्धता पर्याप्त है और कश्मीर में कोई समस्या नहीं है.

प्रशासन ने स्वास्थ्य सेवाओं और पेट्रोल, डीजल, मिट्टी के तेल, एलपीजी और चावल की उपलब्धता का ध्यान रखा है. 22 लाख मीट्रिक टन सेब के उत्पादन की उम्मीद है. सभी लैंडलाइन खोले गए हैं.

केंद्र सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के अपने फैसले की घोषणा की थी. इसके बाद, विभिन्न मुख्यधारा के राजनीतिक नेताओं और अन्य लोगों को हिरासत में रखा गया.

Intro:New Delhi: The Ministry of Home Affairs on Wednesday said that at least 5,161 people in Jammu and Kashmir have been arrested since August 4, which includes politicians, separatists and stone pelters.

Minister of State (MoS) for Home G Kishan Reddy, in reply to a question in Rajya Sabha, said that in order to prevent offenses involving a breach of peace, activities prejudicial to the security of the state and maintenance of the public order, as many as 5,161 preventive arrests were made in Kashmir valley since August 4, 2019.


Body:"Out of these, the minister said, 609 persons are presently under detention, out of which approximately 218 are stone pelters," the home ministry added.

Earlier today, Union Home Minister Amit Shah reiterated that the situation in Jammu and Kashmir is normal and internet facilities will be restored at an appropriate time after inputs from local administration.




Conclusion:Addressing the Rajya Sabha today, Home Minister Amit Shah said, "Availability of medicines is adequate and there is no problem in Kashmir. The administration has taken care of health services and availability of petrol, diesel, kerosene, LPG and rice is adequate. 22 lakh metric ton apples are expected to be produced. All landlines are opened."

The central government had on August 5, 2019 announced its decision to bifurcate Jammu and Kashmir into two Union Territories. Following this, various mainstream political leaders and others were put under detention.
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