ETV Bharat / bharat

सीएए, एनपीआर व एनआरसी के खिलाफ स्थगन प्रस्ताव लाने की हो रही तैयारी : सूत्र

कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों द्वारा लोकसभा में सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ स्थगन प्रस्ताव लाने की तैयारी चल रही है. यह जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आ रही है.

etvbharat
विपक्षी पार्टियां,फाइल फोटो
author img

By

Published : Feb 3, 2020, 12:09 AM IST

Updated : Feb 28, 2020, 11:09 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों की ओर से लोकसभा में सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ स्थगन प्रस्ताव लाने की तैयारी चल रही है. यह जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आ रही है.

सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दलों, राष्ट्रीय जनता दल और कुछ अन्य दल पहले ही संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) पर तत्काल चर्चा की मांग को लेकर राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव दे चुके हैं.

वहीं अब कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दल लोकसभा में भी स्थगन प्रस्ताव देने की तैयारी में जुटे हुए हैं.

जानकारी के मुताबिक विपक्षी दल दोनों सदनों में सीएए, एनपीआर और एनआरसी पर चर्चा की मांग कर रहे हैं.

गौरतलब है कि विपक्ष ने संसद द्वारा पारित सीएए को 'असंवैधानिक' करार देते हुए इसे उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी हुई है, जिस पर इसी महीने सुनवाई होनी है.

साथ ही साथ विपक्षी दलों ने सीएए का विरोध करने वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों से एनपीआर नहीं कराने का भी आग्रह किया है.

संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरू चुका है और एक फरवरी को बजट पेश किया गया. हालांकि दोनों सदन सोमवार से राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू करने के लिए तैयार हैं.

नई दिल्ली : कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों की ओर से लोकसभा में सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ स्थगन प्रस्ताव लाने की तैयारी चल रही है. यह जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आ रही है.

सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दलों, राष्ट्रीय जनता दल और कुछ अन्य दल पहले ही संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) पर तत्काल चर्चा की मांग को लेकर राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव दे चुके हैं.

वहीं अब कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दल लोकसभा में भी स्थगन प्रस्ताव देने की तैयारी में जुटे हुए हैं.

जानकारी के मुताबिक विपक्षी दल दोनों सदनों में सीएए, एनपीआर और एनआरसी पर चर्चा की मांग कर रहे हैं.

गौरतलब है कि विपक्ष ने संसद द्वारा पारित सीएए को 'असंवैधानिक' करार देते हुए इसे उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी हुई है, जिस पर इसी महीने सुनवाई होनी है.

साथ ही साथ विपक्षी दलों ने सीएए का विरोध करने वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों से एनपीआर नहीं कराने का भी आग्रह किया है.

संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरू चुका है और एक फरवरी को बजट पेश किया गया. हालांकि दोनों सदन सोमवार से राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू करने के लिए तैयार हैं.

Intro:Body:

Print Printपीटीआई-भाषा संवाददाता 21:31 HRS IST

सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर संसद में सरकार को घेरने के लिये विपक्ष ने कसी कमर

नयी, दो फरवरी (भाषा) विपक्षी दल सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर सोमवार को संसद में सरकार को घेरने के लिये तैयार हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी।



सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दलों, राष्ट्रीय जनता दल और कुछ अन्य दल पहले ही संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) पर तत्काल चर्चा की मांग लेकर राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव दे चुके हैं।



कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दल लोकसभा में भी स्थगन प्रस्ताव देने को तैयार हैं।



उन्होंने कहा कि विपक्षी दल दोनों सदनों में सीएए, एनपीआर और एनआरसी पर चर्चा की मांग कर रहे हैं।



विपक्ष ने संसद द्वारा पारित सीएए को 'असंवैधानिक' करार देते हुए इसे उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है, जिस पर इसी महीने सुनवाई होनी है। विपक्षी दलों ने सीएए का विरोध करने वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों से एनपीआर नहीं कराने का भी आग्रह किया है।



संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ और एक फरवरी को बजट पेश किया गया।



दोनों सदन सोमवार से राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू करने के लिये तैयार हैं।


Conclusion:
Last Updated : Feb 28, 2020, 11:09 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.