नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ईवीएम और वीवीपैट के मुद्दे पर कई विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से भेंट की. इसमें कांग्रेस, सपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य प्रमुख दलों के नेता शामिल रहे.
चुनाव आयोग से मिलने के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से बात की.
आजाद ने कहा कि 22 राजनीतिक दलों की बैठक हुई. हम देश की 75 फीसदी आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्होंने कहा कि निजी गाड़ियों में ईवीएम और वीवीपैट के लाने-ले जाने का घटनाएं सामने आई हैं.
उन्होंने कहा कि कई मतदाताओं ने ये भी बताया है कि मतदान किसी दूसरे नेता को करने के बावजूद बीजेपी की पर्चियां सामने आई थी.
बकौल आजाद रैंडम आधार पर पांच वीवीपैट मशीनों की पर्चियां गिने जाने के बजाय आयोग ने कहा है कि पहले मतगणना की जाएगी, इसके बाद वीवीपैट पर्चियां गिनी जाएंगी.
आजाद ने कहा कि विपक्षी दलों ने मांग की है वीवीपैट पर्चियों का मिलान पहले किया जाए, गड़बड़ी पाए जाने के बाद पूरे विधानसभा क्षेत्र में दोबारा मतदान कराए जाएं.
आजाद ने बताया कि चुनाव आयोग ने उन्हें पूरी कमीशन की बैठक के दौरान मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया है.
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया कि पिछले लगभग डेढ़ महीने से विपक्षी दल अपनी बात आयोग के समक्ष रख रहे हैं. आज लिखित ज्ञापन सौंपा गया. बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने बताया कि आयोग ने मतगणना के दौरान हर एआरओ टेबल पर राजनीतिक दलों के चुनावी एजेंट को बैठने की अनुमति मिलेगी.
आयोग के साथ बैठक के दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, राजस्थाने के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और कनिमोई समेत कई अन्य नेता भी मौजूद रहे.
यहां वे वीवीपैट की पर्चियों का मिलान उच्चतम न्यायालय के आदेश के मुताबिक करने और कई स्थानों पर स्ट्रांगरूम से ईवीएम के कथित स्थानांतरण से जुड़ी शिकायतों पर कार्रवाई की मांग करने पहुंचे हैं.
बता दें, विपक्षी नेता किसी भी पोलिंग बूथ में गड़बड़ी पाए जाने की स्थिति में पूरे विधानसभा क्षेत्र में ईवीएम के आंकड़ों के साथ वीवीपीएटी पर्ची के मिलान की मांग करने वाले हैं.
गौरतलब है, इसके पहले विपक्ष ने ईवीएम से जुड़ी शिकायतों और वीवीपैट के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की थी.
इस विषय पर ईटीवी भारत से आरएलडी नेता डॉक्टर मेराजुद्दीन ने बातचीत की
ईटीवी भारत से बातचीत करते कांग्रेस नेता प्रणव झा
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इस बैठक में 19 विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए हैं. जिसमें कांग्रेस से अहमद पटेल, अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद और अभिषेक मनु सिंघवी शामिल हैं.
माकपा से सीताराम येचुरी, तृणमूल कांग्रेस से डेरेक ओब्रायन, तेदेपा से चंद्रबाबू नायडू और आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल ने इस बैठक में हिस्सा लिया है.
इसके अलावा सपा से रामगोपाल यादव, बसपा से सतीश चंद्र मिश्रा और दानिश अली, द्रमुक से कनिमोई, राजद से मनोज झा, राकांपा से प्रफुल्ल पटेल और माजिद मेमन सहित कई अन्य पार्टियों के नेता भी शामिल हुए हैं.