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बंगाल में चुनाव की स्वतंत्रता व निष्पक्षता को लेकर विपक्ष आशांकित : राज्यपाल

पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने रविवार को दार्जीलिंग में राजभवन में राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की. राज्यपाल ने कहा कि कांग्रेस नेता मन्नान ने बंगाल में चुनाव की स्वतंत्रता और निष्पक्षता को लेकर चर्चा की और चिंता व्यक्त की.

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जगदीप धनखड़
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Published : Nov 22, 2020, 9:33 PM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से रविवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने मुलाकात की, जिसके बाद राज्यपाल ने कहा कि कांग्रेस नेता ने राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव को लेकर आशंका व्यक्त की है.

राज्यपाल ने कहा कि मुलाकात के दौरान मन्नान ने जोर दिया कि चुनाव के दौरान केंद्रीय बलों की तैनाती और नियंत्रण निष्पक्ष हाथों में होना चाहिए.

मन्नान ने दार्जीलिंग में राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की. इसके बाद धनखड़ ने कहा कि हमने पश्चिम बंगाल के मौजूदा परिपेक्ष्य के बारे में चर्चा की. उन्होंने इस बात पर काफी चिंता व्यक्त की कि राज्य का तंत्र पूरी तरह से राजनीतिक हो गया है.

राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने राज्य में राजनीति के लगातार होते अपराधीकरण और अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव पर इसके असर के बारे में चर्चा की.

धनखड़ ने कहा कि जिस तरह से लोक सेवक राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं, यह लोकतांत्रिक प्रणाली के लिए अच्छा संकेत नहीं है.

पढ़ें- शाह की चेन्नई यात्रा : न रजनी मिले, न अलागिरी

राज्यपाल ने कहा कि राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए जरूरी है कि पर्याप्त संख्या में केंद्रीय बलों को लाया जाए और उनका नियंत्रण निष्पक्ष हाथों में हो.

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से रविवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने मुलाकात की, जिसके बाद राज्यपाल ने कहा कि कांग्रेस नेता ने राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव को लेकर आशंका व्यक्त की है.

राज्यपाल ने कहा कि मुलाकात के दौरान मन्नान ने जोर दिया कि चुनाव के दौरान केंद्रीय बलों की तैनाती और नियंत्रण निष्पक्ष हाथों में होना चाहिए.

मन्नान ने दार्जीलिंग में राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की. इसके बाद धनखड़ ने कहा कि हमने पश्चिम बंगाल के मौजूदा परिपेक्ष्य के बारे में चर्चा की. उन्होंने इस बात पर काफी चिंता व्यक्त की कि राज्य का तंत्र पूरी तरह से राजनीतिक हो गया है.

राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने राज्य में राजनीति के लगातार होते अपराधीकरण और अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव पर इसके असर के बारे में चर्चा की.

धनखड़ ने कहा कि जिस तरह से लोक सेवक राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं, यह लोकतांत्रिक प्रणाली के लिए अच्छा संकेत नहीं है.

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राज्यपाल ने कहा कि राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए जरूरी है कि पर्याप्त संख्या में केंद्रीय बलों को लाया जाए और उनका नियंत्रण निष्पक्ष हाथों में हो.

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