चेन्नई : तिरुचिरापल्ली के नादुकट्टपट्टी में 25 फीट गहरे बोरवेल में गिरे 2 वर्षीय सुजीत विल्सन को बचाने के लिए ड्रिलिंग प्रक्रिया चल रही है.
तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली स्थित नादुकट्टूपट्टी में 25 अक्टूबर को दो साल का मासूम सुजीत विल्सन बोरवेल में जा गिरा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना को संज्ञान में लिया है. उन्होंने ट्वीट करके कहा, 'मेरी प्रार्थनाएं युवा और बहादुर सुजीत विल्सन के साथ हैं. सुजीत को बचाने के लिए चलाए जा रहे बचाव अभियान को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी से बात की है. यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है कि वह सुरक्षित हो.'
अंतिम चरण में बचाव अभियान
तमिलनाडु के मंत्री सी. विजयभास्कर ने कहा कि बचाव अभियान अपने अंतिम चरण में है.
40 फीट गहरा खोदा गया है गड्ढा
राजस्व विभाग के आयुक्त के अनुसार, नादुकट्टुपट्टी में बोरवेल के पास अब तक 40 फीट तक एक गड्ढा खोदा गया है, जहां 2-वर्षीय सुजीत विल्सन को बचाने के लिए ऑपरेशन चल रहा है.
62 घंटों से चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
आपको बता दें कि बचाव अभियान पिछले 62 घंटों से चल रहा है. ओ. पनीरसेल्वम घटनास्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि बचाव अभियान के लिए सरकार द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी.
बचाव अभियान को तेज करने के लिए लाई गई नई रिग मशीन
शुरुआत में रिग मशीन को बोरवेल के पास छेद करने के लिए स्पॉट किया गया था. चूंकि इस जगह की शुरुआती सतह के नीचे चट्टान है, इसलिए मशीन को आवश्यक गहराई तक पहुंचने में ज्यादा समय लगा है. इस प्रक्रिया को तेजी देने के लिए नई रिग मशीन को मौके पर लाया गया. आपको बात दें, यह पुरानी रिग मशीन की तुलना में तीन गुना फास्टर ड्रिल करने की क्षमता रखती है.
100 फीट अधिक गहराई में जा खिसका था बच्चा
सूचना मिलते ही बच्चे को बचाने की कोशिश शुरू कर दी गई. हालांकि, प्रशासन के अभियान को उस समय झटका लगा, जब बच्चा और गहराई में फिसल गया.
खेलते वक्त गिरा बोरवेल में गिरा था मासूम
अधिकारियों ने बताया कि घर के पास खेलते हुए बच्चा शुक्रवार शाम को बोरवेल में गिर गया था. बता दें, शुरुआत में वह 35 फुट की गहराई में था, लेकिन बचाव अभियान शुरू होने के बाद बच्चा फिसल कर 70 फुट की गहराई में चला गया.
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उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम साढ़े पांच बजे से लगातार बच्चे को ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है. अधिकारियों ने बताया कि बचाव अभियान में छह टीमों को लगाया गया है.
बोरवेल में गिरा बच्चा सुरक्षित : प्रशासन
उन्होंने कहा, 'हमने लंबे समय तक बच्चे के रोने की आवाज सुनी, लेकिन अब वह सुनाई नहीं दे रही है. हमारा मानना है कि बच्चा सुरक्षित है और सांस ले रहा है.'