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अनुच्छेद 370: NSA अजित डोभाल जाएंगे श्रीनगर, सुरक्षाबल सर्तक - श्रीनगर में अजीत डोभाल

मोदी सरकार के कश्मीर में धारा 370 को लेकर ऐतिहासिक निर्णय लिया गया. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल इस फैसले के बाद श्रीनगर का दौरा करेंगे. पढ़ें पूरी खबर....

अजीत डोभाल.
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Published : Aug 5, 2019, 8:51 PM IST

नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल कथित तौर पर क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के मद्देनजर जम्मू एवं कश्मीर की यात्रा करेंगे. हालांकि, जम्मू एवं कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करके विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने के बाद तीनों सेनाएं किसी भी नतीजे से निपटने के लिए हाई अलर्ट पर हैं.

राज्य के पुनर्गठन के निर्णय के क्रम में, डोभाल ने स्थिति की समीक्षा की, जिसके बाद राज्य प्रशासन के अधिकारियों के साथ उन्होंने बैठकें करने के बाद अतिरिक्त सैनिकों को कश्मीर घाटी भेजा.

डोभाल के दौरे के बाद संभावना है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी संसद सत्र के खत्म होने के बाद घाटी का दौरा करेंगे.

सूत्रों के अनुसार सेना, वायुसेना और नौसेना को हाई स्टेट ऑफ अल्र्ट पर रखा गया है.

भारत सरकार का इस निर्णय पर दृढ़ मत है कि यह देश का आंतरिक मामला है लेकिन नई दिल्ली पाकिस्तान की प्रतिक्रियाओं पर नजर बानाए हुई है.

नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अन्य क्षेत्रों पर पाकिस्तानी सेना की प्रतिक्रियाओं पर करीब से नजर रखी जा रही है.

पढ़ें-J&K में अनुच्छेद 370 खत्म, दिल्ली में हाई अलर्ट, मेट्रो की बढ़ाई गई सुरक्षा

पिछले कुछ दिनों में नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी हुई है. भारतीय सेना ने इससे पहले अपनी पोस्ट पर पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) की एक रेड को नाकाम कर दिया और दुश्मन देश के पांच सैनिकों को मार गिराया.

बलों को जवाबी कार्रवाई का अंदेशा है, लेकिन उनका कहना है कि वह हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.

कश्मीर घाटी में जमीनी हालात की कोई जानकारी नहीं है, क्योंकि वहां संचार माध्यम ठप हैं.

नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल कथित तौर पर क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के मद्देनजर जम्मू एवं कश्मीर की यात्रा करेंगे. हालांकि, जम्मू एवं कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करके विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने के बाद तीनों सेनाएं किसी भी नतीजे से निपटने के लिए हाई अलर्ट पर हैं.

राज्य के पुनर्गठन के निर्णय के क्रम में, डोभाल ने स्थिति की समीक्षा की, जिसके बाद राज्य प्रशासन के अधिकारियों के साथ उन्होंने बैठकें करने के बाद अतिरिक्त सैनिकों को कश्मीर घाटी भेजा.

डोभाल के दौरे के बाद संभावना है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी संसद सत्र के खत्म होने के बाद घाटी का दौरा करेंगे.

सूत्रों के अनुसार सेना, वायुसेना और नौसेना को हाई स्टेट ऑफ अल्र्ट पर रखा गया है.

भारत सरकार का इस निर्णय पर दृढ़ मत है कि यह देश का आंतरिक मामला है लेकिन नई दिल्ली पाकिस्तान की प्रतिक्रियाओं पर नजर बानाए हुई है.

नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अन्य क्षेत्रों पर पाकिस्तानी सेना की प्रतिक्रियाओं पर करीब से नजर रखी जा रही है.

पढ़ें-J&K में अनुच्छेद 370 खत्म, दिल्ली में हाई अलर्ट, मेट्रो की बढ़ाई गई सुरक्षा

पिछले कुछ दिनों में नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी हुई है. भारतीय सेना ने इससे पहले अपनी पोस्ट पर पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) की एक रेड को नाकाम कर दिया और दुश्मन देश के पांच सैनिकों को मार गिराया.

बलों को जवाबी कार्रवाई का अंदेशा है, लेकिन उनका कहना है कि वह हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.

कश्मीर घाटी में जमीनी हालात की कोई जानकारी नहीं है, क्योंकि वहां संचार माध्यम ठप हैं.

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