जगदलपुर: तीरथगढ़ झरना छत्तीसगढ़ के मनमोहन पर्यटन स्थलों में से एक है. बारिश के मौसम में इसकी खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं. ये झरना जितना दिलकश है उनता खतरनाक भी है. झरने के किनारों पर न तो रेलिंग लगी हैं और न ही यहां सुरक्षा का कोई इंतजाम हैं. और तो और यहां पर सुरक्षा निर्देशों का कोई साइन बोर्ड तक नहीं लगाया गया है. कई बार को सेल्फी के चक्कर में पर्यटक झरने से नीचे उतरने का जोखिम तक उठा लेते हैं, जो उनके लिए जानलेवा हो सकता है.
नहीं हैं सुरक्षा के इंतजाम
पहले भी इस जल प्रपात में पर्यटकों की लापरवाही की वजह से कई हादसे हो चुके हैं और इस दौरान कई लोग अपनी जान तक गवां चुके हैं, बावजूद इसके शासन और प्रशासन ने यहां सुरक्षा इंतजाम दुरुस्त करने की जहमत तक नहीं उठाई.
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कलेक्टर ने दिया आश्वासन
हालांकि पुलिस अधिकारी कहना है कि झरने की सेफ्टी को लेकर कोई मांग पत्र हमें नहीं मिला है. लेकिन हमारी ओर से मीटिंग लेकर झरने की सुरक्षा के कदम उठाने की मांग की जाएगी.