ETV Bharat / bharat

गडकरी ने गांधी सेतु के पश्चिमी लेन उद्घाटन किया, लागत ₹ 1742 करोड़

महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन के जीर्णोद्धार का कार्य पूरा हो चुका है. इस पुल का लोकार्पण बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दिल्ली से केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने किया. लॉकडाउन की वजह से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन का उद्घाटन किया गया.

Nitin Gadkari
नितिन गडकरी
author img

By

Published : Jul 31, 2020, 7:25 AM IST

Updated : Jul 31, 2020, 5:25 PM IST

पटना : बिहार के हाजीपुर जिले और राजधानी पटना को जोड़ने वाले महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन के जीर्णोद्धार का कार्य पूरा हो चुका है. शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दिल्ली से केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस लेन का लोकार्पण किया. उद्घाटन होते ही इस पर गाड़ियों का परिचालन शुरू हो गया.

उद्घाटन के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 1742 करोड़ रुपये की कुल लागत और 5575 मीटर लंबाई का स्टील ट्रस सुपर स्ट्रक्चर से बना देश का पहला स्टेट ऑफ आर्ट पुल 'महात्मा गांधी सेतु,' बिहार की आर्थिक और सामाजिक विकास को गति देगा.

नितिन गडकरी का बयान.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में हम बिहार के विकास के लिए कटिबद्ध है.

2017 से चल रहा था जीर्णोद्धार का कार्य

राजधानी को उत्तर बिहार से जोड़ने के लिए 1969 में महात्मा गांधी सेतु की नींव रखी गई, जबकि 1972 से सेतु बनाने का काम शुरू हुआ. 1982 में इंदिरा गांधी ने इसकी एक लेन की शुरुआत की. वहीं, 1987 में गांधी सेतु का दूसरा लेन भी शुरू हुआ. पुल के 100 साल चलने का दावा किया गया, लेकिन 1991 से ही मरम्मत को लेकर इस पर चर्चा शुरू हो गई. 2014 में केंद्र और राज्य सरकार ने इसकी जीर्णोद्धार करने का फैसला लिया. सुपर स्ट्रक्चर को चेंज कर स्टील का स्ट्रक्चर लगाने का निर्णय लिया गया. जीर्णोद्धार का कार्य 2017 से शुरू हुआ.

उद्घाटन के बाद गडकरी ने ट्वीट कर इसे बिहार की लाइफलाइन करार दिया. उन्होंने कहा कि उद्घाटन के बाद उत्तर और दक्षिण बिहार के जिलों में आर्थिक और सामाजिक विकास को गति मिलेगी.

gadkari
महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन के उद्घाटन पर गडकरी की फेसबुक पोस्ट
  • इस पुल की कुल लागत 1742 करोड़ रुपये है.
  • इस पुल में 66 हजार 360 मेट्रिक टन स्ट्रक्चरल स्टील का उपयोग किया गया है.
  • जीर्णोद्धार किए गए महात्मा गांधी सेतु पुल की कुल लंबाई 5575 मीटर है.
  • वहीं, पुल में 25 लाख नट और बोल्ट का उपयोग किया गया है.

पूर्वी लेने में भी लगेगा स्टील का सुपर स्ट्रक्चर

पश्चिमी लेन के शुरू हो जाने के बाद बरसात बाद पूर्वी लेने के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू होगा. सुपर स्ट्रक्चर को हटाकर स्टील का स्ट्रक्चर पूर्वी लेन में भी लगाया जाएगा. फिलहाल पूर्वी लेन पर यातायात की अनुमति है. लेकिन बड़े व्यावसायिक वाहनों के आने जाने पर रोक है. महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन पहले का सुपरस्ट्रक्चर सीमेंट का था. इसे हटाकर स्टील का सुपरस्ट्रक्चर लगाया गया है.

पटना : बिहार के हाजीपुर जिले और राजधानी पटना को जोड़ने वाले महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन के जीर्णोद्धार का कार्य पूरा हो चुका है. शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दिल्ली से केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस लेन का लोकार्पण किया. उद्घाटन होते ही इस पर गाड़ियों का परिचालन शुरू हो गया.

उद्घाटन के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 1742 करोड़ रुपये की कुल लागत और 5575 मीटर लंबाई का स्टील ट्रस सुपर स्ट्रक्चर से बना देश का पहला स्टेट ऑफ आर्ट पुल 'महात्मा गांधी सेतु,' बिहार की आर्थिक और सामाजिक विकास को गति देगा.

नितिन गडकरी का बयान.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में हम बिहार के विकास के लिए कटिबद्ध है.

2017 से चल रहा था जीर्णोद्धार का कार्य

राजधानी को उत्तर बिहार से जोड़ने के लिए 1969 में महात्मा गांधी सेतु की नींव रखी गई, जबकि 1972 से सेतु बनाने का काम शुरू हुआ. 1982 में इंदिरा गांधी ने इसकी एक लेन की शुरुआत की. वहीं, 1987 में गांधी सेतु का दूसरा लेन भी शुरू हुआ. पुल के 100 साल चलने का दावा किया गया, लेकिन 1991 से ही मरम्मत को लेकर इस पर चर्चा शुरू हो गई. 2014 में केंद्र और राज्य सरकार ने इसकी जीर्णोद्धार करने का फैसला लिया. सुपर स्ट्रक्चर को चेंज कर स्टील का स्ट्रक्चर लगाने का निर्णय लिया गया. जीर्णोद्धार का कार्य 2017 से शुरू हुआ.

उद्घाटन के बाद गडकरी ने ट्वीट कर इसे बिहार की लाइफलाइन करार दिया. उन्होंने कहा कि उद्घाटन के बाद उत्तर और दक्षिण बिहार के जिलों में आर्थिक और सामाजिक विकास को गति मिलेगी.

gadkari
महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन के उद्घाटन पर गडकरी की फेसबुक पोस्ट
  • इस पुल की कुल लागत 1742 करोड़ रुपये है.
  • इस पुल में 66 हजार 360 मेट्रिक टन स्ट्रक्चरल स्टील का उपयोग किया गया है.
  • जीर्णोद्धार किए गए महात्मा गांधी सेतु पुल की कुल लंबाई 5575 मीटर है.
  • वहीं, पुल में 25 लाख नट और बोल्ट का उपयोग किया गया है.

पूर्वी लेने में भी लगेगा स्टील का सुपर स्ट्रक्चर

पश्चिमी लेन के शुरू हो जाने के बाद बरसात बाद पूर्वी लेने के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू होगा. सुपर स्ट्रक्चर को हटाकर स्टील का स्ट्रक्चर पूर्वी लेन में भी लगाया जाएगा. फिलहाल पूर्वी लेन पर यातायात की अनुमति है. लेकिन बड़े व्यावसायिक वाहनों के आने जाने पर रोक है. महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन पहले का सुपरस्ट्रक्चर सीमेंट का था. इसे हटाकर स्टील का सुपरस्ट्रक्चर लगाया गया है.

Last Updated : Jul 31, 2020, 5:25 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.