नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) हिजबुल मुजाहिदीन (एचएम) के नार्को टेरर मामले में अपनी जांच के सिलसिले में 10 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर करने के लिए पूरी तरह तैयार है. आरोप लगाया गया है कि आतंकी संगठन के पाकिस्तान स्थित कमांडरों ने प्रतिबंधित समूह के लिए भारत से धन जुटाने की साजिश रची थी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
एनआईए के एक अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने के अनुरोध पर बताया कि मोहाली में एनआईए की विशेष अदालत में एचएम नार्को टेरर मामले में एनआईए आज 10 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर रही है. अधिकारी ने कहा कि 25 अप्रैल 2020 को 29 लाख रुपये के साथ हिलाल अहमद वागे की गिरफ्तारी से हिजबुल मुजाहिदीन के नार्को-फंडिंग मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने में मदद मिली.
आतंकवादी संगठन के लिए धन जुटाने का काम
अधिकारी ने कहा कि यह पता चला है कि इस मामले में आतंकवादी गिरोह पाकिस्तान में हवाला के जरिए तस्करी, बिक्री और कश्मीर में आतंकी मददगारों के जरिए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों को तस्करी करता रहा है. अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान में स्थित हिजबुल कमांडरों और भारत में आतंकवादी गिरोह के बीच साजिश प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के लिए धन जुटाने के लिए थी.
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छह मई को हुई थी सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़
मंगलवार को जिन 10 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर हो रही है, उनमें से सात को गिरफ्तार कर लिया गया है और दो फरार हैं. एक आरोपी हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर रियाज नाइकू, जम्मू-कश्मीर में इस साल छह मई को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था.