नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को पुलवामा मामले में बड़ी कामयाबी मिली है. जांच एजेंसी ने मामले के एक आरोपी शकीर बशीर माग्रे को गिरफ्तार किया है.
शकीर पर आरोप है कि उसने आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार को शरण दी थी. इसके अलावा शकीर ने आदिल को रसद जैसी अन्य सहायता भी प्रदान की थी.
बशीर माग्रे शुरुआती पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि कई मौकों पर, उसने विभिन्न जेएम आतंकवादियों को हथियार, गोला-बारूद, नकदी और अन्य विस्फोटक सामग्री एकत्र की और पिछले साल के भीषण पुलवामा हमले में शामिल लोगों को भी मदद की है.
माग्रे ने आदिल अहमद डार और पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक को 2018 के अंत से फरवरी 2019 तक हुए हमले में अपने घर में शरण दी थी और आतंकी हमले में इस्तेमाल किए गए आईईडी को तैयार करने में भी उनकी मदद की थी.
बता दें कि उनकी दुकान लेथपोरा पुल के पास स्थित है, और मोहम्मद उमर के सलाह पर, उन्होंने जनवरी 2019 में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर सीआरपीएफ के काफिले के जानकारी ली.
और हमले में इस्तेमाल किए गए वाहन की संख्या को एनआईए ने कार के छोटे अवशेषों की फॉरेंसिक जांच के माध्यम से मारुति ईको कार होने का पता लगाया था.
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विस्तरित जांच के दौरान मौके से अवशेष एकत्र किए गए थे. पूछताछ के दौरान आरोपी ने इस बात की पुष्टि की है.