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नेपाल में भारत के फल-सब्जियों के लिये 'नो एंट्री', कारोबारी परेशान

अब भारत से वही फल और सब्जियां नेपाल भेजी जा सकेंगी जिसे लैब टेस्ट में हरी झंडी मिलेगी. नेपाल सरकार ने ये कदम फल व सब्जियों में केमिकल मिलने की शिकायत के मद्देनजर उठाया है. अधिक जानकारी के लिये पढ़ें यहां......

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Published : Jun 25, 2019, 10:36 AM IST

काठमांडू: नेपाल सरकार ने भारत से रोजाना सैकड़ों ट्रक जाने वाली सब्जियों व फलों पर रोक लगा दी है. नेपाल सरकार का आरोप है कि भारत से आने वाली इन सब्जियों में मानकों से ज्यादा कीटनाशकों का प्रयोग किया गया है.

जानकारी देते पुष्प राज आचार्य.

कहा जा रहा है कि मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के कहर को देखते हुए नेपाल के अधिकारियों ने यह कदम उठाया है.

रोक लगने के बाद सब्जी और फलों से लदे सैकड़ों वाहन नेपाल-भारत सीमा पर फंसे हुए हैं. वहीं नेपाल के इस फैसले से भारतीय व्यापारियों को भारी नुकसान हो सकता है.

नेपाल कस्टम का कहना है कि बिना लैब टेस्ट के फलों और सब्जियों की नेपाल में एंट्री नहीं होगी. उनका आरोप है कि भारत से लाई जा रही फलों और सब्जियों में केमिकल का प्रयोग किया जा रहा है.

पढ़ें: बढ़ती असमानता चिंता की बात है : मनमोहन

नेपाल कस्टम के इस फैसले से नेपाल और भारत दोनों ही देशों के व्यापारियों के लिए समस्या खड़ी हो गई है. नेपाल सरकार के इस नियम से छोटे व्यापारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.

नेपाल के अधिकारियों का कहना है कि बिना लैब टेस्ट के माल अंदर नहीं जाएगा. ऐसे में वो यहां अपने-अपने ट्रकों के साथ खड़े हैं. अब देखना है कि कब तक यह प्रतिबंध रहता है और इन ट्रकों को एंट्री की अनुमति मिलती है.

नेपाल में आर्थिक पत्रकारों के अध्यक्ष और बिजनेस एडिटर पुष्प राज आचार्य ने कहा, 'भारत के फल और सब्जी निर्यातक और नेपाल के आयातकों दोनों को अपने उत्पादों को व्यापार से पहले कोलकाता या काठमांडू से प्रमाणित करना जरूरी होगा.'

वहीं, नेपाल सरकार ने कृषि विकास मंत्रालय (नेपाल) को निर्देश दिया है कि वे उत्पादों का परीक्षण करने के लिये मशीनें लगाए ताकि कीटनाशकों के अवशेषों की जांच की जा सके.

काठमांडू: नेपाल सरकार ने भारत से रोजाना सैकड़ों ट्रक जाने वाली सब्जियों व फलों पर रोक लगा दी है. नेपाल सरकार का आरोप है कि भारत से आने वाली इन सब्जियों में मानकों से ज्यादा कीटनाशकों का प्रयोग किया गया है.

जानकारी देते पुष्प राज आचार्य.

कहा जा रहा है कि मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के कहर को देखते हुए नेपाल के अधिकारियों ने यह कदम उठाया है.

रोक लगने के बाद सब्जी और फलों से लदे सैकड़ों वाहन नेपाल-भारत सीमा पर फंसे हुए हैं. वहीं नेपाल के इस फैसले से भारतीय व्यापारियों को भारी नुकसान हो सकता है.

नेपाल कस्टम का कहना है कि बिना लैब टेस्ट के फलों और सब्जियों की नेपाल में एंट्री नहीं होगी. उनका आरोप है कि भारत से लाई जा रही फलों और सब्जियों में केमिकल का प्रयोग किया जा रहा है.

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नेपाल कस्टम के इस फैसले से नेपाल और भारत दोनों ही देशों के व्यापारियों के लिए समस्या खड़ी हो गई है. नेपाल सरकार के इस नियम से छोटे व्यापारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.

नेपाल के अधिकारियों का कहना है कि बिना लैब टेस्ट के माल अंदर नहीं जाएगा. ऐसे में वो यहां अपने-अपने ट्रकों के साथ खड़े हैं. अब देखना है कि कब तक यह प्रतिबंध रहता है और इन ट्रकों को एंट्री की अनुमति मिलती है.

नेपाल में आर्थिक पत्रकारों के अध्यक्ष और बिजनेस एडिटर पुष्प राज आचार्य ने कहा, 'भारत के फल और सब्जी निर्यातक और नेपाल के आयातकों दोनों को अपने उत्पादों को व्यापार से पहले कोलकाता या काठमांडू से प्रमाणित करना जरूरी होगा.'

वहीं, नेपाल सरकार ने कृषि विकास मंत्रालय (नेपाल) को निर्देश दिया है कि वे उत्पादों का परीक्षण करने के लिये मशीनें लगाए ताकि कीटनाशकों के अवशेषों की जांच की जा सके.

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